स्वदेशी लोगों से जुड़ने के लिए बेयरफुट सर्कल सही तरीका : फिंच

Barefoot circle the right way to connect with indigenous people: Finch
स्वदेशी लोगों से जुड़ने के लिए बेयरफुट सर्कल सही तरीका : फिंच
स्वदेशी लोगों से जुड़ने के लिए बेयरफुट सर्कल सही तरीका : फिंच
हाईलाइट
  • स्वदेशी लोगों से जुड़ने के लिए बेयरफुट सर्कल सही तरीका : फिंच

डिजिटल डेस्क, सिडनी। ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट टीम भारत के खिलाफ शुरू होने वाली तीन मैचों की वनडे सीरीज के पहले मैच में शुक्रवार को यहां सिडनी क्रिकेट ग्राउंड (एससीजी) पर नस्लवाद के खिलाफ नंगे पैर घेरा बनाकर (बेयरफुट सर्कल) अपना विरोध दर्ज कराएगी। आस्ट्रेलिया ने जब इस साल इंग्लैंड का दौरा किया था, उसकी टीम ने नस्लवाद के विरोध को गंभीरता से नहीं लिया था और इसके लिए उसकी कड़ी आलोचना हुई थी। वेस्टइंडीज के दिग्गज तेज गेंदबाज माइकल होल्डिंग ने इंग्लैंड दौरे पर घुटने के बल बैठकर नस्लवाद का विरोध नहीं करने पर एरॉन फिंच और इंग्लैंड के कप्तान इयोन मोर्गन को कड़ी फटकार लगाई थी। फिंच ने तब कहा था कि इसके लिए खास इशारों की जरूरत नहीं है।

हालांकि अब आस्ट्रेलियाई नेतृत्वकर्ताओं ने नस्लवाद के खिलाफ नंगे पैर घेरा बनाकर (बेयरफुट सर्कल) अपना विरोध दर्ज कराने का फैसला किया है। फिंच ने गुरुवार को मीडिया से कहा, कप्तान के रूप में हमने बैठकर इस पर टीम के साथ बात की है। कई लोगों ने इसका समर्थन किया है। मुझे लगता है कि स्वदेशी लोगों से जुड़ने का यह एक अच्छा तरीका है। हमारे खेल और हमारे समाज में नस्लवाद के प्रति स्पष्ट रूप से शून्य सहिष्णुता है और वैसे भी यह होना चाहिए।

फिंच ने कहा कि ब्लैक लाइव्स मैटर (बीएलएम) आंदोलन से संबंधित यह कदम न केवल लोगों को बल्कि पूरी टीम को इतिहास में हुई गलतियों के बारे में शिक्षित करेगा। उन्होंने कहा, यह शिक्षित करने के बारे में है, खुद को और अपनी टीम को। हम आस्ट्रेलिया में पिछले 240-वर्षों में कथित अन्याय के बारे में बहुत कुछ सीखने की शुरुआत कर सकते हैं। मुझे लगता है कि मैं कुछ जागरूकता ला सकता हूं।

Created On :   26 Nov 2020 10:01 AM GMT

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