शिक्षा और भविष्य: कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने स्कूली शिक्षा की स्थिति को लेकर मोदी सरकार पर साधा निशाना

- कांग्रेस अध्यक्ष ने ‘परख राष्ट्रीय सर्वेक्षण 2024’ का दिया हवाला
- भारत में शिक्षा की वास्तविक स्थिति को दर्शाने वाले इन गंभीर सूचकांकों को ढक नहीं सकते!
- उदासीनता के कारण सीखने के परिणाम गिर रहे हैं
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने स्कूली शिक्षा की स्थिति को लेकर केंद्र की मोदी सरकार पर निशाना साधा है। खड़गे ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट साझा करते हुए लिखा है कि परीक्षा पर चर्चा और एग्जाम वॉरियर्स जैसे चर्चित शब्द और आत्म-प्रचार कार्यक्रम भारत में शिक्षा की वास्तविक स्थिति को दर्शाने वाले इन गंभीर सूचकांकों को ढक नहीं सकते! रैंक की उदासीनता के कारण सीखने के परिणाम गिर रहे हैं। मोदी सरकार हमारे भविष्य के प्रति उदासीन बनी हुई है।
स्कूली शिक्षा की स्थिति से जुड़े एक सर्वेक्षण का हवाला देते हुए कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने शनिवार को दावा किया कि इस चिंताजनक स्थिति को लेकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी नेतृत्व वाली केंद्र की एनडीए सरकार का रवैया उदासीन है। कांग्रेस अध्यक्ष ने ‘परख राष्ट्रीय सर्वेक्षण 2024’ का हवाला देते हुए कहा कि कक्षा तीन के बच्चों में 40 प्रतिशत अक्षरों की सही से पहचान नहीं कर पा रहे और छठी कक्षा के 44 प्रतिशत बच्चे सरल शब्दों के अर्थ से अवगत नहीं हैं।
आपको बतादें परख राष्ट्रीय सर्वेक्षण 2024, जिसे पहले राष्ट्रीय उपलब्धि सर्वेक्षण (एनएएस) कहा जाता था। यह शैक्षिक गुणवत्ता बढ़ाने में सर्वेक्षण के महत्व को रेखांकित करता है विश्लेषण इन निष्कर्षों को राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) 2020 के 2030 तक सार्वभौमिक स्कूली शिक्षा प्राप्त करने के दृष्टिकोण के साथ जोड़ता है। शैक्षिक परिणामों के आकलन के भारत के दृष्टिकोण में एक महत्वपूर्ण बदलाव का प्रतिनिधित्व करता है। यह विद्वत्तापूर्ण लेख सर्वेक्षण के दायरे, अवधि, मूल्यांकन पद्धतियों, विषयों और मूल्यांकित ग्रेड पर चर्चा करता है।
Created On :   12 July 2025 4:13 PM IST