बिहार विधानसभा चुनाव 2025: बेगूसराय जिले की तेघड़ा विधानसभा की जनता हर बार अलग अलग दल को देती हैं मौका

बेगूसराय जिले की  तेघड़ा विधानसभा की जनता हर बार  अलग अलग दल को देती हैं मौका
2020 में सीपीआई के राम रत्न सिंह, 2015 में आरजेडी वीरेंद्र कुमार, 2010 में बीजेपी के ललन कुमार, 2005 में एनसीपी के अब्दुल जलील , 2000 में निर्दलीय प्रत्याशी हिमराज सिंह निर्वाचित हुए।

डिजिटल डेस्क, पटना। 243 विधानसभा सीट वाले बिहार में तेघड़ा विधानसभा सीट बेगूसराय जिले में आती है। तेघड़ा विधानसभा सीट पर 6 बार तेघड़ा और 9 बार बरौनी के नाम से चुनाव हुए है। 1951 से लेकर 1967 तक तेघड़ा, उसके बाद बरौलीन, फिर 2008 में परिसीमन के बाद नाम बदलकर तेघड़ा नाम हुआ।

विधानसभा बूढ़ी गंडक और सुनकोसी नदियों के किनारे बसा है, जबकि गंगा नदी पास ही बहती है। क्षेत्र में अधिकतर मतदाता कृषि पर निर्भर है। यहां करीब 11 फीसदी एससी, 14 फीसदी मुस्लिम मतदाता है। ग्रामीण और शहरी मतदाताओं की संख्या यहां लगभग बराबर है। अब देखना है कि सीपीआई अपने किले को बरकरार रख सकती है, यहां जीत का कोई नया फॉर्मूला सामने आएगा।

विधानसभा क्षेत्र का नाम बदला, क्षेत्र की सीमाएं बदली, लेकिन एक चींज नहीं बदली वो है भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी सीपीआई का दबदबा कायम रहा है। 2020 में सीपीआई के राम रत्न सिंह, 2015 में आरजेडी वीरेंद्र कुमार, 2010 में बीजेपी के ललन कुमार, 2005 में एनसीपी के अब्दुल जलील , 2000 में निर्दलीय प्रत्याशी हिमराज सिंह निर्वाचित हुए।


Created On :   12 Oct 2025 2:07 PM IST

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