बिहार विधानसभा चुनाव 2025: बीजेपी का अभेद किला बनमनखी विपक्षी दलों के लिए जीतना चुनौती भरा कठिन

डिजिटल डेस्क, पटना। 243 विधानसभा सीट वाले बिहार में बनमनखी विधानसभा क्षेत्र पूर्णिया जिले में आता है, 1962 में गठित बनमनखी सीट अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित है। बनमनखी में अब तक 15 विधानसभा चुनाव हो चुके हैं, 1962 से 1985 तक कांग्रेस का प्रभुत्व कायम रहा, कांग्रेस ने 7 में से 6 बार चुनाव जीता। 1990 से 2020 तक के 8 में 7 सात चुनावों में बीजेपी को विजय मिली। बीजेपी नेता और पूर्व मंत्री कृष्ण कुमार ऋषि ने 2005 से लगातार पांच बार यहां से निर्वाचित हुए। 1977 में जनता पार्टी और 1995 में जनता दल ने एक-एक बार इस सीट पर विजय प्राप्त की है।
18.97% अनुसूचित जाति ,5.86% अनुसूचित जनजाति, 12.3% मुस्लिम वोटर्स है। 84 फीसदी ग्रामीण मतदाता है, जबकि शहरी मतदाता केवल 6.41% हैं। ग्रामीण मतदाता ही चुनाव में निर्णायक भूमिका में होता है।
1967 में स्थापित चीनी मिल बनमनखी में लंबे समय तक स्थानीय रोजगार का मुख्य स्त्रोत था। लेकिन बीते तिन दशकों से यह बंद पड़ी है। औद्योगिक पुनर्जागरण के सरकारी वादे खोखले ही रह गए। बनमनखी क्षेत्र पूर्णतः ग्रामीण और कृषि आधारित है। खेती और मछली पालन यहां की अर्थव्यवस्था में अहम योगदान देता है। सड़क, बिजली ,शिक्षा, स्वास्थ्य सुविधा की बुरी स्थिति है। बनमनखी बीजेपी का अभेद किला कहा जाता है, विपक्षी दलों के लिए बनमनखी को जीतना चुनौतीपूर्ण है।
बिहार में दो चरणों में 6 नवंबर और 11 नवंबर को वोटिंग होगी, नतीजे 14 नवंबर को आएंगे। आज 17 नवंबर को पहले चरण के नामांकन की आखिरी तारीख है। दूसरे चरण के लिए नामांकन की अंतिम तारीख 20 अक्टूबर थी।
Created On :   24 Oct 2025 11:08 AM IST












