मध्य प्रदेश: अनाथ बच्ची को सात समंदर पार मिली ममता की छांव

अनाथ बच्ची को सात समंदर पार मिली ममता की छांव
  • बच्ची को विदेशी दम्पति की गोद के हवाले कर दिया
  • सतना के सेवा भारती की मातृछाया में पल-बढ़ रही थी बच्ची
  • अमेरिका के कोलोडिला शहर के रहने वाले हैं दम्पति

डिजिटल डेस्क, भोपाल। मध्य प्रदेश के सतना में सेवा भारती की मातृछाया में पल-बढ़ रही करीब 2 साल की अनाथ बच्ची को आखिरकार सात समंदर पार अमरीका में ममता की छांव मिल ही गई। गुरुवार को संस्था के अन्य सदस्यों की मौजूदगी में कलेक्टर अनुराग वर्मा ने बच्ची को विदेशी दम्पति की गोद के हवाले कर दिया। इस मौके पर उत्तम बनर्जी, सौरभ सिंह, दीक्षा सिंह, प्रदीप सक्सेना, राजेश मेहता एवं अनमोल केसरवानी भी मौजूद रहे। गौरतलब है कि यह बच्ची नवंबर 2022 में पैदा हुई थी जिसे उसकी मां जिला अस्पताल में छोडक़र नदारद हो गई थी। स्वास्थ्य परीक्षण के बाद पता चला कि बच्ची को दिल की बीमारी है। मातृछाया में रहते हुए बच्ची का जबलपुर में उपचार कराया गया। भारत सरकार की एडॉप्शन एजेंसी ने बच्ची की प्रोफाइल पंजीकृत भारतीय माता-पिता को दिखाने के लिए पोर्टल पर डाली मगर किसी भी भारतीय ने इसे दत्तक ग्रहण के लिए नहीं चुना।

विदेशी दम्पति ने लिया गोद

जुलाई 2023 में अमेरिका के कोलोडिला शाहर में रहने वाले केन्ट मरीन और कैट मारिन ने इस बच्ची को ऑनलाइन पोर्टल पर देखा और मातृछाया एजेंसी से इस संदर्भ में बातचीत की कुछ टेस्ट और ईको करवाने के बाद माता-पिता ने इस बच्ची को लेने के लिए अपनी स्वीकृति प्रदान की। भारत सरकार ने जनवरी 2024 में इस बच्ची को लेने के लिए एनओसी प्रदान की और अमेरिकन एम्बेसी ने सभी डॉक्यूमेंट को वेरीफाई कर भारत सरकार की दत्तक ग्रहण एजेंसी ने सतना मातृछाया को बच्चों को दत्तक ग्रहण की प्रक्रिया करने के लिए कहा। इस तरह से एक अनाथ को सात समंदर पार ममता की छांव नसीब हो गई।

Created On :   19 April 2024 5:17 PM GMT

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