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- Tokyo Paralympics live updates Avani Lekhara wins Gold Medal in women's 10m AR Standing SH1 Final
Tokyo Paralympics: अवनि ने शूटिंग में जीता गोल्ड, डिस्कस थ्रो में योगेश और जेवलिन में देवेंद्र ने जीता सिल्वर
हाईलाइट
- अवनि लखेरा ने शूटिंग में भारत को दिलाया गोल्ड
- 10 मीटर AR राइफल के फाइनल में जीता गोल्ड मेडल
- फाइनल मुकाबले में 249.6 पॉइंट हासिल किए
डिजिटल डेस्क, टोक्यो। टोक्यो पैरालिंपिक में भारत को पहला गोल्ड मेडल मिल गया है। देश के लिए ये गोल्ड मेडल अवनि लेखरा ने जीता है। अवनि ने महिलाओं की 10 मीटर AR राइफल के फाइनल मुकाबले में 249.6 पॉइंट हासिल कर गेल्ड देश के नाम कर दिया। अवनि के 249.6 पॉइंट दिसंबर 2018 में यूक्रेन की इरिना शेटनिक द्वारा बनाए गए विश्व रिकॉर्ड के बराबर है।
अवनि के पापा प्रवीण लेखरा का 2012 में जयपुर से धौलपुर जाने के दौरान एक्सीडेंट हो गया था। जिसमें उनके पापा और वह घायल हो गई। कुछ समय बाद उनके पापा स्वस्थ हो गए, परंतु अवनि को तीन महीने अस्पताल में बिताने पड़े, फिर भी रीड की हड्डी में चोट की वजह से वह खड़े और चलने में असमर्थ हो गईं। तब से व्हीलचेयर पर ही हैं।
It's for
— SAI Media (@Media_SAI) August 30, 2021
Avani wins in her debut #Paralympics
What an amazing performance by @AvaniLekhara as she wins ’s 1st in Para Shooting in 10m AR Standing SH1 Final with a score of 249.6 creating Paralympic Record & equalling the World Record!!!#Cheer4India #Praise4Para pic.twitter.com/Gf4S3T6V8t
अवनि के अलावा टोक्यो पैरालंपिक में देवेंद्र झाझरिया ने रजत पदक और भाला फेंक वर्ग F46 में सुंदर सिंह ने कांस्य पदक जीता। योगेश कठुनिया ने टोक्यो पैरालंपिक में डिस्कस थ्रो F56 में सिल्वर मेडल जीता। योगेश कठुनिया के घर बहादुरगढ़ में उनके परिवारजनों और रिश्तेदारों ने जश्न मनाया। इस जीत पर कठुनिया का कहना है कि मैंने सिल्वर मेडल जीता है, मुझे बहुत अच्छा लग रहा। मैं अपनी माँ और PCI(पैरालंपिक कमेटी ऑफ इंडिया) को धन्यवाद करना चाहता हूं। कठुनिया की मां मीना देवी ने कहा, सिल्वर मेडल ही मेरे लिए गोल्ड मेडल है। देश के लिए गोल्ड मेडल लाना बड़ी बात है। तीन साल तक वह व्हीलचेयर में रहा। मेहनत के लिए वह कभी पीछे नहीं हटता है।
Congratulations @DevJhajharia and #SunderGujjar for winning Silver and Bronze medals respectively in the Javelin Throw F46 category.
— Sukant Kadam (@sukant9993) August 30, 2021
Devendra - 64.35m
Sunder - 64.01m@Media_SAI @ParalympicIndia #ParaAthletics #TeamIndia pic.twitter.com/sCL1hmcD4I
Silver for Yogesh Kathuniya in his 1st #Paralympics!!!
— Anurag Thakur (@ianuragthakur) August 30, 2021
India’s Paralympians are making us immensely proud and it’s thrilling to see them in action!
• Discus Throw F56 final
• Season Best throw of 44.38m#Praise4Para#Cheer4India#ParaAthletics pic.twitter.com/SgG9TK5dYf
आईसेक्ट ग्रुप भोपाल: आईसेक्ट द्वारा ग्लोबल पर्सनल डेवलपमेंट विषय पर विशेष ट्रेनिंग सेशन आयोजित
डिजिटल डेस्क, भोपाल। आईसेक्ट के एचआर एवं लर्निंग एंड डेवलपमेंट डिपार्टमेंट द्वारा एम्पलॉइज के लिए ग्लोबल पर्सनल डेवलपमेंट पर एक विशेष ट्रेनिंग सेशन का आयोजन किया गया। इसमें यूनाइटेड किंगडम के कॉर्पोरेट इंटरनेशनल ट्रेनर जुबेर अली द्वारा प्रशिक्षण प्रदान किया गया। जिसमें उन्होंने प्रशिक्षणार्थियों को अपने अनुभवों, डेमोंस्ट्रेशन, वीडियो, स्लाइड शो के माध्यम से नई स्किल्स को प्राप्त करने और अपनी पर्सनेलिटी को बेहतर बनाने के तरीके बताए। साथ ही उन्होंने पर्सनेलिटी डेवलपमेंट और अपस्किलिंग के महत्व पर बात की और बताया कि करियर ग्रोथ के लिए यह कितना आवश्यक है। इस दौरान उन्होंने सफलता के लिए नौ सक्सेस मंत्र भी दिए। इस दौरान कार्यक्रम में एचआर कंसल्टेंट डी.सी मसूरकर और अल नूर ट्रस्ट के सदस्य उपस्थित रहे।
इस पहल पर बात करते हुए आईसेक्ट के निदेशक सिद्धार्थ चतुर्वेदी ने कहा कि आईसेक्ट कौशल विकास के महत्व को समझता है इसी कारण अपने एम्पलॉइज की अपस्किलिंग के लिए लगातार विभिन्न प्रशिक्षण सेशन का आयोजन करता है। इसी कड़ी में ग्लोबल पर्सनेल डेवलपमेंट पर यह ट्रेनिंग सेशन भी एक कदम है।
स्कोप कैम्पस: खेलो इंडिया यूथ गेम्स 2022 की मशाल रैली भीमबेटका, ओबेदुल्लागंज, मंडीदीप, भोजपुर होते हुए पहुंची रबीन्द्रनाथ नाथ टैगोर विश्वविद्यालय और स्कोप कैम्पस
डिजिटल डेस्क, भोपाल। रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय और खेल एवं युवा कल्याण विभाग रायसेन के संयुक्त तत्वावधान में खेलो इंडिया यूथ गेम्स 2022 की मशाल रैली आयोजित की गई। यह यात्रा होशंगाबाद से पर्वतारोही भगवान सिंह भीमबेटका लेकर पहुंचे। फिर भीमबेटका से रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय ने मशाल लेकर ओबेदुल्लागंज की ओर प्रस्थान किया। ओबेदुल्लागंज में रैली का स्वागत किया गया। साथ ही ओबेदुल्लागंज में मशाल यात्रा को विभिन्न स्थानों पर घुमाया गया। तत्पश्चात यात्रा ने मंडीदीप की ओर प्रस्थान किया। मंडीदीप में यात्रा का स्वागत माननीय श्री सुरेंद्र पटवा जी, भोजपुर विधायक ने किया। अपने वक्तव्य में उन्होंने खेलों को बढ़ावा देने के लिए मप्र सरकार द्वारा की जा रही पहलों की जानकारी दी और युवाओं को खेलों को जीवन में अपनाने के लिए प्रोत्साहित किया। इसके अलावा खेलो इंडिया यूथ गेम्स 2022 में खिलाड़ियों को जीत के लिए शुभकामनाएं दीं। उन्होंने खेलों इंडिया यूथ गेम्स के आयोजन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मप्र के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के प्रयासों को रेखांकित किया।
साथ ही कार्यक्रम में रायसेन के डिस्ट्रिक्ट स्पोर्ट्स ऑफिसर श्री जलज चतुर्वेदी ने मंच से संबोधित करते हुए कहा कि खेलों को बढ़ावा देने के लिए सरकार की विभिन्न गतिविधियों पर प्रकाश डाला और खेलों इंडिया यूथ गेम्स के खिलाड़ियों को शुभकामनाएं दीं। यहां से धावकों ने मशाल को संभाला और दौड़ते हुए भोजपुर मंदिर तक पहुंचे। मंदिर से फिर यात्रा रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय तक पहुंचती और यहां यात्रा का डीन एकेडमिक डॉ. संजीव गुप्ता द्वारा और उपकुलसचिव श्री समीर चौधरी, उपकुलसचिव अनिल तिवारी, उपकुलसचिव ऋत्विक चौबे और स्पोर्ट्स ऑफिसर सतीश अहिरवार द्वारा भव्य स्वागत किया जाता है। मशाल का विश्वविद्यालय में भी भ्रमण कराया गया। यहां से यात्रा स्कोप कैम्पस की ओर प्रस्थान करती है। स्कोप कैम्पस में स्कोप इंजीनियरिंग कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. डी.एस. राघव और सेक्ट कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. सत्येंद्र खरे ने स्वागत किया और संबोधित किया। यहां से मशाल को खेल एवं युवा कल्याण विभाग के उपसंचालक जोश चाको को सौंपा गया।
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