लालू परिवार में जारी कलह: 'याद रखना 25 से 5 पर आने में देर नहीं लगेगी', तेज प्रताप ने भाई तेजस्वी पर साधा निशाना, RJD के भविष्य पर उठाए सवाल

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। बिहार में एनडीए सरकार के गठन के बीच लालू परिवार में चल रही अंदरूनी कलह अब सियासी मोड़ ले चुकी है। हाल ही में रोहिणी आचार्य ने राजनीति छोड़ने और अपने परिवार से रिश्ते खत्म करने का ऐलान किया है। इस बीच अब लालू यादव के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव का बड़ा बयान सामने आया है। उन्होंने कहा है कि उनकी बहन रोहिणी को घर से निकाला गया है। इसके अलावा सवाल भी उठाया है कि अगर ऐसा ही करते रहे तो परिवार और पार्टी में बचेगा कौन?
तेज प्रताप यादव ने तेजस्वी यादव पर साधा निशाना
हाल ही में तेज प्रताप यादव ने जनशक्ति जनता दल के इंस्टाग्राम अकाउंट से पोस्ट किया है। उन्होंने लिखा, "सबको निकालोगे तो रहेगा कौन? यही सवाल अब जनता पूछ रही है।"
तेज प्रताप यादव ने लिखा, "जब मुझे निकाला गया था, तो यही लोग सोच रहे थे कि तेज प्रताप तो फालतू है। इससे क्या फर्क पड़ेगा? मुझे रोककर रखा गया। मेरी आवाज दबाई गई। फिर भी मैं पूरे मन से पार्टी में लगा रहा। लेकिन जिस दिन मैं बाहर निकला और 'नई RJD' की सच्चाई जनता के सामने रखी, उसी दिन इनको समझ आ गया कि इन्होंने क्या खोया है। आप खुद ही देख लीजिए आंकड़े क्या कहते हैं।"
इतना ही नहीं, बल्कि तेज प्रताप यादव ने 2015 से लेकर 2025 तक आरजेडी की सीटों में आई गिरवाट के आंकड़ें गिनाएं
2015 — 80 सीट
2020 — 75 सीट
2025 — 25 सीट
इस दौरान तेज प्रताप यादव ने दावा किया, "यह गिरावट मैं नहीं, जनता बता रही है कि गलती कहां हुई और मजेदार बात यह है कि आज वही लोग पूछ रहे हैं, "सबको निकालोगे तो रहेगा कौन?" अफसोस यही सवाल तो आज जनता पूछ रही है कि पार्टी बची कहां है?"
रोहिणी आचार्य को लेकर कही ये बात
रोहिणी आचार्य से संबंध खत्म होने की बात पर आहत तेज प्रताप ने लिखा, "पहले मुझे निकाला, फिर देवी जैसी मेरी बहन रोहिणी को निकाला। पूरा बिहार हंस रहा था कि जिस परिवार ने लोगों को हंसाया और रुलाया, वही आज खुद मजाक का पात्र बन गया है।"
इतना ही नहीं, जनशक्ति जनता दल के प्रमुख तेज प्रताप ने महाभारत के संदर्भ का जिक्र करते हुए लिखा, "इज्जत का तमाशा जब-जब हुआ है पार्थ, धर्म ने हस्तिनापुर ही नहीं, पूरा इतिहास बदल दिया है। आज बिहार की बहनों–बेटियों की आवाज फिर न्याय मांग रही है और मैं वचन देता हूं, जिसने भी सम्मान को ललकारा, विनाश उसका सुनिश्चित है। ये राजनीति नहीं, जनता की चीरही रक्षा का युद्ध है।"
तेज प्रताप यादव यही नहीं रुके, बल्कि उन्होंने अपने भाई तेजस्वी और पिता लालू प्रसाद यादव को चेतावनी दी। उन्होंने कहा कि अगर ऐसे ही चलता रहा तो अगली बार के चुनाव में आरजेडी को 25 से 5 सीटों पर आने में देर नहीं लगेगी। ये तो सिर्फ 20 दिन का ही कमाल है। अगर मैं पूरे बिहार में घूमता तो इसी बार ये पांच सीट पर आ जाते। हम लोग 44 सीटों पर लड़े थे। वहां आरजेडी को मात्र 5 सीट ही मिली। बिहार की जनता समझ चुकी है कि RJD अब लालू जी की विचारधारा वाली पार्टी नहीं, बल्कि जयचंदों द्वारा हथियाई गई पार्टी बन चुकी है।
इसके बाद तेज प्रताप यादव ने आगे लिखा कि सिद्धांत की जगह चाटुकार बैठा हो, और समर्पण की जगह षड्यंत्र। वहां सवाल भी खोखले लगते हैं। मैंने कभी किसी को नहीं निकाला। मुझे तो मेरे ही घर से, मेरे ही लोगों से दूर किया गया। फिर भी जिस दिन जनता ने मुझे सुना एक बात साफ हो गई।
Created On :   19 Nov 2025 1:34 PM IST












