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- China's biggest enemy of India, countrymen should be determined against it: Indresh Kumar
नई दिल्ली: भारत का सबसे बड़ा शत्रु चीन, इसके विरुद्ध संकल्पित हो देशवासी : इंद्रेश कुमार

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। ताइवान पर चीन की जारी सख्ती के बीच राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के वरिष्ठ प्रचारक इंद्रेश कुमार ने चीन को देश का सबसे बड़ा शत्रु बताते हुए कहा कि इसके विरुद्ध पूरे देश को संकल्पित होना होगा। उन्होंने आगाह करते हुए कहा कि अगर अभी से इसके खिलाफ कमर कसकर हर मोर्चे पर नहीं लड़ा गया तो वह ताइवान और नेपाल को निगलने के बाद भारत की ओर रुख करेगा।
अगर भारत उसका गुलाम हुआ तो वह ईस्ट इंडिया कंपनी और मुगलों से भी ज्यादा खतरनाक स्थिति होगी उससे देश को आजाद होने में ढाई हजार साल से अधिक का वक्त लग जाएगा। मुस्लिम राष्ट्रीय मंच और भारतीय सुरक्षा जागरण मंच जनपथ के मुख्य संरक्षक इंद्रेश कुमार नई दिल्ली के अंबेडकर अंतरराष्ट्रीय सेंटर में राष्ट्रीय सुरक्षा जागरण मंच (फैंस) द्वारा साइबर युद्ध आधारित कार्यशाला को संबोधित कर रहे थे।
इंद्रेश कुमार ने कहा, आज युद्ध के तरीके बदल रहे हैं। इसमें इंटरनेट की दुनिया का इस्तेमाल एक हथियार के तौर पर किया जाने लगा है। जब हम साइबर अपराध जैसी बड़ी वैश्विक चुनौती से लड़ रहे हों, तो हर सूचना महत्वपूर्ण हो जाती है।
उन्होंने कहा कि चीन की विस्तारवादी नीतियां जारी है। भारत की सख्त आपत्तियों के बावजूद अपने लोगों की रक्षा के नाम पर लाइन ऑफ कंट्रोल (एलओसी) के नजदीक पाकिस्तान की सीमा में अपने सैनिकों की मौजूदगी कर ली है। जिससे जम्मू कश्मीर तक हमला आसान हो जाएगा। उन्होंने कहा कि चीन का भारत के खिलाफ आर्थिक और साइबर युद्ध के साथ प्रोपोगंडा युद्ध जारी ही है। यह युद्ध एक साथ कई मोर्चे पर लड़ी जा रही है।
इंद्रेश कुमार ने कहा कि आर्थिक युद्ध में चीन से उत्पादित सामानों पर और उसको कच्चा माल देने के मामले में सख्ती और प्रतिबंध जैसे कदमों से काबू पाया गया है। उसे राष्ट्रीय राजमार्ग व रक्षा के साथ दूरसंचार प्रोजेक्ट से बाहर किया गया है। इसलिए हम चीन के चंगुल में आकर श्रीलंका जैसी दिवालिया होने की स्थिति से तो बच गए, पर साइबर युद्ध पर काबू पाना अभी जारी है।
इंटरनेट के उपयोग की संवेदनशीलता की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि यह प्रकृति का नियम है कि हर प्रश्न के साथ ही उसका उत्तर का भी जन्म ले लेता है। कश्मीर घाटी में आतंकवाद को ध्वस्त करने में किसी भी प्राप्त सूचना पर काम करने की नीति ने बड़ी भूमिका निभाई। आज युद्ध के तरीके बदल रहे हैं। इसमें इंटरनेट की दुनिया का इस्तेमाल एक हथियार के तौर पर किया जाने लगा है। जब हम साइबर अपराध जैसी बड़ी वैश्विक चुनौती से लड़ रहे हों, तो हर सूचना महत्वपूर्ण हो जाती है।
उन्होंने कहा कि देश में नफरत का माहौल तैयार करने के लिए मुस्लिम समाज को भड़काने, कोरोना के वक्त गरीब मजदूरों के पलायन के मामले में उन्हें भड़काने तथा गांव और शहर को आपस में लड़वाने जैसे मामले देखे गए, जिसमें उसे यहां के लोगों का भी साथ मिला।
अमेरिका, ब्रिटेन, आस्ट्रेलिया, नाइजीरिया व कनाडा जैसे देशों से इंटरनेट आधारित मीडिया के माध्यम से देश का माहौल खराब करने वाले पोस्ट किए जा रहे हैं। संघ प्रचारक ने कहा कि आगे यह हमले और बढ़ेंगे। इसके लिए मजबूती से कमर कसना होगा। देश के लोगों के साथ देश को इन साइबर अपराधों से बचाने के लिए बड़ी संख्या में साइबर संग्राम सेनानी की आवश्यकता होगी। इसके लिए विशेषज्ञों के साथ युवाओं को आगे आना होगा।
कार्यक्रम के सत्र को संबोधित करते हुए केंद्रीय ऊर्जा मंत्री आर के सिंह ने कहा कि ऐसे समय में जब देश आजादी का अमृत महोत्सव मना रहा है, साइबर अपराध और डेटा लॉ प्रोटेक्शन जैसे विषयों पर विमर्श की जरूरत बढ़ गई है। डेटा लॉ प्रोटेक्शन से जुड़े विधेयक को कुछ संशोधनों के साथ फिर लाया जाएगा। उन्होंने गृह मंत्रालय में सेक्रेटरी के रूप में बिताए दिनों की चर्चा की।
साथ ही एक घटना का जिक्र करते हुए बताया कि जब वह इस सरकार में आए तब कि एक घटना म्यांमार की हुई थी जहां आतंकियों पर हमले हुए थे परंतु बाद में रोहिंगिया के मारे गए लोगों की फोटो मॉर्फ कर के बौद्धों की फोटो के रूप में कुछ असमाजिक तत्वों ने फैला कर देश का माहौल खराब करने की कोशिश की थी।
(आईएएनएस)
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टैगोर के जीवन पर आधारित नाटक प्रस्तुत कर दी श्रद्धांजलि: राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय ने टैगोर को पुण्यतिथि पर किया सादर सुमिरन
डिजिटल डेस्क, भोपाल। भारतीय संस्कृति के उद्गाता गुरूदेव रबीन्द्रनाथ टैगोर की पुण्यतिथि पर टैगोर राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय और टैगोर विश्व कला व संस्कृति केन्द्र द्वारा उनके जीवन पर आधारित नाट्य प्रस्तुति और एकला चलो रे गीत की प्रस्तुति कर उनका पुण्य स्मरण किया। गुरूदेव रबीन्द्रनाथ टैगोर की पुण्यतिथि 7 अगस्त को रहती है इसी परिप्रेक्ष्य में शनिवार 6 अगस्त को रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय के कथा सभागार में मनोज नायर के निर्देशन में नाट्य विद्यालय के विद्यार्थियों ने एक नाट्य प्रस्तुति दी। इस मौके पर संतोष कौशिक के मार्गदर्शन में विद्यार्थियों ने एकला चलो रे गीत प्रस्तुत किया।
इससे पूर्व टैगोर के चित्र और प्रतिमा पर मार्ल्यापण कर उनके व्यक्तित्व और कृतित्व को याद किया गया। इस कार्यक्रम में विश्वविद्यालय के कुलपति डाॅ. ब्रह्म प्रकाश पैठिया, नेशनल स्किल डेवलपमेंट कारपोरेशन नई दिल्ली के सीनियर हेड, स्टेट इंगेजमेंट एंड ऑपरेशन डाॅ. सोवनिष कुरियाकोसे एवं मानविकी एवं उदार कला संकाय की डीन एकेडमिक डाॅ. संगीता जौहरी विषेष रूप से उपस्थित थी। सभी आमंत्रित अतिथियों ने गुरुदेव के कार्यों और विचारों पर बात की। कार्यक्रम का संचालन नाट्य विद्यालय के समन्वयक विक्रांत भट्ट ने किया। आभार डा. मौसमी परिहार ने माना।
टीकाकरण महाभियान में लगे 300 से अधिक टीके: आरएनटीयू मेंराष्ट्रीय सेवा योजना द्वारा आवाज़ के सहयोग से हुआ दो दिवसीय कोरोना टीकाकरण शिविर का आयोजन
डिजिटल डेस्क, भोपाल। कोरोना टीकाकरण महाभियान के अंतर्गत एवं भारत सरकार की मंशानुरूप कुलसचिव डॉ विजय सिंह के निर्देशन में गैर सरकारी संगठन आवाज़ के सहयोग राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय द्वारा दो दिवसीय कोरोना के प्रथम, द्वितीय एवं बूस्टर डोज़ शिविर का आयोजन किया जा रहा है। जिसके पहले दिन विश्वविद्यालयीन स्टाफ सहित स्थानीय 190 लोगों को बूस्टर डोज़ लगाया गया।
टीकाकरण की शुरुआत डीन ऑफ अकेडमिक डॉ संजीव कुमार गुप्ता को डोज़ लगाकर की गई। वहीं दूसरे दिन टीकाकरण की शुरुआत डॉ सीवी रमन विश्वविद्यालय वैशाली के कुलाधिपति मान. डॉ वी के वर्मा को बूस्टर डोज़ लगाकर की गई। साथ प्रो वाइस चांसलर डॉ संगीता जौहरी की उपस्थिति में 125 लोगों को टीका लगाया गया। साथ ही कार्यक्रम अधिकारी श्री गब्बर सिंह एवं डॉ रेखा गुप्ता तथा पीआरओ श्री विजय प्रताप ने भी डोज़ लगवाकर अन्य लोगों को भी इस हेतु प्रेरित किया।
इस अवसर पर राष्ट्रीय सेवा योजना के दलनायक अविनाश चौहान तथा स्वीटी बाला ने बूस्टर डोज़ के फायदे बताए। आवाज़ के इस सहयोग के लिए विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ ब्रम्हप्रकाश पेठिया ने बधाई व शुभकामनाएं दीं। इस दो दिवसीय टीकाकरण शिविर में चिकित्सा एवं पैरामेडिकल विभाग का भी सहयोग रहा। मुख्य भूमिका दलनायिका चित्रांशी मीना, मोना लोधी, दीक्षा पटेल, अविनाश कुमार, अमित कुमार, राजू कुमार इत्यादि की रही।
क्लोजिंग बेल: सपाट स्तर पर बंद हुआ बाजार, सेंसेक्स 89 अंक ऊपर, निफ्टी 17400 के नीचे
डिजिटल डेस्क, मुंबई। देश का शेयर बाजार कारोबारी सप्ताह के पांचवे और आखिरी दिन (05 अगस्त 2022, शुक्रवार) तेजी के साथ खुला परंतु आरबीआई के द्वारा प्रमुख ब्याज दरों, रेपो रेट में 50 आधार अंक बढ़ाये जाने, इनके 2019 वर्ष के स्तर तक आ जाने तथा चीन के द्वारा ताइवान की वायु सीमा के अतिक्रमण के समाचारों के कारण तेजी टिक नहीं पाई एवं उतार- चढ़ाव के सत्र में अंत में बाजार सपाट स्तर पर बंद हुआ।
इस दौरान बंबई स्टॉक एक्सचेंज (BSE) के 30 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक सेंसेक्स 89.13 अंक यानी कि 0.15% बढ़कर 58,387.93 के स्तर पर बंद हुआ। वहीं नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) के 50 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक निफ्टी 15.50 अंक यानी कि 0.09% की बढ़त के साथ 17,397.50 के स्तर पर बंद हुआ।
जबकि बैंक निफ्टी ने 165.05 अंक बढ़कर 37920.60 पर सत्र की समाप्ति दी। निफ्टी के 50 शेयरों में 26 हरे रंग में रहे। इंडिया विक्स 1.77 प्रतिशत गिर 18.92 पर बंद हुआ। क्षेत्र विशेष में पावर, ऑटो सूचकांक प्रत्येक 1 प्रतिशत से अधिक गिरे जबकि फाइनेंसियल तथा ऑटो में खरीदारी दिखी।निफ्टी के शेयरों में अल्ट्राटेक, श्रीसीमेंट, यूपीएल, पावर ग्रिड में सर्वाधिक लाभ रहा जबकि हिंडाल्को, ब्रिटानिया, एमएंडएम, आयशर मोटर, रिलायंस में सबसे अधिक हानि रही।
तकनीकी आधार पर निफ्टी ने डोजी कैंडल स्टिक प्रारूप बनाया है जो खरीदार एवं बिकवाल, दोनों के मध्य अनिर्णय की मनोस्थिति दर्शाता है।निफ्टी ने 17500 के मनोवैज्ञानिक स्तर तथा फॉलिंग ट्रेंडलाइन पर अवरोध का सामना किया है, अगली तेजी की तीव्र चाल के लिए इन स्तरों को पार करना अत्यंत आवश्यक है। निफ्टी 200 दिनों के मूविंग एवरेज तथा सुपर ट्रेंड स्तर के ऊपर ट्रेडिंग कर रहा है जो और भी तेजी के लिए शक्तिकारक है।
निफ्टी के ओपन इंटरेस्ट आंकड़ो में, कॉल में सर्वाधिक ओपन इंटेरेस्ट 17600 पर है जबकि पुट में यह 17000 पर है। मोमेन्टम संकेतक एमएसीडी दैनिक समयाविधि में सकारात्मक क्रॉसओवर के साथ ट्रेड कर रहे हैं जो निफ्टी में शक्ति का संकेत है। निफ्टी का सपोर्ट 17100 है जबकि 17500 एक तात्कालिक अवरोध है। बैंक निफ्टी का सपोर्ट 37500 तथा अवरोध 38500 है। कुलमिला कर ऊंचे स्तरों पर लाभ ले लेने की प्रवृति दिख सकती है।
17500 के ऊपर ही नई बड़ी खरीदारी दिख सकती है।चीन एवं ताइवान के मध्य भूराजनीतिक तनाव पर निकट की दृष्टि रखे एवं अपने खरीदारी तथा बिकवाली में इसको महत्व दें। अभी तक मार्केट ब्याज दर वृद्धि एवं चीन ताइवान तनाव जैसी नकारात्मक समाचारों को भी पचा ले रहा है परंतु कोई बड़ा नकारात्मक समाचार बिकवाली ला सकता है। अपने सौदों में कड़ा स्टॉप लॉस रखें।
पलक कोठारी
रीसर्च एसोसिएट
चॉइस ब्रोकिंग
Source: Choice India
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