बचपन से विंबलडन जीतने का सपना है : कोंटा

Dreaming of winning Wimbledon since childhood: Conta
बचपन से विंबलडन जीतने का सपना है : कोंटा
बचपन से विंबलडन जीतने का सपना है : कोंटा

डिजिटल डेस्क, लंदन। वल्र्ड नंबर-14 महिला टेनिस खिलाड़ी योहाना कोंटा ने कहा है कि उनका सपना बचपन से विंबलडन जीतना है और वह इस सपने को पूरा करने के लिए लगातार कोशिश करेंगी। कोंटा का यह सपना 2020 में तो पूरा नहीं हो सकता क्योंकि कोविड-19 के कारण इस साल यह ग्रैंड स्लैम टूर्नामेंट रद्द कर दिया गया है। दूसरे विश्व युद्ध के बाद ऐसा दूसरी बार हुआ है कि यह टूर्नामेंट रद्द किया गया हो।

हेलोमैग्जीन डॉट कॉम ने कोंटा के हवाले से लिखा, मुझे विंबलडन में खेलना पसंद है और इसे जीतना बचपन से मेरा सपना रहा है। मुझे इस बात का दुख है कि इस साल मैं इस टूर्नामेंट में नहीं खेल पाऊंगी, लेकिन इसने मेरे ग्रैंड स्लैम विजेता बनने के सपने को तोड़ा नहीं है। मैं इसके लिए लगातार प्रयास जारी रखूंगी।

कोंटा इस ओलम्पिक में भी हिस्सा लेने वाली थीं लेकिन यह खेल भी कोविड-19 के कारण एक साल तक के लिए टाल दिए गए। ओलम्पिक खेल इस साल 24 जुलाई से नौ अग्सत के बीच होने थे लेकिन अब यह अगले साल 23 जुलाई से आठ अगस्त के बीच खेले जाएंगे।

उन्होंने कहा, ओलम्पिक रद्द होने पर मैंने अपनी निराशा को अब अलग कर दिया है। मैं उन लोगों की तुलना में क्या महसूस कर पाऊंगी जो चार साल में एक बार इन खेलों के लिए तैयार करते हैं। यह उनके लिए काफी मुश्किल होगा और उन्हें एक और साल के लिए इंतजार करना होगा। टेनिस खिलाड़ी थोड़े बहुत भाग्यशाली हैं क्योंकि उन्हें साल में चार वार्षिक टूर्नामेंट खेलने मिलते हैं।

 

Created On :   22 Jun 2020 2:30 PM GMT

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