बिहार विधानसभा चुनाव 2025: नीतीश के अभेद किले हिलसा में जेडीयू जीत का वोट अंतर कम होना चिंताजनक, आरजेडी के बीच कड़ी टक्कर

डिजिटल डेस्क, पटना। 243 विधानसभा सीट वाले बिहार में हिलसा बिहार के नालंदा जिले में आती है। 1957 में स्थापित हुई हिलसा विधानसभा क्षेत्र में अब तक यहां 16 बार चुनाव हो चुके हैं। 19 फीसदी एससी,2 फीसदी मुस्लिम वोटर्स है। हिलसा मुख्यतः ग्रामीण है, केवल साढ़े बारह फीसदी शहरी वोटर्स है। यहां मतदान परसेंट बढ़ाना एक चुनौती है। कांग्रेस यहां से चार बार जीत चुकी है। बीजेपी (या भारतीय जनसंघ) ने तीन बार, और आरजेडी, जनता पार्टी, इंडियन पीपल्स फ्रंट व जनता दल ने एक-एक बार जीत प्राप्त की है। अबकी चुनाव में यहां कड़ी टक्कर देखने को मिल रही है।
हिलसा में नीतीश कुमार का प्रभाव साफ दिखाई देता है। 2015 में आरजेडी की जीत को छोड़ दिया जाए तो 2000 से 2020 तक 6 चुनावों में से नीतीश की पार्टी ने यहां से पांच बार जीत हासिल की है। भले ही जेडीयू ने यहां से कई बार जीत हासिल की हो,लेकिन उसकी जीत के वोटों का अतंर लगातार घट रहा है, पिछले चुनाव में जेडीयू की मात्र 12 वोटों से जीत हुई थी, जो चिंता का विषय है। 2024 के लोकसभा चुनाव में भी जेडीयू की केवल 188 वोटों से जीत हुई। दोनों ही जीत को लेकर आरजेडी ने धांधली का आरोप लगाया। हिलसा ऐतिहासिक, सांस्कृतिक और राजनीतिक दृष्टिकोण से अत्यंत महत्वपूर्ण स्थान रखता है। हिलसा नालंदा और पटना के पास में है। हिलसा बौद्ध संस्कृति का सेंटर है।
बिहार में दो चरणों में 6 नवंबर और 11 नवंबर को वोटिंग होगी, नतीजे 14 नवंबर को आएंगे। आज 17 नवंबर को पहले चरण के नामांकन की आखिरी तारीख है। दूसरे चरण के लिए नामांकन की अंतिम तारीख 20 अक्टूबर है।
Created On :   31 Oct 2025 3:40 PM IST












