Bihar Politics: 'उनका काम सिर्फ शोर मचाना...', SIR के मुद्दे पर नीतीश सरकार-भाजपा का विपक्ष को जवाब

- बिहार में एसआईआर पर विवाद जारी
- नीतीश सरकार ने विपक्ष को घेरा
- बीजेपी सांसद ने भी साधा विपक्ष पर निशाना
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। बिहार में जारी मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण को लेकर विवाद जारी है। विपक्ष लगातार केंद्र और नीतीश सरकार को घेरने में लगी हुई है। इस क्रम में बिहार सरकार के संसदीय कार्य मंत्री विजय कुमार चौधरी ने अपना पक्ष रखा है। उन्होंने कहा कि विपक्ष की ओर से एक चीज बार-बार कही जा रही है। वहीं, भारतीय जनता पार्टी के सांसद अरूण गोविल ने भी इस मामले पर विपक्ष पर जोरदार निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि, विपक्ष को शोर मचाने के लिए कुछ न कुछ चहिए ही होता है।
विपक्ष पर निशाना
विजय कुमार चौधरी ने SIR के मुद्दे पर कहा कि वे (विपक्ष) एक बिंदु पर बार-बार कह रहे थे कि समय कम दिया गया लेकिन जब 2003 में विशेष गहन पुनरीक्षण हुआ था तब भी 1 महीने का ही समय दिया गया था। 2002 में 'घरशुमारी' की प्रक्रिया 15 जुलाई से 14 अगस्त तक अपनाई गई थी जो 1 महीने तक चली। ऐसे में इस बार 1 महीने का समय जल्दी कैसे हो गया? आज आंकड़ें एकत्रित करने की ज्यादा सुविधा है। साल भर पहले हमने जाति आधारित जनगणना भी करवाई थी। जिसके अंतर्गत यही काम हमारी सरकार ने 15 दिनों में किया था, जिसमें सभी दल साथ थे। कुछ दिनों बाद मतदाता सूची का ड्राफ्ट जारी किया जाएगा। चुनाव आयोग 1 महीने का समय भी दे रहा है कि आप सूची देख लीजिए और आपको लगता है तो अपनी किसी भी आपत्ति को दर्ज करवाएं।
'विपक्ष को केवल शोर करना है'
भाजपा सांसद अरूण गोविल ने SIR (विशेष गहन पुनरीक्षण) मुद्दे को लेकर विपक्ष के विरोध पर कहा कि विपक्ष को केवल कुछ कहने को चाहिए। उनके कहने में कोई अर्थ या तथ्य नहीं होता है। उन्हें केवल शोर करना होता है। कुछ लोग अपने काम के जरिए खुद को दर्ज करवाते हैं और कुछ लोग शोर के जरिए खुद को दर्ज करवाते हैं।
Created On :   25 July 2025 4:47 PM IST