दुर्गापुर गैंगरेप मामला: ‘मेरे बयान का गलत मतलब निकाला गया’, विपक्ष के आरोपों पर CM ममता बनर्जी ने दी सफाई

‘मेरे बयान का गलत मतलब निकाला गया’, विपक्ष के आरोपों पर CM ममता बनर्जी ने दी सफाई

डिजिटल डेस्क, कोलकाता। पश्चिम बंगाल के दुर्गापुर में शनिवार को एक मेडिकल छात्रा के साथ हुए गैंगरेप मामले को लेकर सियासत उबाल पर है। सत्ताधारी टीएमसी सरकार पर बीजेपी हमलावर है। इस घटना ने एक बार फिर से सरकार के सामने पश्चिम बंगाल की महिला सुरक्षा और कानून व्यवस्था को लेकर सवाल खड़े कर दिए हैं। इस बीच मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने रविवार को बड़ा आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि उनकी टिप्पणी को गलत संदर्भ में लिया गया है।

सीएम ममता बनर्जी ने लगाया आरोप

सीएम ममता ने अलीपुरद्वार में मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि इस मुद्दे पर उनकी दी गई टिप्पणियों को जानबूझकर तोड़-मरोड़कर पेश किया गया और उनके शब्दों का गलत संदर्भ निकाला गया।

सीएम ममता बनर्जी ने कहा, ‘दमदम हवाई अड्डे पर की गई मेरी टिप्पणियों को जानबूझकर तोड़-मरोड़कर पेश किया गया। आप मुझसे एक सवाल पूछते हैं और जब मैं जवाब देती हूं, तो मेरे शब्दों को तोड़-मरोड़कर पेश किया जाता है और उनका गलत संदर्भ निकाला जाता है। मेरे साथ ऐसी घटिया राजनीति मत कीजिए।’ उन्होंने कहा, ‘दूसरों के विपरीत, मुझमें आपसे मिलकर सीधे बात करने की शालीनता है। दूसरे तो बस पहले से तय सवालों के जवाब देते हैं।’

बता दें, उत्तर बंगाल में रविवार को बारिश और भूस्खलन की घटनाओं से प्रभावित क्षेत्रों में राहत और पुनर्वास कार्यों का जायजा लेने के लिए जाने से पहले सीएम ममता बनर्जी ने कोलकाता हवाई अड्डे पर मीडिया से बातचीत की। उन्होंने कहा था कि उनकी सरकार का ऐसी घटनाओं को कतई बर्दाश्त नहीं करने का रुख है।

सीएम ने कहा था, ‘यह एक स्तब्ध कर देने वाली घटना है। हमारा रुख ऐसे अपराधों को कतई बर्दाश्त न करने का है। तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है और पुलिस अन्य की तलाश कर रही है। किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा।’

दुर्गापुर गैंगरेप मामले पर पुलिस ने कही ये बात

बता दें, कोलकाता पुलिस ने शनिवार को कहा था कि दुर्गापुर में कुछ लोगों ने ओडिशा के बालासोर जिले के जलेश्वर की रहने वाली मेडिकल छात्रा के साथ कथित तौर पर सामूहिक दुष्कर्म किया। पुलिस के अनुसार, यह घटना शुक्रवार की रात दुर्गापुर के एक प्राइवेट मेडिकल कॉलेज परिसर के बाहर हुई थी। जब द्वितीय वर्ष की छात्रा अपने एक दोस्त के साथ खाना खाने के लिए गई थी।

मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा था, ‘वह एक निजी मेडिकल कॉलेज में पढ़ रही है। इसकी जिम्मेदारी किसकी है? वह रात के 12:30 बजे बाहर कैसे आई? छात्रावास में रहने वाले छात्रों, खासकर जो बाहर से पश्चिम बंगाल में पढ़ाई करने आए हैं, उनसे छात्रावास के नियमों का पालन करने की उम्मीद की जाती है। हालांकि, उन्हें जहां चाहे वहां जाने का मौलिक अधिकार है, लेकिन उन्हें देर रात बाहर निकलने से बचना चाहिए।’

मुख्यमंत्री ने कहा, ‘पीड़िता जिस संस्थान की छात्रा है, वह (संस्थान) भी इस घटना के लिए जिम्मेदार है। निजी कॉलेजों को अपने परिसरों के भीतर और आसपास सुरक्षा सुनिश्चित करनी चाहिए। पुलिस हर व्यक्ति की आवाजाही पर नजर नहीं रख सकती है। अधिकारियों को नहीं पता होता कि रात में कौन घर से निकल रहा है और वे हर घर के बाहर पहरा नहीं दे सकते हैं।’

दुष्कर्म की घटनाओं पर अन्य राज्यों को घेरा

उन्होंने बिहार, उत्तर प्रदेश और ओडिशा में इसी तरह की घटनाएं होने का जिक्र करते हुए कुछ चुनिंदा राज्यों में ही ऐसे अपराधों के खिलाफ आक्रोश पर सवाल उठाए। मुख्यमंत्री ने कहा, ‘हम ऐसी सभी घटनाओं की निंदा करते हैं, चाहे वे कहीं भी हों। हमने बिहार, उत्तर प्रदेश और ओडिशा में ऐसे कई मामले देखे हैं। बंगाल में हमारा ऐसे अपराधों को कतई बर्दाश्त नहीं करने का रुख है। हम इन्हें बहुत गंभीरता से लेते हैं।’

Created On :   13 Oct 2025 3:02 AM IST

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