बिहार विधानसभा चुनाव 2025: 2008 के परिसीमन के बाद हथुआ से पिछड़ती चली गई आरजेडी, पिछले चुनाव में मिली जीत

2008 के परिसीमन के बाद हथुआ से पिछड़ती चली गई आरजेडी, पिछले चुनाव में मिली जीत

डिजिटल डेस्क, पटना। 243 विधानसभा सीट वाले बिहार में हथुआ विधानसभा क्षेत्र बिहार के गोपालगंज जिले में आती है। 2008 के परिसीमन के बाद अब तक यहां तीन बार चुनाव हुए हैं, 2010 और 2015 में जेडीयू की जीत हुई। 2020 में आरजेडी को पहली बार जीत मिली।

आपको बता दें हथुआ विधानसभा क्षेत्र में बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और आरजेडी प्रमुख लालू प्रसाद यादव का पैतृक गांव फुलवरिया भी आता है, इसके बावजूद भी आरजेडी को यहां दो बार हार का मुंह देखना पड़ा। आरजेडी को पहली जीत 2020 में मिली, 2008 के परिसीमन के बाद आरजेडी यहां से पिछड़ती चली गई।

हथुआ सामान्य सीट है। हथुआ में करीब 13 फीसदी एससी, 4 फीसदी एसटी,17 फीसदी मुस्लिम मतदाता। सीट पर आरजेडी मजबूत स्थिति के काबिज है,लेकिन यहां एनडीए को हौंसले भी कम नहीं है। जेडीयू खोई हुई जमीन को वापस पाने की रणनीति में है, जबकि आरजेडी अपनी जीत को बरकरार रखना चाहती है।

हथुआ गंगा के मैदान में होने की वजह से अधिक उपजाऊ है, यहां के अधिकतर मतदाता कृषि पर निर्भर है। इसके कारण यहां की अर्थव्यवस्था मुख्यतः कृषि पर आधारित है, सड़क, स्वास्थ्य, शिक्षा, बिजली समेत कई बेसिक सुविधाओं की यहां स्थिति खराब है।

बिहार में दो चरणों में 6 नवंबर और 11 नवंबर को वोटिंग होगी, नतीजे 14 नवंबर को आएंगे। आज 17 नवंबर को पहले चरण के नामांकन की आखिरी तारीख है। दूसरे चरण के लिए नामांकन की अंतिम तारीख 20 अक्टूबर है।

Created On :   31 Oct 2025 2:25 PM IST

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