संसद शीतकालीन सत्र: ट्रंप..SIR और दिल्ली प्रदूषण, जानें मोदी सरकार को किन मुद्दों पर घेरने की तैयारी में विपक्ष?

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। एक दिसंबर से शुरु होने जा रहा संसद का शीतकालीन सत्र के हंगामेदार होने की संभावना है। विपक्ष द्वारा सत्र के लिए रणनीति तैयार की जा रही है। माना जा रहा है कि सरकार को घेरने के लिए विपक्ष द्वारा एसआईआर (मतदाता सूची विशेष पुनरीक्षण अभियान), दिल्ली प्रदूषण, चीन के साथ सीमा विवाद और ट्रंप के बयान जैसे मुद्दों को उठा सकता है। खबरों के मुताबिक, संसद के दोनों सदनों में विपक्ष का नेतृत्व कर रही कांग्रेस 30 नवंबर को सोनिया गांधी के आवास पर बैठक बुलाने जा रही है जिसमें शीतकालीन सत्र की रणनीति तैयार की जाएगी।
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एसआईआर बड़ा मुद्दा
पार्टी के राज्यसभा सांसद जयराम रमेश ने हाल ही में कहा था कि शीतकालीन सत्र में एसआईआर और ट्रंप के बयानों पर पीएम की चुप्पी बड़ा मुद्दा होंगे। इसके अलावा चीन के साथ अनसुलझा सीमा विवाद भी एक बड़ा मुद्दा होगा। इसके अलावा शुक्रवार यानी आज राहुल गांधी ने दिल्ली की महिलाओं के साथ प्रदूषण को लेकर मुलाकात की थी। इस दौरान उन्होंने कहा था कि वे शीतकालीन सत्र में इस मुद्दे को प्रमुखता से उठाएंगे।
कांग्रेस के अलावा टीएमसी, डीएमके और सपा जैसी विपक्ष की बड़ी पार्टियां भी एसआईआर को लेकर कड़ा रुख अपना रही हैं। इन पार्टियों की ओर से भी यह मुद्दा संसद में उठाने की तैयारी की गई है। वहीं अगर एसआईआर पर सरकार के पक्ष की बात करें तो उसका साफ कहना है कि यह चुनाव आयोग की सामान्य प्रक्रिया है इस पर सदन में चर्चा करना पॉसिबल नहीं है। बता दें इससे पहले मानसून सत्र के दौरान भी सरकार ने यही कहा था जब विपक्ष द्वारा एसआईआर पर विपक्ष ने हंगामा किया था।
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ये बिल हो सकते हैं पेश
उधर 19 दिन के छोटे से सत्र में सरकार ने अहम बिल पेश करने की तैयारी की है। मिली जानकारी के मुताबिक सरकार सदन में परमाणु ऊर्जा में संशोधन, उच्च शिक्षा आयोग का गठन और चंडीगढ़ पर संविधान संशोधन बिल ला सकती है। माना जा रहा है कि सत्र को लेकर विपक्ष जिस तरह का आक्रमक रुख अपनाए हुए है उसे देखकर सरकार द्वारा पेश किए जाने वाले बिल भी टकराव का केंद्र बन सकते हैं।
Created On :   28 Nov 2025 7:40 PM IST












