पीएम मोदी को भेंट किए उपहारों को एकत्र कर रहे लखनऊ के सीए आशीष वर्मा

Lucknow CA Ashish Verma collecting gifts presented to PM Modi
पीएम मोदी को भेंट किए उपहारों को एकत्र कर रहे लखनऊ के सीए आशीष वर्मा
नई दिल्ली पीएम मोदी को भेंट किए उपहारों को एकत्र कर रहे लखनऊ के सीए आशीष वर्मा
हाईलाइट
  • भविष्य में समृद्ध

डिजिटल डेस्क, लखनऊ। उत्तर प्रदेश के लखनऊ के चार्टर्ड अकाउंटेंट (सीए) से क्यूरेटर बने आशीष वर्मा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को उपहार के रूप में भेंट किए गए कई स्मृति चिन्ह एकत्र किए हैं। इनको नीलामी में बेचा गया था और वर्मा ने उन्हें गर्व से अपने कार्यालय में प्रदर्शित किया है।

इनमें कृष्ण मूर्ति, अभय मुद्रा में खड़ी दुर्लभ पीतल की राम मूर्ति, हस्तशिल्प पद्मनाभन स्वामी स्मृति चिन्ह, भारत माता की मूर्ति समेत कई चीजें शामिल हैं। बता दें, प्रधानमंत्री को प्रस्तुत किए गए प्रतिष्ठित उपहार और स्मृति चिन्ह हर साल 17 सितंबर को उनके जन्मदिन पर वेब पोर्टल के माध्यम से नीलाम किए जाते हैं और नीलामी से होने वाली आय को नमामि गंगे मिशन में खर्च किया जाता है, जो नदी के संरक्षण और कायाकल्प के लिए एक समर्पित कदम है।

सीतापुर के मूल निवासी आशीष वर्मा ने 2021 में 14 कलाकृतियों को 2.5 लाख रुपये की कीमत पर खरीदी थी। वर्मा ने कहा, पानी एक वैश्विक मुद्दा है और इसके लिए पवित्र गंगा से बड़ा कोई स्रोत नहीं है। नदियों को बचाने का यह एक नेक काम है और ई-नीलामी में इन उपहारों को खरीदना एक निवेश की तरह है। भविष्य में यह समृद्ध लाभ देगा।

वर्मा अब अपने घर को प्रधानमंत्री मोदी को समर्पित एक मिनी-म्यूजियम में बदलने की योजना बना रहे हैं। उन्होंने कहा, मैं अपने घर को विभिन्न कार्यक्रमों में प्रधानमंत्री को भेंट किए गए उपहारों और स्मृति चिन्हों के एक समृद्ध भंडार में बदलना चाहता हूं। यह न केवल लोगों को देश की समृद्ध विरासत के बारे में जागरूक करेगा, बल्कि उन्हें हमारी नदियों को बचाने के लिए भी प्रेरित करेगा। 2022 में, प्रधानमंत्री को उपहार में दी गई 1,200 से अधिक वस्तुओं की नीलामी 2 अक्टूबर तक की जाएगी और वर्मा नीलामी के लिए पूरी तरह तैयार हैं।

उन्होंने कहा, इस साल, मैंने अपने कलेक्शन में अधिक वृद्धि करने के लिए ई-नीलामी के लिए 4-5 लाख रुपये अलग रखे हैं। जब मुझे एक असाधारण पेन स्टैंड के बारे में पता चला, जिसमें 16 अलग-अलग भाषाओं में भारत लिखा हुआ है, तो मैं हैरान रह गया और तुरंत इसे अपने कलेक्शन में शामिल करने का फैसला किया। इसी तरह, मैंने 54,700 रुपये में देवी लक्ष्मी की एक मूर्ति और 15,000 रुपये की अभय मुद्रा में खड़ी भगवान राम की एक मूर्ति खरीदी।

उनके अन्य कलेक्शन में छह शानदार कढ़ाई वाले शॉल, देवी काली और लक्ष्मी की मूर्तियां, अशोक स्तंभ स्मृति चिन्ह, भगवान भामा की पीतल की मूर्ति और अरुणाचलेश्वर मंदिर फोटो फ्रेम शामिल हैं।

 

आईएएनएस

डिस्क्लेमरः यह आईएएनएस न्यूज फीड से सीधे पब्लिश हुई खबर है. इसके साथ bhaskarhindi.com की टीम ने किसी तरह की कोई एडिटिंग नहीं की है. ऐसे में संबंधित खबर को लेकर कोई भी जिम्मेदारी न्यूज एजेंसी की ही होगी.

Created On :   12 Sept 2022 11:30 AM IST

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story