बिहार विधानसभा चुनाव 2025: PM मोदी और CM नीतीश को लेकर BJP प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल का आया बयान, कहा - दोनों की जोड़ी बिहार के युवाओं को दे सकती है दिशा

- बिहार में इस साल के अंत से पहले होने है विधानसभा चुनाव
- PM मोदी और CM नीतीश को लेकर बोले दिलीप जायसवाल
- बिहार विधानसभा चुनाव में युवाओं को साधने पर की चर्चा
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। बिहार भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के नेता तेजस्वी यादव पर गुरुवार को तंज कसते हुए कहा कि वह पहले ये बताएं कि कांग्रेस और राजद के कार्यकाल में कितने विश्वविद्यालय बिहार में खोले गए। तेजस्वी यादव को बिहार की जनता को बताना चाहिए कि उनके पिता के कार्यकाल में सरकार गरीबों-वंचितों के उत्थान के बारे में क्या सोच थी।
पीएम मोदी और सीएम नीतीश को लेकर बोलो दिलीप जायसवाल
भाजपा नेता ने कहा कि चुनाव नजदीक है, तो युवाओं को लुभाने के लिए वादे किए जा रहे हैं। मैं साफतौर पर कहना चाहता हूं कि बिहार में युवाओं को अगर कोई दिशा देने का काम कर सकता है तो वह पीएम मोदी और सीएम नीतीश कुमार हैं। कांग्रेस के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे की ओर से बिहार को “छोटा-मोटा राज्य” कहे जाने पर दिलीप जायसवाल ने इसे राजनीति का गिरता हुआ स्तर करार दिया है।
पटना में मीडिया से बातचीत के दौरान उन्होंने कहा कि जनता देख रही है कि उन्हें अपनी भाषा पर कंट्रोल नहीं है। ये लोग समाज सेवा के लिए राजनीति में नहीं आए हैं, इन लोगों का काम है सिर्फ नेतागिरी कर अपनी राजनीति की दुकान चलाना। इस दुकान के लिए गंदी भाषा का उपयोग करते हैं।
तेजस्वी यादव पर साधा निशाना
उन्होंने कहा कि जिस बिहार ने पूरी दुनिया को रास्ता दिखाया है, हमें गर्व होता है कि हम बिहार से हैं। ऐसे में खड़गे के बयान के लिए बिहार के लोग उन्हें कभी माफ नहीं करेंगे। उन्हें पता होना चाहिए कि बिहार की धरती संतों की धरती है, बिहार की धरती ज्ञान की धरती है, बिहार की धरती जननायक की धरती है।
दिलीप जायसवाल ने तेजस्वी यादव के एक सोशल मीडिया पोस्ट पर पलटवार किया, जिसमें तेजस्वी ने कहा कि बिहार के युवा 20 वर्षों की इस एनडीए सरकार की मंशा भांप चुके हैं। युवा अब वह सत्ता के फैसले का इंतजार नहीं करेंगे, बल्कि अब सत्ता का फैसला करेंगे। दिलीप जायसवाल ने कहा, यह लोग सिर्फ गाल बजाने का काम करते हैं; यह सिर्फ गाल बजाने का काम करने के लिए उल्टा-सीधा बोलते हैं। चुनाव आते ही इन्हें युवाओं की चिंता होने लगी है।
Created On :   27 Jun 2025 1:14 AM IST