उत्तर प्रदेश न्यूज: 'केवल 1 करोड़ रुपये है, जो हज यात्रियों की बढ़ती संख्या...' सीएम योगी को सांसद आजाद ने लिखा लेटर

केवल 1 करोड़ रुपये है, जो हज यात्रियों की बढ़ती संख्या... सीएम योगी को सांसद आजाद ने लिखा लेटर
  • हज यात्रियों की बढ़ रही संख्या
  • सुविधाओं में सहयोग उपलब्ध कराना राज्य सरकार का है कर्तव्य
  • हज यात्री हमारी धार्मिक व सांस्कृतिक धरोहर

डिजिटल डेस्क, लखनऊ। आजाद समाज पार्टी (कांशीराम) के प्रमुख और सांसद चंद्रशेखर आजाद ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को लेटर लिखा है, इसमें उन्होंने मुस्लिम वर्ग से जुड़े मुद्दे को उठाया है। उन्होंने सीएम को पत्र लिखकर मांग की है कि प्रदेश की हज समिति के लिए बजट में 1 करोड़ राशि प्रस्तावित की है, उसे बढ़ाकर 5 करोड़ कर दी जाए। आजाद ने दावा किया है कि हज यात्रियों की संख्या बढ़ रही है। इसके लिए सुविधाएं भी बढ़नी चाहिए।

आजाद ने क्या लिखा?

सांसद ने सोशल मीडिया साइट एक्स पर कहा, "आपको सादर अवगत कराना है कि प्रदेश के हज यात्री हमारी धार्मिक व सांस्कृतिक धरोहर का अहम हिस्सा हैं। प्रतिवर्ष प्रदेश से बड़ी संख्या में हज यात्री पवित्र यात्रा हेतु प्रस्थान करते हैं। इन यात्रियों को आवश्यक सुविधाएं और सहयोग उपलब्ध कराना राज्य सरकार का कर्तव्य भी है और संवैधानिक दायित्व भी। वर्तमान में राज्य हज समिति का बजट केवल 1 करोड़ रुपये है, जो हज यात्रियों की बढ़ती संख्या और आवश्यकताओं के अनुरूप पर्याप्त नहीं है। यात्रियों को गुणवत्तापूर्ण सुविधाएं प्रदान करने हेतु इस बजट को 5 करोड़ रुपये तक बढ़ाना अत्यंत आवश्यक है।"

उन्होंने आगे बताया, "अतः आपसे विनम्र निवेदन है कि राज्य हज समिति का बजट 1 करोड़ रुपये से बढ़ाकर 5 करोड़ रुपये किया जाए, ताकि हज यात्रियों को बेहतर सुविधाएं और सहयोग उपलब्ध कराया जा सके। आपकी संवेदनशीलता से यह निर्णय न केवल हज यात्रियों के लिए राहतकारी सिद्ध होगा, बल्कि मुस्लिम समाज के प्रति सरकार की प्रतिबद्धता को भी दर्शाएगा। सादर जय भीम!"

हज आवेदनों में आई कमी

बता दें कि हज यात्रा पर जाने से पहले ऑनलाइन प्रक्रिया से गुजरना पड़ता है। ऑनलाइन आवेदन करने के बाद उनके लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित होते हैं। साथ ही हज समिति मेडिकल स्क्रीनिंग और फिटनेस सर्टिफिकेट की व्यवस्था जिला स्तर पर की जाती है, इसके लिए सरकारी एलोपैथिक चिकित्सकों के जरिए होती है। इसके अलावा हज समिति पासपोर्ट कार्यालयों से भी बातचीत करती है, ताकि यात्रियों के दस्तावेज पूरे हो सके। बता दें कि कोविड-19 के बाद से नई शर्तें लागू की है, इसकी वजह से हज यात्रियों के आवेदन में कमी देखने को मिल रही है।

Created On :   10 Sept 2025 10:17 PM IST

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