विंगर से डिफेंडर बनने का सफर आसान नहीं रहा : मंदार

The journey from winger to defender has not been easy: Mandar
विंगर से डिफेंडर बनने का सफर आसान नहीं रहा : मंदार
विंगर से डिफेंडर बनने का सफर आसान नहीं रहा : मंदार

फातोर्दा, 18 अक्टूबर (आईएएनएस)। बदलाव कभी आसान नहीं होता, खासतौर पर ऐसे में जब आप 27 साल के हो गए हों। मंदार राव देसाई को जब बीते सीजन में एफसी गोवा के मुख्य कोच सर्गियो लोबेरा ने लेफ्ट बैक से खेलने के कहा को शायद उनके पास कोई ऑब्शन नहीं बचा था। इसके बाद से मंदार ने अपनी नई भूमिका के लिए खुद को तैयार किया और उम्दा प्रदर्शन करते हुए राष्ट्रीय टीम तक पहुंचे।

मंदार लेफ्ट विंगर के रूप में सफल रहे हैं लेकिन अब वे लेफ्ट बैक पोजीशन में खेल रहे हैं। यह पूछे जाने पर कि क्या आपने कभी सोचा था कि आपको लेफ्ट बैक भी खेलना पड़ेगा? मंदार ने कहा, स्पेन में प्री सीजन के दौरान कोच लोबेरा ने कहा कि मुझे लेफ्ट बैक में खेलना होगा। लोबेरा ने हालांकि मुझसे पूछा भी था क्या मैं इस पोजीशन पर सहज हूं। इसके बाद ही उन्होंने स्पेन में मुझे पहली बार इस पोजीशन पर मैदान में उतारा था। जैसे-जैसे सीजन आगे बढ़ा, मैंने डिफेंडिंग की कला सीखनी शुरू की। यह देखते हुए कि मैंने इससे पहले इस पोजीशन पर कभी नहीं खेला है, मेरे लिए यह काम आसान नहीं था। कोच ने कहा कि अगर मैं इस पोजीशन पर अच्छा करता रहा तो फिर मैं देश के लिए भी लेफ्ट बैक खेल सकता हूं।

मंदार ने अपने कोच के कथन को सही साबित करते हुए अपनी मेहनत के दम पर राष्ट्रीय टीम में बतौर लेफ्ट बैक जगह बना ली। मंदार ने कहा, मैं कतर के खिलाफ डेब्यू को लेकर रोमांचित था। एशियाई चैम्पियन का सामना करना कठिन काम था। हमने अपना श्रेष्ठ देने की कोशिश की। डिफेंडर्स और मिडफील्डर्स के बीच हमने तालमेल को बनाए रखा और इसी कारण हमे अच्छा परिणाम देखने को मिला।

मंदार से जब यह पूछा गया कि बदलाव को स्वीकार करना कितना कठिन है। खासतौर पर एसे में जबकि आप 27 साल के हो चुके हैं। उन्होंने कहा, यह खिलाड़ी पर निर्भर करता है।मेरे लिए यह नई चुनौती थी। मुझे अपना पूरा खेल बदलना पड़ा। इसके लिए मैंने आनलाइन वीडियो देखे।

एफसी गोवा के सहमालिक और भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान विराट कोहली ने फुटबाल खिलाड़ियों के फिटनेस लेबल की तारीफ की है। क्लब के सहमालिक खुद एक खिलाड़ी हैं, ऐसे में उनकी बातें खिलाड़ियों को कितना प्रेरित करती हैं।

मंदार ने कहा, वह जब भी खिलाड़ियों से बात करते हैं तो काफी प्रेरित करते हैं। उन्हें अपने क्लब और उसके खिलाड़ियों पर भरोसा है। एफसी गोवा ने आईएसएल में हमेशा अच्छा प्रदर्शन किया है। किसी भी क्लब क लिए हमेशा टॉप-4 में बने रहना आसान नहीं होता लेकिन गोवा ने यह कर दिखाया है। विराट ने जब यह कहा था कि एक फुटबाल खिलाड़ी का फिटनेस क्रिकेटरों से काफी अच्छा होता है क्योंकि इसमें काफी भागना पड़ता है। विराट खुद काफी फिट हैं और जानते हैं कि फिटनेस के बगैर शीर्ष पर नहीं पहुंचा जा सकता है।

मंदार एफसी गोवा के साथ करार करते वक्त सबसे युवा खिलाड़ी थे। अब वे कप्तान हैं। ऐसे में क्लब में उनकी भूमिका क्या रही है? इसे लेकर मंदार ने कहा, मैंने अपने सीनियर्स से काफी कुछ सीखा है। सिर्फ एफसी गोवा नहीं बल्कि मैने डेम्पो स्पोर्टस क्लब में भी काफी कुछ सीखा है। मैं महान फुटबाल खिलाड़ी और कोच जीको का शुक्रगुजार हूं। जब आप हजारों की भीड़ के आगे खेलते हैं तो काफी कुछ सीखते हैं। एफसी गोवा के पूर्व खिलाड़ी रोबर्ट पीयर्स और लूसियो मेरे खेल के विकास में अहम किरदार रहे हैं और मैं आशा करता हूं कि आने वाले समय में मैं क्लब के युवा खिलाड़ियों को भी कुछ सिखा सकूंगा।

Created On :   18 Oct 2019 4:30 PM IST

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