कांग्रेसी हुए लामबंद, सोनिया को लिखा पत्र, कहा-अबकी बार नेता प्रतिपक्ष बुंदेलखंड से
डिजिटल डेस्क, भोपाल। मप्र विधानसभा का शीतकालीन सत्र 28 दिसंबर को होने जा रहा है। इस दौरान नेता प्रतिपक्ष की कवायद भी तेज हो गई है। नेता प्रतिपक्ष कौन होगा, इस पर अभी तक तक कांग्रेस में सहमति नहीं बन पाई है। इसी बीच बुंदेलखंड के कांग्रेस पदाधिकारी, विधायक व स्थानीय जन प्रतिनिधि लामबंद हो गए हैं। सभी ने एकजुट होकर कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी व पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ को पत्र लिखकर इन मांग की है कि इस बार नेता प्रतिपक्ष, बुंदेलखण्ड से बनाया जाए।
अधिकांश नेताओं ने पूर्व मंत्री बृजेन्द्र सिंह राठौर को इस पद के लिए सबसे अिधक उपयुक्त बताया है। दिल्ली में शनिवार को संपन्न कांग्रेस की उच्च स्तरीय बैठक के बाद संभावना व्यक्त जी रही है कि पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ नेता प्रतिपक्ष का पद छोड़ कर सिर्फ प्रदेश अध्यक्ष बने रहेंगे। नाथ के पास अभी दोनों पद हैं। नाथ के नेता प्रतिपक्ष का पद छोड़ने की खबरों के बीच नेताओं में जोड़तोड शुरू हो गई है। नेताओं तथा दावेदारों में चल रही जोड़-तोड़ के बीच बुंदेलखण्ड के नेता पूरी तरह से लामबंद हो गए है।
राठौर के समर्थन में उतरे तथा नेता
प्रतिपक्ष बनाए जाने की मांग करने वालों में विधायकगण नीरज विनोद दीक्षित, तथा तरवर सिंह लोधी, प्रकाश सिंह दांगी जिलाध्यक्ष निवाड़ी, यशपाल सिंह ठाकुर शहर अध्यक्ष दमोह, संजय कसगर कार्यकारी जिला अध्यक्ष टीकमगढ़, नवीन साहू कार्यवाहक अध्यक्ष पं गौरव शर्मा कार्यकारी जिला अध्यक्ष, देव प्रशांत सिंह जनपद पंचायत अध्यक्ष, हेमलता वर्मा अध्यक्ष जनपद पंचायत पृथ्वीपुर आदि प्रमुख हैं। इनके अलावा कांग्रेस के अन्य ब्लॉक अध्यक्षों तथा दीगर पदाधिकारियों ने भी पूर्व मंत्री राठौर को नेता प्रतिपक्ष बनाये जाने की मांग की है। यह पहला अवसर है जब बुंदेलखंड के सभी नेता एकजुट होकर शक्ति प्रदर्शन के लिए उतरे हैं।
विक्रांता जीते तो बाला व सिंघार दौड़ से दूर
हाल ही में संपन्न हुए युवा कांग्रेस के चुनाव में आदिवासी नेता तथा पूर्व केन्द्रीय मंत्री कांतिलाल भूरिया के बेटे विक्रांत भूरिया के प्रदेश अध्यक्ष बन जाने के कारण अब नेता प्रतिपक्ष में आदिवासी कार्ड समाप्त हो गया है। नेता प्रतिपक्ष की दौड़ में आदिवासी नेताओं के रूप में बाला बच्चन तथा उमंग सिंघार का नाम तेजी के साथ चल रहा था। अब डॉ. गोविंद सिंह बृजेन्द्र सिंह राठौर तथा सज्जन सिंह वर्मा के बीच में फैसला होने की संभावना है। गौरतलब है कि नेता प्रतिपक्ष के लिए कमलनाथ कैंप से बालाबच्चन का नाम आगे बढ़ाया गया था। जबकि दिग्विजय सिंह कैंप से डॉ. गोविंद सिंह इस पद के प्रबल दावेदार हैं। वही दलित नेताओं में सज्जन सिंह वर्मा तथा विजय लक्ष्मी साधो के भी नामों की चर्चा चल रही है।
Created On :   20 Dec 2020 11:56 PM IST