महाराष्ट्र-कर्नाटक सीमा मामले पर सुप्रीम कोर्ट में लड़ने के लिए हरीश साल्वे को मैदान में उतारें

Ajit Pawar says Field Harish Salve to fight in Supreme Court on Maharashtra-Karnataka border issue
महाराष्ट्र-कर्नाटक सीमा मामले पर सुप्रीम कोर्ट में लड़ने के लिए हरीश साल्वे को मैदान में उतारें
अजीत पवार महाराष्ट्र-कर्नाटक सीमा मामले पर सुप्रीम कोर्ट में लड़ने के लिए हरीश साल्वे को मैदान में उतारें

डिजिटल डेस्क, मुंबई। विपक्ष के नेता अजीत पवार ने गुरुवार को राज्य सरकार से महाराष्ट्र-कर्नाटक सीमा विवाद मामले में सुप्रीम कोर्ट में अपने पक्ष का प्रतिनिधित्व करने के लिए विधि विशेषज्ञ हरीश साल्वे को नियुक्त करने का आग्रह किया।

राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता पवार ने भी कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई को मौजूदा संकट के लिए जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने कहा कि बोम्मई ने पिछले कुछ हफ्तों में अपने अंधाधुंध बयानों से राजनीतिक हंगामा खड़ा कर दिया है।

पवार ने कहा, मामला पहले से ही शीर्ष अदालत के समक्ष है .. न्यायपालिका मामले के परिणाम का फैसला करेगी। लेकिन बोम्मई ने अनावश्यक रूप से नया विवाद उठाया। यदि वह बयानबाजी नहीं करते, तो दोनों तरफ माहौल खराब नहीं होता।

सीमा मुद्दे पर महाराष्ट्र के दृष्टिकोण को मजबूती से सामने रखने के लिए उन्होंने राज्य सरकार को सुझाव दिया कि कानूनी लड़ाई को शीर्ष अदालत में निर्देशित करने के लिए साल्वे का नाम लिया जाए।

पवार का बयान दो राज्यों के मुख्यमंत्रियों और गृह मंत्रियों द्वारा बुधवार देर रात नई दिल्ली में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात के एक दिन बाद आया है, ताकि सीमा संकट का समाधान निकाला जा सके।

शाह ने सुलह का रास्ता अपनाते हुए उन्हें दोनों राज्यों के तीन मंत्रियों का एक पैनल गठित करने की सलाह दी है जो स्थानीय आबादी को प्रभावित करने वाले मुद्दों का अध्ययन और समाधान करे, यथास्थिति बनाए रखे और सर्वोच्च न्यायालय के फैसले तक बयान/दावे करने से परहेज करे।

बहुप्रतीक्षित बैठक में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उप मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़णवीस और कर्नाटक के मुख्यमंत्री बोम्मई और गृहमंत्री अरागा ज्ञानेंद्र थे।

राज्यों की सीमा पर गलत सूचना फैलाने वाले फर्जी ट्विटर खातों के शाह के मुद्दे का जिक्र करते हुए, पवार और शिवसेना (यूबीटी) के मुख्य प्रवक्ता संजय राउत ने भी चिंता जताई है।

राउत ने कहा, यह महसूस करने में एक सप्ताह लग गया कि वे ट्वीट नकली हैं! बेलगावी (बेलगाम) पर हमारा दावा है, फिर आपने (कर्नाटक) इसे राज्य की दूसरी राजधानी कैसे बना दिया और मामला विचाराधीन होने पर वहां विधायिका सत्र आयोजित किया।

(आईएएनएस)

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Created On :   15 Dec 2022 6:30 PM IST

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