- Dainik Bhaskar Hindi
- Sports
- IPL award money cuts due to COA: BCCI officials
दैनिक भास्कर हिंदी: आईपीएल पुरस्कार राशि में कटौती सीओए के कारण : बीसीसीआई अधिकारी

हाईलाइट
- आईपीएल पुरस्कार राशि में कटौती सीओए के कारण : बीसीसीआई अधिकारी
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। दुनिया का सबसे अमीर बोर्ड माने जाने वाला बीसीसीआई ने एक हैरानी भरा फैसला लेते हुए इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के प्लेऑफ की ईनामी राशि में कटौती की है। बोर्ड ने इस बार पुरस्कार राशि में 50 फीसदी कटौती करने का फैसला किया है, जिसका कारण एक बीसीसीआई अधिकारी ने कर (टैक्स) को बताया है।
बीसीसीआई के एक अधिकारी ने आईएएनएस से कहा कि प्रशासकों की समिति (सीओए) के दौरान वित्तीय ढांचे में हुए बदलाव एक बड़ा कारण है कि जिसके चलते बोर्ड को कुछ मुश्किल फैसले लेने पड़ रहे हैं और वित्तीय ढांचे को दोबारा देखना पड़ा रहा है। उन्होंने कहा, यह सीओए द्वारा लिए गए फैसलों का नतीजा है, जिन्होंने बीसीसीआई के पैसे को बिना सोचे इसलिए खत्म किया, ताकि वह दुनिया के एक निश्चित हिस्से की नजरों में अच्छा बन सकें। सीएफओ कर विभाग के लिए काम करते नजर आ रहे था ना कि बीसीसीआई के लिए, जिसके लिए उन्हें काम करना था।
यहां तक की सीओए की विफलता के कारण बोर्ड को जो भारी भरकम करों का भुगतान करना पड़ा रहा, उसके चलते बीसीसीआई अध्यक्ष सौरभ गांगुली और उनकी टीम को घरेलू खिलाड़ियों की फीस को बढ़ाने को लेकर भी परेशानी आ रही है। बहरहाल आईपीएल पर लौटें तो, जो ई-मेल आठ फ्रेंचाइजियों को भेजा गया है, उसके मुताबिक आईपीएल-2020 के विजेता को 10 करोड़ रुपये, उप-विजेता को 6.25 करोड़ रुपये, तीसरे और चौथे स्थान पर रहने वाली टीमों को 4.375 करोड़ रुपये दिए जाएंगे। वहीं 2019 में विजेता को 20 करोड़ रुपये दिए गए थे। उपविजेता के हिस्से 12.5 करोड़ रुपये आए थे। तीसरे और चौथे स्थान पर रहने वाली टीमों को 8.75 करोड़ रुपये दिए थे।
आईपीएल जीतने वाली फ्रेंचाइजी के एक अधिकारी से जब इसे लेकर संपर्क किया गया तो उन्होंने कहा कि इससे फ्रेंचाइजी को फर्क नहीं पड़ता है क्योंकि यह पैसा वो खिलाड़ियों के बीच बांट देती है। अधिकारी ने आईएएनएस से कहा, देखिए, रकम हमारे लिए चिता की बात नहीं है, क्योंकि अपने अतीत में भी हमने यह पैसा खिलाड़ियों और सपोर्ट स्टाफ में बांट दिया है। हो सकता है कि आईपीएल की गर्विनंग काउंसिल की अगली बैठक में कुछ फ्रेंचाइजियां इस मुद्दे को उठाएं।
भोपाल: स्कोप कॉलेज में विश्वस्तरीय प्रशिक्षण वर्कशाप की स्थापना
डिजिटल डेस्क, भोपाल। स्कोप कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग ने अपने छात्र -छात्राओं के भविष्य को संवारने के लिये भारत के आटोमोबाइल क्षेत्र में अग्रणी कम्पनी हीरो मोटोकार्प के साथ एक करार किया जिसमें ऑटोमोबाइल क्षेत्र में स्किल डेवलपमेंट के लिये एक विश्वस्तरीय प्रशिक्षण वर्कशाप की स्थापना संस्था के प्रांगण में की गई है। ये अपने आप में एक अद्वतीय पहल है तथा सभी अत्याधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित है। इसमें सभी नवीनतम कम्प्यूटराइज्ड मशीन के द्वारा टू-व्हीलर ऑटोमोबाइल कार्यशाला प्रशिक्षण दिया जायेगा। इस वर्कशाप में उद्घाटन के अवसर पर कम्पनी के जनरल मैनेजर सर्विसेज श्री राकेश नागपाल, श्री मनीष मिश्रा जोनल सर्विस हेड - सेंट्रल जोन, श्री देवकुमार दास गुप्ता - डी जी एम सर्विस, एरिया मैनेजर श्री राम सभी उपस्थिति थे। साथ ही संस्था के वरिष्ठ अधिकारी डॉ. अजय भूषण, डॉ. देवेंद्र सिंह, डॉ. मोनिका सिंह, अभिषेक गुप्ता आदि उपस्थित थे। संस्था के सभी शिक्षकगण तथा छात्र-छात्रायें उपस्थित थे।
कार्यक्रम की शुरूआत सरस्वती वंदना से की गई , डॉ. मोनिका सिंह ने अतिथियों का संक्षिप्त परिचय दिया। डॉ. अजय भूषण ने सभी का स्वागत किया और बताया कि आने वाला समय कौशल विकास आधारित शिक्षा का है। कर्यक्रम में आईसेक्ट ग्रुप के कौशल विकास के नेशनल हेड अभिषेक गुप्ता ने ग्रुप के बारे मे विस्तार से बताया कि किस तरह हमेशा से आईसेक्ट ग्रुप ने कौशल विकास को हमेशा प्राथमिकता से लिया है। कार्यक्रम में एएसडीसी के सीईओ श्री अरिंदम लहिरी ऑनलाइन आकर सभी को बधाई दी तथा छात्र - छात्राओं को उनके उज्जवल भविष्य के लिये शुभाषीस भी दी।
कार्यक्रम में डॉ. देवेंद्र सिंह ने बताया कि कौशल विकास आधारित शिक्षा सनातन काल से भारतवर्ष में चली आ रही है मध्यकालीन समय में कौशल विकास पर ध्यान नही दिया गया परंतु आज के तेजी से बदलते हुए परिवेश में विश्व भर में इसकी आवश्यकता महसूस की जा रही है। इसी आवश्यकता को देखते हुये स्कोप कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग में कुछ ही समय में विभिन्न क्षेत्रों के सात सेंटर ऑफ एक्सीलेंस की स्थापना की गई है जो की विभिन्न क्षेत्रों मे छात्र- छात्राओं के कौशाल विकास मे महत्वपूर्ण भूमिका निभायेंगे।
भोपाल: सीआरपीएफ की 93 महिला पुलिसकर्मियों की बुलेट यात्रा का रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय में हुआ आगमन
डिजिटल डेस्क, भोपाल। इंडिया गेट से जगदलपुर के लिए 1848 किमी की लंबी बुलेट यात्रा पर निकलीं सीआरपीएफ की 93 महिला पुलिसकर्मियों का रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय की राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई ने विश्वविद्यालय परिसर में आगमन पर भव्य स्वागत किया। लगभग 300 स्वयंसेवकों तथा स्टाफ सदस्यों ने गुलाब की पंखुड़ियों से पुष्प वर्षा करते हुए स्वागत किया। वहीं उनके स्वागत में एन एस एस की करतल ध्वनि से पूरा विश्वविद्यालय परिसर गुंजायमान हो उठा। इस ऐतिहासिक बाइक रैली में शामिल सभी सैन्यकर्मियों का स्वागत विश्वविद्यालय के डीन ऑफ एकेडमिक डॉ संजीव गुप्ता, डिप्टी रजिस्ट्रार श्री ऋत्विक चौबे, कार्यक्रम अधिकारी श्री गब्बर सिंह व डॉ रेखा गुप्ता तथा एएनओ श्री मनोज ने विश्वविद्यालय की तरफ से उपहार व स्मृतिचिन्ह भेंट कर किया। कार्यक्रम की भूरि-भूरि प्रशंसा करते हुए डिप्टी कमांडेंट श्री रवीन्द्र धारीवाल व यात्रा प्रभारी श्री उमाकांत ने विश्वविद्यालय परिवार का आभार किया। इस अवसर पर लगभग 200 छात्र छात्राएं, स्वयंसेवक व एनसीसी कैडेट्स समस्त स्टाफ के साथ स्वागत में रहे मौजूद।
खबरें और भी हैं...
दैनिक भास्कर हिंदी: पी. के. बनर्जी की हालत में सुधार, डॉक्टरों की निगरानी में
दैनिक भास्कर हिंदी: बारिश से मैच रद्द होना, टूर्नामेंट के लिए शर्म की बात : नाइट
दैनिक भास्कर हिंदी: निजी सफलता टीम से ऊपर नहीं : मनदीप
दैनिक भास्कर हिंदी: इंग्लैंड के लिए पूनम के खतरों से बचना अहम होगा : नाइट
दैनिक भास्कर हिंदी: बीसीसीआई सीएसी ने चयनकर्ताओं के लिए जोशी, हरविंदर के नाम सुझाए