World Womens boxing championship: भारत की चार महिला मुक्केबाज सेमीफाइनल में पहुंची

World Womens boxing championship 2018: Four women boxers of India reached in the semi-finals
World Womens boxing championship: भारत की चार महिला मुक्केबाज सेमीफाइनल में पहुंची
World Womens boxing championship: भारत की चार महिला मुक्केबाज सेमीफाइनल में पहुंची
हाईलाइट
  • तीन भारतीय खिलाड़यों ने पहली बार अपना मेडल पक्का किया
  • भारत का 10 साल का सबसे अच्छा प्रदर्शन
  • मैरीकॉम बनी सबसे ज्यादा मेडल जीतने वाली महिला बॉक्सर

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। विश्व महिला मुक्केबाजी चैंपियनशिप में मंगलवार को एमसी मैरीकॉम ने 48 किग्रा भार वर्ग के सेमीफाइनल में प्रवेश कर लिया है। क्वार्टर फाइनल मुकाबले में मैरीकॉम ने चीन की वू यू को 5-0 से हराकर सेमीफाइनल में जगह बनाई। इस जीत के साथ मैरीकॉम ने भारत के लिए मेडल पक्का कर लिया है। इसके साथ ही विश्व चैंपियनशिप में अब मैरीकॉम सबसे ज्यादा पदक जीतने वाली महिला मुक्केबाज बन जाएंगी। अगर सेमीफाइनल में मैरीकॉम हार जाती हैं तब भी उन्हें ब्रॉन्ज मेडल हासिल होगा। 

सेमीफाइनल में मैरीकॉम की भिड़ंत किम से 
अब सेमीफाइनल में गुरुवार को मैरीकॉम का मुकाबला उत्तर कोरिया की किम हयांग से होगा। सेमीफाइनल मुकाबले के बारे में मैरीकॉम ने बताया, "मैंने किम को पिछले साल एशियन चैंपियनशिप में हराया है। मैं जीत के लिए आश्वस्त हूं लेकिन विरोधी खिलाड़ी को कमजोर नहीं समझती हूं।

भारत की तीन और मुक्केबाज सेमीफाइनल में
मैरीकॉम के अलावा भारत की तीन और मुक्केबाज लवलिना बोरगोहेन, सोनिया चहल और सिमरनजीत कौर ने भी सेमीफाइनल में प्रवेश कर लिया है। इन तीनों मुक्केबाजों ने विश्व मुक्केबाजी में पहली बार अपने मेडल पक्के किए हैं। बता दें की विश्व मुक्केबाजी चैंपियनशिप में सेमीफाइनल में हारने वाले दोनों खिलाड़ियों को ब्रॉन्ज मेडल दिया जाता है। वहीं, भारत की चार मुक्केबाज मनीषा, भाग्यवती, पिंकी रानी और सीमा पुनिया क्वार्टर फाइनल में हारकर बाहर हो गईं। 

सबसे ज्यादा मेडल जीतने वाली मुक्केबाज
पांच बार की वर्ल्ड चैंपियन मैरीकॉम ने विश्व मुक्केबाजी में अब तक भारत के लिए छह मेडल जीते हैं। इसके अलावा आयरलैंड की केटी टेलर ने भी पांच गोल्ड मेडल के साथ छह मेडल जीत चुकी हैं। केटी अब प्रोफेशनल बॉक्सर बन गई हैं, इस कारण उन्होंने इस चैंपियन में हिस्सा नहीं लिया है। ऐसे में अब मैरीकॉम विश्व चैंपियनशिप में सबसे ज्यादा मेडल जीतने वाली महिला मुक्केबाज हो गई हैं। 

भारत को गोल्ड की उम्मीद 
इससे पहले मैरीकॉम ने पांच गोल्ड मेडल जीते हैं। उन्होंने एक मेडल 2002 में 45 किग्रा भार वर्ग में, तीन मेडल (2005, 2006, 2008) में 46 किग्रा भार वर्ग में और एक मेडल (2010) 48 किग्रा भार वर्ग में गोल्ड मेडल जीता था। इसके बाद दिल्ली में 2006 में हुई वर्ल्ड वुमन्स बॉक्सिंग चैंपियनशिप में मैरीकॉम ने गोल्ड मेडल पर कब्जा किया था। 35 साल की मैरीकॉम ने आखिरी बार 2010 में विश्व चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल जीता था। अब मैरीकॉम से इस चैंपियनशिप में भी भारत के लिेए गोल्ड मेडल लाने की उम्मीदें हैं। 

10 साल का सबसे अच्छा प्रदर्शन
भारत ने इस प्रतियोगिता में चार पदक पक्के कर लिए हैं। यह उसका 10 साल का सबसे अच्छा प्रदर्शन है। इससे पहले 2008 में भी भारत ने चार पदक जीते थे। हालांकि, हमारी खिलाड़ी 2006 में दिल्ली के प्रदर्शन को नहीं दोहरा पाईं थीं। 2006 में भारत ने चार स्वर्ण समेत आठ पदक जीते थे, जो विश्व चैम्पियनशिप में हमारा अब तक सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है। बुधवार को कोई मुकाबला नहीं है। 22 और 23 को सेमीफाइनल, जबकि 24 को फाइनल खेला जाएगा।

Created On :   21 Nov 2018 6:10 AM GMT

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