बिहार विधानसभा चुनाव 2025: मोदी की आंधी में ध्वस्त हुआ महागठबंधन का सियासी किला, एनडीए की सियासी लहर में कम हुए मुस्लिम विधायक

मोदी की आंधी में ध्वस्त हुआ महागठबंधन का सियासी किला, एनडीए की सियासी लहर में कम हुए मुस्लिम विधायक
2025 के विधानसभा चुनाव में सबसे ज्यादा संख्या में मुस्लिम विधायक AIMIM से पांच जीते हैं, आरजेडी से 3 मुस्लिम विधायक चुने गए हैं तो कांग्रेस से दो मुस्लिम और जेडीयू से एक मुस्लिम विधायक निर्वाचित हुए हैं, सीपीआई माले और चिराग पासवान की पार्टी से कोई भी मुस्लिम विधानसभा चुनाव नहीं जीत सका

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। बिहार विधानसभा चुनाव में एनडीए की बंपर जीत में महागठबंधन का सियासी किला ध्वस्त होने के साथ साथ मुस्लिम विधायकों की संख्या भी कम हो गई। मोदी की आंधी में ये पूरा खेल हो गया। इस बार बिहार विधानसभा चुनाव के नतीजों में महज 11मुस्लिम विधायक ही निर्वाचित होकर पटना पहुंचेगे, जो अब तक के बिहार चुनावी इतिहास में सबसे कम है। इससे पहले 2020 के विधानसभा चुनाव में 19 मुस्लिम विधायक निर्वाचित हुए थे। इस बार 8 मुस्लिम विधायक कम जीते हैं। बिहार में करीब 18 फीसदी मुस्लिम आबादी है। ओवैसी की पार्टी ने पिछली बार जीती सभी सीटें बायसी, अमौर, जोकीहाट, बहादुरगंज और कोचाधामन में जीत बरकरार रखी हैं इसके अलावा पार्टी उम्मीदवारों ने बलरामपुर, दरभंगा ग्रामीण, गौराबौरम, प्राणपुर, कसबा, ठाकुरगंज, शेरघाटी सीटों पर दूसरे या तीसरे स्थान पर रहते हुए वोट काटकर विपक्षी महागठबंधन के उम्मीदवारों को जीत हासिल नहीं होने दी।




महागठबंधन से 30 और एनडीए से 5 मुस्लिम प्रत्याशी चुनावी मैदान में थे। महागठबंधन में आरजेडी से 18 मुस्लिम प्रत्याशियों में से सिर्फ 3 जीते, जबकि कांग्रेस से 10 में से सिर्फ 2 ही चुनाव जीते। सीपीआई माले से दो मुस्लिम मैदान में थे और दोनों ही हार गए। एनडीए की तरफ जेडीयू ने चार और एलजेपी ने एक मुस्लिम को उम्मीदवार चुनावी मैदान में उतरा। एलजेपी प्रत्याशी को जीत नहीं मिली, लेकिन जेडीयू के चार में सिर्फ एक ही चुनाव जीता। एआईएमआईएम से 23 मुस्लिम प्रत्याशी चुनाव में उतरे थे, जिनमें से पांच जीते हैं। इस तरह कुल 11 मुस्लिम विधायक बने हैं।

2020 में 19 मुस्लिम विधायक, आरजेडी से 8, कांग्रेस से 4, एआईएमआईएम से 5, सीपीआई माले से एक और एक विधायक बहुजन समाज पार्टी से निर्वाचित हुए थे। सबसे पहले 1951-52 के पहले विधानसभा चुनाव में 24 मुस्लिम विधायक निर्वाचित हुए थे।

2025 के विधानसभा चुनाव की बात की जाए तो सबसे ज्यादा मुस्लिम विधायक AIMIM से पांच जीते हैं, आरजेडी से 3, कांग्रेस से 2 मुस्लिम और जेडीयू से 1 मुस्लिम विधायक निर्वाचित हुए हैं। सीपीआई माले और चिराग पासवान की पार्टी एलजेपीआर से कोई भी मुस्लिम उम्मीदवार नहीं जीता।

1951 से लेकर अभी तक के बिहार के सियासी सफर में 1985 के चुनाव में सबसे ज्यादा मुस्लिम विधायक जीते थे, तब 34 मुस्लिम विधायक बने थे। इस बार के चुनाव में 11 मुस्लिम विधायक निर्वाचित हुए है। जो सबसे कम है। जीते हुए 11 मुस्लिम विधायकों में कांग्रेस के टिकट पर किशनगंज विधानसभा सीट से मोहम्मद कमरुल होदा और अररिया विधानसभा सीट से अब्दुर रहमान, आरजेडी के टिकट पर रघुनाथपुर विधानसभा सीट से ओसामा शहाब, बिस्फी विधानसभा सीट से आरिफ अहमद और ढाका विधानसभा सीट से फैजल रहमान जीते । असदुद्दीन ओवैसी के एआईएमआईएम के टिकट पर जोकीहाट विधानसभा सीटसे मोहम्मद खुर्शीद आलम, बहाबुरगंज विधानसभा सीटसे मो. तौसीफ आलम, कोचाधामन विधानसभा सीट से मो. सरवर आलम, अमौर विधानसभा सीट से अख्तारुल ईमान और बायसी विधानसभा सीट से गुलाम सरवर विधायक चुनाव जीते हैं। दूसरी तरफ जेडीयू के टिकट पर चैनपुर विधानसभा सीट से मोहम्मद जमा खान से जीते, वे 2020 में बीएसपी के टिकट पर इसी सीट से जीते थे और बाद में जेडीयू में चले गए थे। मुस्लिम प्रभाव वाली विधानसभा सीटों पर एआईएमआईएम ने अपनी सियासी ताकत अहसास करा दिया। बीते चुनाव में भी एआईएमआईएम के 5 विधायक चुने गए , उनमें से चार ने आरजेडी का दामन थाम लिया।

विधानसभ चुनाव वर्ष मुस्लिम विधायक

1951-52 में 24

1957 में 25

1962 में 21

1967 में 18

1969 में 19

1972 में 25

1977 में 25

1980 में 28

1985 में 34

1990 में 20

1995 में 19

2000 में 29

2005 में 16

2010 में 19

2015 में 24

2020 में 19

2025 में 11

Created On :   15 Nov 2025 4:22 PM IST

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