चीन ने डोकलाम के पास बसाए गांव, 100 वर्ग किमी जमीन पर कब्जा

China set up villages near Doklam, occupied 100 sq km of land
चीन ने डोकलाम के पास बसाए गांव, 100 वर्ग किमी जमीन पर कब्जा
कांग्रेस ने लगाया आरोप चीन ने डोकलाम के पास बसाए गांव, 100 वर्ग किमी जमीन पर कब्जा

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। कांग्रेस ने गुरुवार को चीन के साथ सीमा विवाद को लेकर सरकार पर एक बार फिर हमला बोला और आरोप लगाया कि चीन ने डोकलाम के पास तीन गांव बसाए हैं। कांग्रेस ने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि मोदी सरकार ने राष्ट्रीय सुरक्षा के साथ अक्षम्य और खुला समझौता किया है। पार्टी ने इस मुद्दे पर प्रधानमंत्री की चुप्पी पर सवाल उठाते हुए कहा कि भारत की प्रादेशिक अखंडता एक बार फिर बेनकाब हो गई है। एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए कांग्रेस प्रवक्ता गौरव वल्लभ ने कहा, प्रधानमंत्री और रक्षा मंत्री ने हमारे सशस्त्र बलों की अद्भुत वीरता और अदम्य साहस को कम कर दिया है, जिन्होंने अदम्य साहस और बलिदान के साथ चीनी घुसपैठ और आक्रामकता का सामना किया। उन्होंने कहा, हम प्रधानमंत्री से आग्रह करते हैं कि वे पर्दे के पीछे न छुपें और लोगों को जवाब दें।

वल्लभ ने कहा कि चीनी सैन्य घटनाक्रम पर नए उपग्रह चित्र (सैटेलाइट इमेज), पिछले एक साल में भूटानी क्षेत्र में चीनी गांवों के कथित निर्माण को दिखाते हैं, कई नए गांवों को लगभग 100 वर्ग किमी (25,000 एकड़) के क्षेत्र में फैला हुआ देखा जाता है। उन्होंने कहा कि इन गांवों का निर्माण मई 2020 और नवंबर 2021 के बीच किया गया है। कांग्रेस नेता ने आरोप लगाते हुए कहा कि ये नए गांव डोकलाम पठार के पास स्थित हैं जहां 2017 में भारत और चीन का आमना-सामना हुआ था, जिसके बाद चीन ने इस क्षेत्र में सड़क निर्माण गतिविधि को फिर से शुरू करने के लिए भारतीय सुरक्षा तंत्र को दरकिनार कर दिया।

कांग्रेस ने कहा कि भूटान की धरती पर नया निर्माण कार्य भारत के लिए विशेष रूप से चिंता का विषय है, क्योंकि भारत ने ऐतिहासिक रूप से भूटान को अपनी बाहरी संबंध नीति पर सलाह दी है और इसके सशस्त्र बलों को प्रशिक्षित करना जारी रखा है। उन्होंने कहा, पिछले 18 महीनों में, मोदी सरकार ने हमारी राष्ट्रीय सुरक्षा के साथ कैलाश पर्वतमाला में हमारी प्रमुख स्थिति के साथ अक्षम्य समझौता किया है। कांग्रेस प्रवक्ता ने पैंगोंग त्सो झील क्षेत्र के उत्तरी तट पर फिंगर 4 से फिंगर 3 तक के क्षेत्र पर चीनी कब्जे को लेकर भी सरकार को घेरा।

वल्लभ ने आगे कहा, चीन ने एलएसी के अंदर भारत के क्षेत्र को डेपसांग मैदानों में वाई-जंक्शन तक क्यों कब्जा कर लिया था? चीन ने एलएसी के अंदर भारत के क्षेत्र पर गोगरा और हॉट स्प्रिंग्स में वाई-जंक्शन तक कब्जा क्यों किया था? चीन ने आखिर हमारे क्षेत्र में कैसे प्रवेश किया? कैसे चीन ने हमारे क्षेत्र, अरुणाचल प्रदेश में प्रवेश किया और एक गांव का निर्माण किया, एक दोहरे उपयोग वाला गांव। यह रिहायशी गांव ही नहीं, बल्कि एक सैन्य छावनी भी है।

उन्होंने आरोप लगाया कि पूर्वी सेना कमान के जीओसी इन चीफ ने कहा है कि चीन सक्रिय हो रहा है और चुंबी घाटी में बुनियादी ढांचे, सड़कों और राजमार्गों का निर्माण कर रहा है। सिलीगुड़ी कॉरिडोर के रणनीतिक महत्व को उजागर करते हुए उन्होंने चिंता जताते हुए कहा कि चुंबी घाटी सीधे सिलीगुड़ी कॉरिडोर, यानी चिकन नेक को प्रभावित करती है, जो हमारे 7 पूर्वोत्तर राज्यों को शेष भारत से जोड़ता है। कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि 100 वर्ग किलोमीटर जमीन हड़पना, अवैध घुसपैठ और चीन द्वारा डोकलाम के बगल में भूटान में 4 नए गांव बसाना हमारी राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए एक झटका है।

(आईएएनएस)।

Created On :   18 Nov 2021 10:30 AM GMT

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story