मॉनसून सत्र: राज्यसभा में पास हुआ होम्योपैथी केंद्रीय परिषद संशोधन विधेयक 2020
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। संसद के मॉनसून सत्र का आज (18 सितंबर) पांचवा दिन है। शुक्रवार को राज्यसभा में होम्योपैथी केंद्रीय परिषद (संशोधन) विधेयक, 2020 (Homeopathy Central Council Amendment Bill 2020) पारित हो गया है। अब राष्ट्रपति से मंजूरी मिलने के बाद ये बिल लागू हो जाएगा। इस विधेयक के पारित होने से होम्योपैथी के स्टूडेंट्स को गुणवत्ता के साथ-साथ सस्ती बढ़ाई मुहैया कराई जा सकेगी।
सदन में विधेयक पर चर्चा के दौरान कांग्रेस सहित कई विपक्षी दलों ने सरकार से सवाल किया कि, होम्योपैथी केंद्रीय परिषद के गठन इतना समय क्यों लगा। इसके अलावा विपक्ष ने गुरुवार को लोकसभा में पास हुए कृषि अध्यादेशों को लेकर भी हंगामा किया। कांग्रेस ने कहा, ये अध्यादेश लाकर केंद्र ने हरित क्रांति को खत्म करने की कोशिश की है।
होम्योपैथी केंद्रीय परिषद (संशोधन) विधेयक को लेकर डीएमके सांसद टी शिवा ने राज्यसभा में कहा, यह संघवाद की जड़ों पर प्रहार करने के लिए इस सरकार का एक और प्रयास है। जिस दिन से उन्होंने पदभार संभाला उस दिन से, अधिकांश विधेयकों ने राज्य सरकार की शक्तियों को छीन लिया है। स्थायी समिति ने स्पष्ट रूप से कहा है कि, सलाहकार परिषद में राज्य चिकित्सा परिषदों का कोई प्रतिनिधित्व नहीं है। इसलिए यह सिफारिश की जाती है कि राज्य मेडिकल काउंसिल के निर्वाचित सदस्यों के प्रतिनिधित्व के लिए एक प्रावधान होना चाहिए।
Standing Committee has very clearly stated that there is no representation of State Medical Councils in the Advisory Council. So, it is recommended that there should be a provision for representation of elected members of State Medical Councils: T Siva, DMK MP in Rajya Sabha https://t.co/36IXzfEN7e
— ANI (@ANI) September 18, 2020
तृणमूल सांसद ने राज्यसभा में गोमूत्र का उड़ाया मजाक, मचा हंगामा
सदन में होम्योपैथी केंद्रीय परिषद (संशोधन) विधेयक पर चर्चा के दौरान तृणमूल कांग्रेस के एक सांसद द्वारा गोमूत्र का मजाक उड़ाने के बाद राज्यसभा में हंगामा भी हुआ। तृणमूल सांसद शांतनु सेन उच्च सदन में होम्योपैथी केंद्रों की भयावह स्थिति के बारे में बोल रहे थे। उन्होंने कहा, ऐसी सरकार से क्या उम्मीद की जा सकती है जो कहती है कि गोमूत्र पीने से बीमारी या कोविड-19 ठीक हो सकता है? सेन ने कहा, वे अप्रत्यक्ष रूप से निजी मेडिकल कॉलेजों, नीमहकीमों को बढ़ावा दे रहे हैं। कई लोग गोमूत्र के औषधीय गुणों को मानते हैं और गाय को पवित्र मानते हैं। कई ने अन्य बीमारियों के बीच कैंसर को ठीक करने के इसके गुणों का दावा किया है। हाल ही में फिल्म स्टार अक्षय कुमार ने भी स्वीकार किया कि वह गोमूत्र का सेवन करते हैं।
हालांकि तृणमूल ने खुद को अलग-थलग पाया क्योंकि सत्ताधारी भाजपा के साथ कई दलों ने होम्योपैथी के पक्ष में तर्क दिया। बीजू जनता दल के प्रसन्ना आचार्य ने कहा, होम्योपैथी चिकित्सा की एक पुरानी भारतीय प्रणाली है और यह गरीबों के लिए सुलभ है। इसलिए हमें इसे और मजबूत बनाने की जरूरत है।
समाजवादी पार्टी के सांसद राम गोपाल यादव ने कहा कि ऐसी कई बीमारियां हैं जिनका एलोपैथी में कोई इलाज नहीं है, लेकिन आयुर्वेद में इसका इलाज मौजूद है। आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह ने कहा कि आयुष मंत्रालय के बजट में होम्योपैथी के लिए अलग से निर्धारित राशि बहुत कम है।
दूसरी ओर द्रमुक ने सिफारिश की कि राज्य चिकित्सा परिषदों के निर्वाचित सदस्यों के प्रतिनिधित्व का प्रावधान होना चाहिए। भाजपा के सुधांशु त्रिवेदी ने कहा, कुछ लोग कहते हैं कि होम्योपैथिक दवाओं की प्रभावशीलता को लेकर कोई वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है। होम्योपैथी न केवल बीमारी, बल्कि रोगी पर भी फोकस करता है। उन्होंने कहा, यह अफसोस की बात है कि भारतीय चिकित्सा की इस विशेष प्रणाली को एक्सप्लोर नहीं किया जा रहा है।
गस्ती और वात्स्यायन के सम्मान में कार्यवाही आधे घंटे के लिए स्थगित
शुक्रवार को राज्यसभा की कार्यवाही शुरू होने के बाद सांसद अशोक गस्ती और पूर्व सांसद कपिला वात्स्यायन के निधन के पर दुख जताते हुए सम्मान में राज्यसभा की कार्यवाही आधे घंटे के लिए स्थगित की गई। भाजपा के कर्नाटक से नवनिर्वाचित राज्यसभा सदस्य अशोक गस्ती का गुरुवार रात बेंगलुरू के एक निजी अस्पताल में कोरोनो से निधन हो गया। वह 55 वर्ष के थे। गस्ती 12 जून को राज्यसभा के लिए निर्विरोध चुने गए थे। गस्ती ने 22 जुलाई को उच्च सदन के सदस्य के रूप में शपथ ली थी।
वहीं पूर्व सांसद, कला, वास्तुकला, भारतीय शास्त्रीय नृत्य और इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केंद्र के संस्थापक निदेशक, प्रमुख विद्वान कपिल वात्स्यायन का बुधवार को नई दिल्ली में उनके घर पर 92 वर्ष की आयु में निधन हो गया था। इन दोनों के सम्मान में राज्यसभा की कार्यवाही शुक्रवार को आधे घंटे के लिए रोक दी गई।
सत्र के दूसरे दिन एयरक्राफ्ट संशोधन बिल 2020 पारित
कोरोना संकट के बीच मॉनसून सत्र की शुरुआत सोमवार से हुई है। राज्यसभा में सत्र के दूसरे दिन एयरक्राफ्ट संशोधन बिल 2020 पास हुआ। नागरिक उड्डयन मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने कहा था, भारत में नागरिक उड्डयन क्षेत्र में तीन विनियामक निकायों- नागरिक उड्डयन महानिदेशालय, नागरिक उड्डयन सुरक्षा कार्यालय और विमान दुर्घटना जांच कार्यालय को ज्यादा प्रभावी बनाया जा सकेगा। इसके अलावा बॉलीवुड में ड्रग्स का मुद्दा भी राज्यसभा में उठ चुका है।
सत्र के तीसरे दिन एयरक्राफ्ट संशोधन बिल 2020 पारित
मॉनसून सत्र के तीसरे दिन राज्यसभा में आयुर्वेद में शिक्षण और अनुसंधान संस्थान विधेयक पारित हुआ। यह विधेयक तीन आयुर्वेद संस्थानों को एक संस्थान- इंस्टीट्यूट ऑफ टीचिंग एंड रिसर्ड इन आयुर्वेद (आयुर्वेद में शिक्षण और अनुसंधान संस्थान) में विलय करने के बारे में है। विधेयक संस्थान को राष्ट्रीय महत्व का संस्थान घोषित करता है। इसके अलावा कांग्रेस समेत अन्य विपक्षी दलों ने कोरोना, लॉकडाउन और प्रवासी मजदूरों की मौत को लेकर सरकार से सवाल किए थे।
राज्यसभा में सत्र का चौथा दिन
17 सितंबर को मॉनसून सत्र के चौथे दिन राज्यसभा में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह भारत-चीन सीमा विवाद पर बयान दिया। राजनाथ सिंह ने कहा, भारत चीन सीमा विवाद अब तक अनसुलझा है, लेकिन मैं देश को आश्वस्त करना चाहता हूं, हम देश का मस्तक किसी भी कीमत पर झुकने नहीं देंगे।
Created On :   18 Sept 2020 1:02 PM IST