FIFA WC : 28 साल बाद सेमीफाइनल में पहुंची इंग्लैंड, क्रोएशिया ने रूस को हराया
डिजिटल डेस्क, मॉस्को। FIFA World Cup 2018 में शनिवार को खेले गए तीसरे क्वार्टर फाइनल में इंग्लैंड ने स्वीडन को 2-0 से हरा दिया है। इस जीत के साथ ही इंग्लैंड की टीम 28 साल बाद फीफा वर्ल्डकप के सेमीफाइनल में पहुंच गई है। वहीं मेजबान रूस पेनल्टी शूट आउट में क्रोएशिया से 4-3 से हारकर बाहर हो गया। क्रोएशिया 20 साल बाद सेमी फाइनल में पहुंची है।
पहले हाफ में जहां मैग्वायर ने इंग्लैंड को बढ़त दिलाई थी, वहीं दूसरे हाफ में डेली अली ने बढ़त को डबल कर दिया। इंग्लैंड की जीत में गोलकीपर पिकफर्ड का भी अहम रोल रहा, जिन्होंने दूसरे हॉफ में तीन दमदार बचाव किए। इंग्लैंड अब सेमीफाइनल में क्रोएशिया और रूस के बीच होने वाले चौथे क्वार्टर फाइनल के विजेता से भिड़ेगा।
पहले हाफ में इंग्लैंड ने जबरदस्त अटैकिंग खेल दिखाया। वहीं स्वीडन ने अपने डिफेंड करने की स्ट्रैटजी को इस मैच में भी बरकरार रखा। इंग्लैंड को 21वें मिनट में मैच का बेस्ट चांस मिला जब हैरी केन ने एक शानदार शॉट लिया पर वह स्वीडन के डिफेंडर के पैर से लगकर बाहर चली गई। मैच के 30वें मिनट में इंग्लैंड को मिले एक पेनल्टी कॉर्नर पर एश्ले यंग के शानदार क्रॉस पर मैग्वायर ने हेडर से गोल कर टीम को 1-0 की बढ़त दिला दी। मैग्वायर का यह इंटरनेशनल मैच में पहला गोल था। हॉफ टाइम से कुछ मिनट पहले इंग्लैंड को मैच का दूसरा गोल करने का सबसे बेहतरीन मौका मिला जब ट्रीपर ने रहीम स्टरलिंग को एक बेहतरीन पास दिया। उस वक्त स्टरलिंग स्वीडन के गोलकीपर से वन टू वन थे लेकिन वे इस मौके को भूना न सके। हाफ टाइम तक स्कोर 1-0 रहा।
दूसरे हाफ के शुरू होते ही उम्मीद की जा रही थी कि स्वीडन की टीम बेहतर खेल दिखाएगी क्योंकि स्वीडन ने इस वर्ल्डकप में अपने 6 गोल में से 5 गोल सेकंड हाफ में किए थे। स्वीडन गेम में पेस पकड़ ही रहा था कि मैच के 59वें मिनट में जेसी लिंगार्ड के एक लोफ्टेड क्रॉस पर डेली अली ने हेडर से गोल कर इंग्लैंड को 2-0 की लीड दिला दी। 2 गोलों से पिछड़ने के बाद स्वीडन की टीम उबर नहीं सकी और मुकाबला हार गई। हालांकि स्वीडन ने दूसरे हॉफ में 4 से 5 अच्छे मौके बनाए, लेकिन इंग्लिश गोलकीपर की मुस्तैदी ने स्वीडन के इन अटैक्स को नाकाम कर दिया। खेल विशेषज्ञों का मानना है कि यह इंग्लैंड का अब तक के वर्ल्डकप में यह सबसे कम्प्लीट परफॉर्मेंस रहा है। मैच में इंग्लैंड की टीम ने 12 शॉट अटेम्प्ट किए, जिसमें से 2 ऑन टार्गेट रहे। वहीं स्वीडन ने 7 शॉट अटेम्प्ट किए, जिसमें से 3 ऑन टार्गेट थे। इंग्लैंड ने 7 फाउल किए वहीं स्वीडन ने 10 फाउल किए। मैच में इंग्लैंड का बॉल पज़ेशन 56% रहा, वहीं स्वीडन का बॉल पज़ेशन 44% रहा। मैच में कुल 3 यलो कार्ड दिए गए।
बता दें कि दोनों टीमें इससे पहले 23 बार भिड़ी थी, जिसमें दोनों ही टीमों ने 7-7 मैच जीते थे और 9 मैच ड्रॉ रहे थे। दोनों में से किसी भी टीम ने पिछले 25 साल में एक बार भी सेमीफाइनल के लिए क्वालिफाई नहीं किया था। जहां स्वीडन ने अपना आखिरी सेमीफाइनल मैच 1994 में खेला था, वहीं इंग्लैंड 1990 वर्ल्डकप में इस स्टेज तक पहुंच पायी थी।
स्वीडन की टीम ने अपने स्ट्रांग डिफेंस और सेट पीसेस के दम पर क्वार्टरफाइनल में जगह बनाई थी। वहीं इंग्लैंड अपने करिश्माई कोच गैरी साउथगेट के स्ट्रेटजी और युवा स्टार खिलाड़ियों के दमदार प्रदर्शन के दम पर अंतिम 8 में पहुंची थी। राउंड ऑफ 16 के मुकाबले में स्वीडन ने फोर्सबर्ग के बेहतरीन गोल की मदद से स्विट्ज़रलैंड को 1-0 से हराया था, जबकि इंग्लैंड ने प्री-क्वार्टरफाइनल मुकाबले में कोलंबिया को पेनल्टी शूटआउट में 4-3 से हराया था। अब तक के वर्ल्डकप में चार पेनल्टी शूटआउट में यह इंग्लैंड की पहली जीत थी।
स्वीडन की टीम आज अपने सबसे बेहतरीन डिफेंडर माइकल लस्टिंग के बिना उतरी थी, जो कि दो यलो कार्ड पाने की वजह से एक मैच का सस्पेंशन झेल रहे थे। उधर, गैरी साउथगेट की इंग्लैंड टीम अपने पिछले मैच के विनिंग काम्बिनेशन के साथ मैदान में उतरी थी।
स्वीडन: रॉबिन ओल्सन, एमिल क्राफ्ट, विक्टर लिंडलोफ, एंड्रियास ग्रैनक्विस्ट, लुडविग ऑगस्टिंसन, विक्टर क्लेसन, सेबेस्टियन लार्सन, अल्बिन एकडल, एमिल फोर्सबर्ग, मार्कस बर्ग, ओला तोइवोनेन
इंग्लैंड: जॉर्डन पिकफोर्ड, केली वॉकर, जॉन स्टोन्स, हैरी मैग्वायर, किरन ट्रिप्पीयर, डेले, जॉर्डन हैंडर्सन, जेसी लिंगर्ड, एशले यंग, रहेम स्टर्लिंग, हैरी केन
Created On :   7 July 2018 1:26 PM GMT