पुतिन को बेकसूर बताकर फंसे ट्रम्प, अमेरिकी मीडिया ने देशद्रोह से की तुलना

पुतिन को बेकसूर बताकर फंसे ट्रम्प, अमेरिकी मीडिया ने देशद्रोह से की तुलना
हाईलाइट
  • अमेरिका के राष्ट्रपति चुनावों में रूस के दखल पर ट्रम्प ने पुतिन का बचाव किया था।
  • अमेरिकी मीडिया ने इसे ट्रम्प के कार्यकाल का अब तक का सबसे शर्मनाक पल बताया।
  • अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प को उनके ही देश की मीडिया ने बुरी तरह घेर लिया है।

डिजिटल डेस्क, वॉशिंगटन। रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ पहली द्विपक्षीय बैठक करने के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प को उनके ही देश की मीडिया ने बुरी तरह घेर लिया है। ट्रम्प ने सोमवार शाम फिनलैंड की राजधानी हेलसिंकी में पुतिन के साथ प्रेस कॉन्फ्रेंस की। इसमें पुतिन ने कहा, ‘‘मैं चाहता था कि डोनाल्ड ट्रम्प अमेरिका के राष्ट्रपति बनें लेकिन रूस ने अमेरिका के राष्ट्रपति चुनाव में कभी दखल नहीं दिया।’’ पुतिन के इस बयान को ट्रम्प ने भी सही ठहराया और कहा कि इस पूरे मामले पर उनके देश का रवैया बेवकूफी भरा रहा।

गौरतलब है कि कोल्ड वार के दिनों से ही अमेरिका और रूस के संबंधों में तल्खियां रही हैं और दोनों देश दशकों से कई सारे मोर्चों पर एक-दूसरे को कड़ी चुनौती देते रहे हैं। ऐसे में अमेरिकी मीडिया को लगता है कि ट्रम्प ने पुतिन के साथ बैठक के दौरान जो कुछ भी कहा है, वो देशद्रोह जैसा ही है। ट्रम्प का यूं अमेरिकी परंपराओं को तोड़ना उनके देश की मीडिया को रास नहीं आ रहा है। अमेरिकी मीडिया ने इसे ट्रम्प के कार्यकाल का अब तक का सबसे शर्मनाक पल बताया है। गौर करने वाली बात ये है कि अमेरिका की खुफिया एंजेसियों ने ही राष्ट्रपति चुनाव में ट्रम्प की जीत पर ये कहकर सवालिया निशान लगा दिया था कि रूस ने अमेरिकी राष्ट्रपति चुनावों में जबरदस्त तरीके से हस्तक्षेप किया और नतीजे पहले से फिक्स करने की कोशिश की थी।

मशहूर अखबार द वॉशिंगटन पोस्ट ने आरोप लगाया है कि ट्रम्प ने अपने सलाहकारों की बात को पूरी तरह से नकारते हुए पुतिन के समर्थन में बात कही। अखबार के मुताबिक, ""ट्रम्प को 100 पन्नों की ब्रीफिंग दी गई थी, लेकिन उन्होंने अफसरों की बात मानना जरूरी नहीं समझा।" बताया जा रहा है कि इस ब्रीफिंग में ट्रम्प को पुतिन के सामने अमेरिकी चुनाव में रूस की दखलअंदाजी और कई अन्य मुद्दों पर सख्त रुख दिखाने की सलाह दी गई थी। ट्रम्प ने ब्रीफिंग को करीब-करीब नजरअंदाज ही कर दिया और शिखर सम्मेलन में वही कहा जो उन्हें ठीक लगा।

वहीं द न्यूयॉर्क टाइम्स ने तो ट्रम्प के बर्ताव को ही कटघरे में खड़ा कर दिया है। अखबार ने लिखा कि, विदेश जाकर बर्ताव करने की अमेरिकी परंपरा को ट्रम्प ने तोड़ दिया है। न्यूयॉर्क टाइम्स ने सीआईए के पूर्व निदेशक जॉन बरनैन के हवाले से लिखा कि ट्रम्प की प्रेस कॉन्फ्रेंस उच्च अपराध और खराब आचरण के मुहाने पर थी। यह किसी देशद्रोह से कम नहीं।

अमेरिकी चैनल सीएनएन ने भी प्रेसीडेंट ट्रम्प के व्यवहार और बयान की आलोचना की है। चैनल ने कहा कि विदेशी धरती पर जाकर राष्ट्रपति ट्रम्प ने अमेरिका की खुफिया एजेंसियों और संसदीय समिति को गलत साबित कर दिया। अगर पुतिन कह देते हैं कि उन्होंने अमेरिकी चुनाव में किसी तरह का कोई हस्तक्षेप नहीं किया तो क्या अमेरिका को ये मान लेना चाहिए?"" सीएनएन ने पूर्व रिपब्लिकन सांसद और एक्सपर्ट जोए वॉल्श के हवाले से कहा कि ट्रम्प अमेरिका के लिए जीता-जागता खतरा हैं। 

Created On :   17 July 2018 7:32 AM GMT

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