बिहार विधानसभा चुनाव 2025: हरलाखी में कम वोट परसेंट होना चिंता का विषय, एससी व मुस्लिम मतदाताओं की होती है निर्णायक भूमिका

हरलाखी में कम वोट परसेंट होना चिंता का विषय, एससी व मुस्लिम मतदाताओं की होती है निर्णायक भूमिका
हरलाखी में करीब 13 फीसदी एससी मतदाता जबकि 14 फीसदी मुस्लिम मतदाता है। हरलाखी में स्थिर कम वोट परसेंट जनता, शासन और निर्वाचन मंडल के लिए चिंता का विषय है।

डिजिटल डेस्क, पटना। 243 विधानसभा सीट वाले बिहार में हरलाखी विधानसभा सीट मधुबनी जिले में आती है। 1951 में स्थापित हुई हरलाखी विधानसभा क्षेत्र में 17 बार विधानसभा चुनाव हो चुके है। इन चुनावों में कांग्रेस और सीपीआई ने 6-6 बार जीत हासिल की है। जेडीयू और राष्ट्रीय लोक समता पार्टी (RLSP) ने 2-2 बार, जबकि आरजेडी को 1 बार जीत मिली है। जेडीयू ने 2016 के उपचुनाव और 2020 में जेडीयू ने चुनाव जीता, जबकि 2015 में RLSP का प्रत्याशी निर्वाचित हुआ था।

हरलाखी में करीब 13 फीसदी एससी मतदाता जबकि 14 फीसदी मुस्लिम मतदाता है। हरलाखी में स्थिर कम वोट परसेंट जनता, शासन और निर्वाचन मंडल के लिए चिंता का विषय है।

भूमि समतल और उपजाऊ है, जो खेती के लिए अत्यंत उपयुक्त है। हरलाखी की आर्थिक अर्थव्यवस्था में कृषि अहम है। कृषि के अलावा, पशुपालन, दुग्ध उत्पादन और मुर्गी पालन भी स्थानीय आय के मुख्य स्रोत हैं। पूरी तरह ग्रामीण निर्वाचन क्षेत्र है, जिसमें कोई नगरीय मतदाता नहीं है।

बिहार में दो चरणों में 6 नवंबर और 11 नवंबर को वोटिंग होगी, नतीजे 14 नवंबर को आएंगे। आज 17 नवंबर को पहले चरण के नामांकन की आखिरी तारीख है। दूसरे चरण के लिए नामांकन की अंतिम तारीख 20 अक्टूबर है।

Created On :   31 Oct 2025 2:09 PM IST

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