जातीय हिंसा के दो साल बाद: मणिपुर दौरे पर जाएंगे आरएसएस चीफ मोहन भागवत-तरुण कुमार शर्मा

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। आरएसएस चीफ मोहन भागवत के हिंसा के दो साल से अधिक समय के बाद पहली बार मणिपुर दौरे पर जाने की खबर है। संघ के किसी पदाधिकारी ने सरकारी मीडिया एजेंसी को इसकी जानकारी दी।
आपको बता दें मई 2023 से मणिपुर में मैतेई और कुकी दो समुदायों के बीच जातीय हिंसा शुरु हुई, जिसमें 260 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी हैं, हजारों लोग बेघर हो गए हैं। सीएम एन बीरेन सिंह के इस्तीफा देने के बाद केंद्र ने मणिपुर में राष्ट्रपति शासन लागू कर दिया था। राज्य विधानसभा को निलंबित कर दिया गया है, जिसकी अवधि 2027 तक थी।
आरएसएस के राज्य महासचिव तरुण कुमार शर्मा ने सरकारी समाचार एजेंसी पीटीआई को जानकारी देते हुए बताया कि मोहन भागवत अपनी तीन दिन की यात्रा के दौरान नागरिकों, उद्यमियों और जनजातीय समुदाय के प्रतिनिधियों से मुलाकात कर चर्चा करेंगे। तरुण ने संघ सरसंघचालक की यात्रा को आरएसएस की शताब्दी समारोह से जोड़ते हुए कहा वे 20 नवंबर को गुवाहाटी से आएंगे और 22 नवंबर को रवाना होंगे। आपको बता दें मोहन भागवत ने आखिरी बार 2022 में मणिपुर का दौरा किया था।
मिली जानकारी के अनुसार मोहन भागवत आगमन के दिन इंफाल के कोन्जेंग लाइकाई में उद्यमियों और अन्य प्रमुख लोगों से मुलाकात करेंगे। 21 नवंबर को भागवत मणिपुर की पहाड़ियों के जनजातीय नेताओं से चर्चा करेंगे। हालांकि संघ के पदाधिकारी से मोहन भागवत के पिछले दो साल से जारी हिंसा से प्रभावित और विस्थापित लोगों के राहत शिविर जाने की पूछा तो उन्होंने इसे कार्यक्रम का हिस्सा नहीं बताया। संघ का कहना है कि मोहन भागवत की यात्रा मुख्य रूप से संगठन के अंदरूनी कार्यक्रम का हिस्सा है।
Created On :   19 Nov 2025 2:14 PM IST












