आतंकवाद का हितैषी दिल्ली से आया आप का नमूना: योगी
डिजिटल डेस्क, गांधीनगर। यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि दिल्ली से आम आदमी पार्टी का नमूना यहां आया है, वह आतंकवाद का हितैषी है, राम मंदिर का विरोध करता है। मुख्यमंत्री योगी पीएम मोदी के गृह राज्य में गुजरात में धुआंधार रैली कर रहे हैं। शनिवार को चौथे दिन भी उन्होंने तीन जनसभाएं कीं। रैली का आगाज उन्होंने भगवान सोमनाथ के मंदिर में दर्शन व पूजन-अर्चन से किया। इसके बाद तीनों विधानसभा (सोमनाथ, गरियाधार और सावरकुंडला) में जनसभा की। उनके निशाने कांग्रेस और आम आदमी पार्टी पर रही।
योगी आदित्यनाथ लखनऊ से सोमनाथ पहुंचे। यहां द्वादश ज्योतिलिर्ंग में शामिल सोमनाथ मंदिर में दर्शन-पूजन किया। उन्होंने मंदिर में सभी के सुख-समृद्धि की कामना की। इसके बाद योगी आदित्यनाथ ने सोमनाथ से भाजपा प्रत्याशी मान सिंह भाई परमार के पक्ष में जनसभा की। यहां बाबा साहेब डॉ. भीमराव आंबेडकर के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित की, फिर गुजराती भाषा में जनमानस का अभिवादन किया। उन्होंने कहा कि आज भारत के संविधान का दिवस है। 26 नवंबर 1949 को संविधान बनकर तैयार हुआ था। 26 जनवरी 1950 को भारत ने इसे अंगीकार किया। भारतीय संविधान के शिल्पी बाबा साहेब डॉ. भीमराव आंबेडकर के प्रति कृतज्ञता ज्ञापित करने व पीएम के आह्वान पर हर भारतवासी नागरिक कर्तव्यों के प्रति शपथ लेकर एक भारत, श्रेष्ठ भारत की कल्पना को साकार करेगा। भगवान सोमनाथ का यह धाम भव्यता को प्राप्त कर रहा है। पीएम मोदी के नेतृत्व में भारत की विरासत को नई ऊंचाई तक पहुंचाने का कार्य हो रहा है।
सीएम ने भगवान सोमनाथ के मंदिर की रक्षा करते हुए शहीद हुए शूरवीर हमीर गोहिल को याद किया। आम आदमी पार्टी भी योगी आदित्यनाथ के निशाने पर रही। बोले कि दिल्ली से आम आदमी पार्टी का नमूना यहां आया है, वह आतंकवाद का हितैषी है, राम मंदिर का विरोध करता है। जब भारतीय सेना पाकिस्तान में सर्जिकल स्ट्राइक करती है तो वह वीर जवानों से सबूत मांगता है। पाकिस्तान कहता था कि भारत के सैनिकों ने हमारी कमर तोड़ दी, फिर भी आम आदमी पार्टी को सबूत चाहिए होता है। आतंकवाद व भ्रष्टाचार इनके जींस का हिस्सा है।
सीएम ने सरदार वल्लभ भाई पटेल व डॉ. भीमराव आंबेडकर को नमन किया। कहा कि सरदार पटेल की सबसे बड़ी प्रतिमा व डॉ. आंबेडकर के पंच तीर्थ को पीएम मोदी के नेतृत्व में भाजपा ने संवारा। पटेल जी सोमनाथ मंदिर का पुनरोद्धार करना चाहते थे, लेकिन मुस्लिम वोटबैंक के कारण कांग्रेस आस्था को कभी सम्मान नहीं देना चाहती थी। कांग्रेस नहीं चाहती थी कि सोमनाथ मंदिर का पुनरोद्धार हो, लेकिन सरदार वल्लभ भाई पटेल की दृढ़ इच्छाशक्ति से यह संभव हुआ। कांग्रेस ने तत्कालीन राष्ट्रपति राजेंद्र प्रसाद को यहां कार्यक्रम में आने से रोकने का प्रयास किया था। कांग्रेस बाबा साहेब को चुनाव हराने का भरसक प्रयास करती थी। 1990 में भगवान सोमनाथ का आशीर्वाद लेकर अयोध्या तक की रथयात्रा शुरू की गई थी। जो संकल्प भगवान सोमनाथ के चरणों में लिया गया था, भव्य राम मंदिर का निर्माण उसकी परिणीति है।
(आईएएनएस
डिस्क्लेमरः यह आईएएनएस न्यूज फीड से सीधे पब्लिश हुई खबर है. इसके साथ bhaskarhindi.com की टीम ने किसी तरह की कोई एडिटिंग नहीं की है. ऐसे में संबंधित खबर को लेकर कोई भी जिम्मेदारी न्यूज एजेंसी की ही होगी.
Created On :   26 Nov 2022 6:01 PM IST