- भारत में एक दिन में सबसे ज्यादा लोगों को लगाया गया कोरोना का टीका, 447 में दिखा वैक्सीन का साइड इफेक्ट
- गणतंत्र दिवस पर किसानों की ट्रैक्टर रैली के खिलाफ अर्ज़ी पर SC में सोमवार को सुनवाई
- ममता के गढ़ में उतरेगी शिवसेना, विधानसभा चुनाव लड़ने का किया ऐलान किया
- कांग्रेस ने मोदी सरकार को घेरा, कहा- सरकार के लिए सस्ता, जनता के लिए महंगा टीका
- जी-7 समिट में शामिल होंगे प्रधानमंत्री मोदी, यूके के पीएम ने भेजा न्योता
टेनिस : फेनेस्टा ओपन जूनियर चैम्पियनशिप में यू-16 में करण, रेश्मा ने जीते खिताब

नई दिल्ली, 12 अक्टूबर (आईएएनएस)। करनाल के करण सिंह और रेश्मा मारूरी ने शनिवार को फेनेस्ट ओपन जूनियर नेशनल टेनिस चैम्पियनशिप में क्रमश: बालक और बालिका अंडर-16 वर्ग के खिताब अपने नाम किए हैं।
करण ने तीन सेटों तक चले रोमांचक और बेहद प्रतिस्पर्धी मुकाबले में उदित गोगोई को मात दी। वहीं लड़कियों के फाइनल में रेश्मा ने परी सिंह को सीधे सेटों में हरा खिताब अपने नाम किया।
करण ने उदित को तकरीबन तीन घंटे तक चले मुकाबले में 5-7, 6-4, 7-6 (7-3) से मात दी। करण पहला सेट हार गए थे और दूसरे सेट में भी पीछे चल रहे थे लेकिन क्ले कोर्ट पर अभ्यास करने वाले इस खिलाड़ी ने हार्ड कोर्ट की मुश्किलात को अपने जुनून और हार न मानने की जिद से पीछे करते हुए जीत हासिल की।
मैच के बाद करण ने आईएएनएस से कहा, पहले सेट में 4-2 से आगे था, लेकिन फिर में पहला सेट हार गया। दूसरे सेट में मैंने सोचा कि अगर यह भी गया तो मैच गया। मैं दूसरे सेट में भी 1-2 से पीछे था। फिर मैंने उदित की सर्विस ब्रेक की और वहां से मुझे आत्मविश्वास मिला जिसके दम पर मैंने आगे खेला और जीत हासिल की।
यह करण का पहला नेशनल खिताब है। करण ने अपने खेल में वॉली की अच्छा इस्तेमाल करते हुए अच्छे अंक बटोरे। साथ ही वह बेसलाइन से कुछ लाजवाब शॉट खेल अंक बटोरने में सफल रहे। वहीं उदित ने कुछ गलतियां की जिसके खामियाजा उन्हें भुगतना पड़ा।
लड़कियों के अंडर-16 फाइनल में रेश्मा ने परी को 7-5, 6-2 से हराया।
मैच के बाद रेश्मा ने कहा, यह मुश्किल मैच था लेकिन मैं लड़ाई करती रही। मैंने पहले भी अलग-अलग वर्ग में नेशनल टूर्नामेंट खेले हैं लेकिन यह मेरा अभी तक का सबसे अच्छा अनुभव था।
लड़कों के अंडर-14 फाइनल में आयुष भट्ट ने अग्रिया यादव को 3-6, 6-1, 6-0 से हरा ट्रॉफी अपने नाम की। लड़कियों के अंडर-14 वर्ग में पवित्रा पारिखित ने श्रुति अहलावत को 6-1, 6-4 से हराया।
भारतीय महिला हॉकी टीम की कप्तान रानी रामपाल ने विजेताओं को पुरस्कार प्रदान किए।
कमेंट करें
Real Estate: खरीदना चाहते हैं अपने सपनों का घर तो रखे इन बातों का ध्यान, भास्कर प्रॉपर्टी करेगा मदद

डिजिटल डेस्क, जबलपुर। किसी के लिए भी प्रॉपर्टी खरीदना जीवन के महत्वपूर्ण कामों में से एक होता है। आप सारी जमा पूंजी और कर्ज लेकर अपने सपनों के घर को खरीदते हैं। इसलिए यह जरूरी है कि इसमें इतनी ही सावधानी बरती जाय जिससे कि आपकी मेहनत की कमाई को कोई चट ना कर सके। प्रॉपर्टी की कोई भी डील करने से पहले पूरा रिसर्च वर्क होना चाहिए। हर कागजात को सावधानी से चेक करने के बाद ही डील पर आगे बढ़ना चाहिए। हालांकि कई बार हमें मालूम नहीं होता कि सही और सटीक जानकारी कहा से मिलेगी। इसमें bhaskarproperty.com आपकी मदद कर सकता है।
जानिए भास्कर प्रॉपर्टी के बारे में:
भास्कर प्रॉपर्टी ऑनलाइन रियल एस्टेट स्पेस में तेजी से आगे बढ़ने वाली कंपनी हैं, जो आपके सपनों के घर की तलाश को आसान बनाती है। एक बेहतर अनुभव देने और आपको फर्जी लिस्टिंग और अंतहीन साइट विजिट से मुक्त कराने के मकसद से ही इस प्लेटफॉर्म को डेवलप किया गया है। हमारी बेहतरीन टीम की रिसर्च और मेहनत से हमने कई सारे प्रॉपर्टी से जुड़े रिकॉर्ड को इकट्ठा किया है। आपकी सुविधाओं को ध्यान में रखकर बनाए गए इस प्लेटफॉर्म से आपके समय की भी बचत होगी। यहां आपको सभी रेंज की प्रॉपर्टी लिस्टिंग मिलेगी, खास तौर पर जबलपुर की प्रॉपर्टीज से जुड़ी लिस्टिंग्स। ऐसे में अगर आप जबलपुर में प्रॉपर्टी खरीदने का प्लान बना रहे हैं और सही और सटीक जानकारी चाहते हैं तो भास्कर प्रॉपर्टी की वेबसाइट पर विजिट कर सकते हैं।
ध्यान रखें की प्रॉपर्टी RERA अप्रूव्ड हो
कोई भी प्रॉपर्टी खरीदने से पहले इस बात का ध्यान रखे कि वो भारतीय रियल एस्टेट इंडस्ट्री के रेगुलेटर RERA से अप्रूव्ड हो। रियल एस्टेट रेगुलेशन एंड डेवेलपमेंट एक्ट, 2016 (RERA) को भारतीय संसद ने पास किया था। RERA का मकसद प्रॉपर्टी खरीदारों के हितों की रक्षा करना और रियल एस्टेट सेक्टर में निवेश को बढ़ावा देना है। राज्य सभा ने RERA को 10 मार्च और लोकसभा ने 15 मार्च, 2016 को किया था। 1 मई, 2016 को यह लागू हो गया। 92 में से 59 सेक्शंस 1 मई, 2016 और बाकी 1 मई, 2017 को अस्तित्व में आए। 6 महीने के भीतर केंद्र व राज्य सरकारों को अपने नियमों को केंद्रीय कानून के तहत नोटिफाई करना था।