बिहार विधानसभा चुनाव 2025: मधुबन विधानसभा सीट का विविधता भरा राजनीतिक सफर, लगातार घटते जीत के वोट बीजेपी के लिए बना चिंता का विषय

मधुबन विधानसभा सीट का विविधता भरा राजनीतिक सफर, लगातार घटते जीत के वोट बीजेपी के लिए बना चिंता का विषय
मधुबन में बहुकोणीय मुकाबला देखने को मिलता है। पिछले चुनावों की अपेक्षा जीत में घटते वोट ने एनडीए को चिंता में डाल दिया है। यहां सीताराम सिंह और राणा रणधीर की सियासी विरासत का अब भी असर है

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। 243 विधानसभा सीटों वाले बिहार में मधुबन विधानसभा क्षेत्र पूर्वी चंपारण जिले में आती है। 2020 व 2015 में बीजेपी के राणा रणधीर सिंह, 2010 में जेडीयू के शिवजी राय, 2005 में आरजेडी के राजेश कुमार रोशन ने चुनाव जीता।

मधुबन में बहुकोणीय मुकाबला देखने को मिलता है। पिछले चुनावों की अपेक्षा जीत में घटते वोट ने एनडीए को चिंता में डाल दिया है। यहां सीताराम सिंह और राणा रणधीर की सियासी विरासत का अब भी असर है।

मधुबन विधानसभा क्षेत्र सामान्य सीट है। इसका शिवहर संसदीय क्षेत्र लगता है। इस सीट के मतदाताओं ने तकरीबन प्रमुख दल और हर वैचारिक धारा को प्रतिनिधित्व करने का मौका दिया है। यहां का राजनीतिक सफर विविधता भरा रहा है।

मधुबन विधानसभा क्षेत्र मध्य गंगा मैदान का उपजाऊ भाग है। कृषि अर्थव्यवस्था का प्रमुख आधार है। धार्मिक स्थल जनमत की आहटों के अहम अड्डे है। यहां चुनावी माहौल की झलक नजर आती है। मधुवन विधानसभा सीट पर ग्रामीण वोटर्स की संख्या अधिक है।

बिहार में दो चरणों में 6 नवंबर और 11 नवंबर को वोटिंग होगी, नतीजे 14 नवंबर को आएंगे। आज 17 नवंबर को पहले चरण के नामांकन की आखिरी तारीख है। दूसरे चरण के लिए नामांकन की अंतिम तारीख 20 अक्टूबर है।

Created On :   17 Oct 2025 1:28 PM IST

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