'सुपर 30' के लिए 15000 स्टूडेंट्स ने दिया ऑडिशन, ऋतिक बने आनंद कुमार

Hrithik become anand kumar 150000 students gave audition for Super 30
'सुपर 30' के लिए 15000 स्टूडेंट्स ने दिया ऑडिशन, ऋतिक बने आनंद कुमार
'सुपर 30' के लिए 15000 स्टूडेंट्स ने दिया ऑडिशन, ऋतिक बने आनंद कुमार

डिजिटल डेस्क, मुंबई। बिहार के छात्रों को "सुपर 30" के जरिए आईआईटी जैसे बड़े संस्थानों तक पहुंचाने वाले शिक्षक आनंद कुमार पर फिल्म बन रही है। इस फिल्म में ऋतिक रोशन मुख्य भूमिका में दिखाई देंगे। उनके करियर में यह फिल्म एक नया अध्याय जोड़ने वाली है। फिल्म में सुपर 30 कोचिंग में दिखाए जाने वाले छात्रों के लिए 15000 से अधिक स्टूडेंट्स ने ऑडिशन दिया है। हाल ही में आई खबर के अनुसार, कास्टिंग निर्देशक मुकेश छाबड़ा उन कलाकारों की तलाश में हैं जो फिल्म में ऋतिक के छात्रों की भूमिका निभा सकें।

 

78 स्टूडेंट हुए सेलेक्ट

 

इस फिल्म में छात्र इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (आईआईटी) की प्रवेश परीक्षा की तैयारी करते दिखाई देंगे। फिल्म निर्माता विकास बहल और कास्टिंग निर्देशक मुकेश छाबड़ा ने ऑडिशन लिस्ट को 15,000 से 78 तक सीमित कर दिया है। मुकेश ने कहा, "हम 15 से 17 साल की उम्र के बच्चों को लेना चाहते हैं और 15,000 से अधिक ऑडिशन ले चुके हैं। बिहार, वाराणसी, भोपाल, मुंबई और दिल्ली के संभावित कलाकारों को चुनने के कुछ महीने पहले ही इसकी शुरुआत की गई थी। 

एक्टर्स खोजने झुग्गियों में भी गए छाबड़ा


जानकारी के अनुसार, सेलेक्टेड 78 बच्चों के साथ वर्कशॉप आयोजित किया जा रहा है। इस फिल्म का निर्माण रिलायंस एंटरटेनमेंट और फैंटम फिल्म्स कर रहे हैं। एक्टर्स खोजने के लिए छाबड़ा कई सुदूर आंचलिक इलाकों के अलावा झुग्गियों और समाजसेवी संस्थाओं की शरण में भी गए। छाबड़ा चाहते हैं कि उन्हें "सुपर 30" में पढ़ चुके अभावग्रस्त छात्रों जैसे नजर आने वाले युवा मिल सकें। बता दें कि छाबड़ा ने "बजरंगी भाईजान" के लिए हर्षाली मल्होत्रा, दंगल के लिए जायरा वसीम और सुहानी भटनागर और 2011 में आई फिल्म "चिल्लर पार्टी" के लिए नौ बच्चे खोजे थे। "सुपर 30" का निर्देशन विकास बहल कर रहे हैं। यह  फिल्म अगले साल 23 नवंबर को सिनेमाघरों में रिलीज की जाएगी।

आनंद कुमार की खास बातें  
 
आनंद कुमार एक सामान्य परिवार से आते हैं। उनके पिता डाकघर में क्लर्क थे। शुरू से ही उनको गणित से लगाव रहा, लेकिन अभाव के कारण वे खुद किसी बड़े संस्थान तक नहीं पहुंच पाए।


नंबर थ्योरी पर उनके पेपर्स यूके मैथमेटिकल स्पेक्ट्रम और द मैथमेटिकल गैजेट में प्रकाशित हुए थे।

आनंद कुमार को कैंब्रिज यूनिवर्सिटी में हायर स्टडीज के लिए मौका मिला था, लेकिन पिता का निधन हो जाने के कारण वे नहीं जा पाए।

इसके बाद आनंद कुमार ने अपने घर पर ही टिन शेड के नीचे छात्रों को पढ़ाना शुरू किया। इस कोचिंग का नाम उन्होंने सुपर 30 रखा। 
 
आनंद कुमार के 30 बच्चों ने एक साथ जेईई क्रैक किया है।

कनाडा में रहने वाले मनोचिकित्सक बीजू मैथ्यू ने आनंद कुमार पर एक बायॉग्रफी भी लिखी है।
 
2012 में पीपल मैग्जीन ने आनंद कुमार पर विस्तार से फीचर किया और उनको पीपल्स हीरो की लिस्ट में शामिल किया। 

डिस्कवरी चैनल ने कुमार और सुपर 30 पर एक घंटे की डॉक्युमेंट्री बनाई है। 

Created On :   10 Dec 2017 8:11 AM GMT

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story