कांग्रेस के सुस्त चुनावी अभियान से भाजपा नेतृत्व हुआ चौकन्ना
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। गुजरात में चुनाव के लिए सियासी अखाड़ा सज चुका है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह सहित भाजपा के केन्द्रीय मंत्रियों का प्रदेश में तूफानी दौरा जारी है तो आम आदमी पार्टी (आप) ने भी यहां पूरी ताकत झोंक रखी है। लेकिन कांग्रेस के केन्द्रीय नेताओं का अभी ‘ऐक्टिव मोड’ में आना बाकी है। वैसे तो भाजपा को ‘कांग्रेसी निष्क्रियता’ रास आनी चाहिए, लेकिन कांग्रेस के कमजोर चुनावी अभियान ने ही भगवा पार्टी की चिंता बढ़ा दी है।
ग्रामीण व आदिवासी इलाकों पर है कांग्रेस का फोकस
माना जा रहा है कि कांग्रेस गुजरात में एक खास रणनीति पर काम कर रही है। उसकी कोशिश किसी तरह भाजपा को सत्ता के लिए जरूरी जादूई आंकड़े से दूर रखने की है। कांग्रेस अपने प्रभाव वाले ग्रामीण और आदिवासी बहुल क्षेत्रों पर ज्यादा ध्यान केन्द्रित कर रही है, ताकि यहां सीधे मुकाबले में भाजपा को मुश्किल में डाला जाए। सूरत, अहमदाबाद, राजकोट, बड़ौदा जैसे शहरी क्षेत्रों में जहां अरविंद केजरीवाल तुलनात्मक रूप से भाजपा को अच्छी टक्कर देने की स्थिति में हैं, वहां कांग्रेस ज्यादा मेहनत करने की मन:स्थिति में नहीं है। कांग्रेस दिल्ली में भी यह रणनीति अपना चुकी है, जहां भले ही उसे आप के हाथों सत्ता गंवानी पड़ी, परंतु भाजपा को सत्ता नसीब नहीं हुई थी।
गैर-भाजपाई मतों को बंटने से रोकना है मकसद
बता दें कि पिछले चुनाव में कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने गुजरात में आक्रामक प्रचार कर भाजपा को 99 सीट पर समेट दिया था। लेकिन इस बार वे भारत जोड़ो यात्रा पर हैं। पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी ‘मिशन हिमाचल’ पर तो निकल चुकी हैं, लेकिन गुजरात के लिए अभी उनका कार्यक्रम नहीं बना है। भाजपा के एक वरिष्ठ नेता ने भी माना कि कांग्रेस गुजरात में अपने नुकसान की कीमत पर भाजपा को हराने की रणनीति पर काम कर सकती है। मतलब जहां कांग्रेस ठीकठाक स्थिति में है, वहां आक्रामक ढंग से लड़े और जहां कमजोर है, वहां आप के लिए धीरे से रास्ता छोड़ दे। कांग्रेस की कोशिश प्रदेश में गैर-भाजपाई मतों को बंटने से रोकना है। लिहाजा भाजपा नेतृत्व प्रदेश में पूरी ताकत से जुट गया है।
“यह सही है कि गुजरात में कांग्रेस पार्टी एक रणनीति के साथ काम कर रही है। पार्टी की इस रणनीति ने भाजपा नेतृत्व की नींद उड़ा रखी है। ग्रामीण क्षेत्रों और छोटी-छोटी सभाओं व यात्राओं पर हमारा फोकस है। दीपावली बाद पार्टी का प्रचार अभियान जोर पकड़ेगा। गुजरात के चुनाव प्रभारी व राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत कल से दो दिन गुजरात में रहेंगे। इसके बाद छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल भी पहुंच रहे हैं”।
Created On :   17 Oct 2022 5:56 PM IST