Bihar Politics: 'आजादी के बाद से 70 सालों तक बिहार में कोई बुनियादी...' बिहार बीजेपी ने राजद पर लगाए ये आरोप

- 'एनडीए कार्यकर्ता सम्मेलन' अभियान का अंतिम चरण
- 15-20 दिनों तक नहीं धुलती बेडशीट
- हॉस्पिटल की खस्ताहाल व्यवस्था पर सवाल
डिजिटल डेस्क, पटना। बिहार विधानसभा चुनाव सरगर्मी पर है। इसके लिए राजनीतिक दल अपनी रणनीति तैयार करने में लगे हैं। इसी कड़ी में बिहार बीजेपी अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने लालू सरकार पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि राजद ने 70 सालों में राज्य का कोई बुनियादी ढांचा तैयार नहीं किया है। बीजेपी ने ये बयान राजद नेता तेजस्वी यादव के बीते शनिवार देर रात पूर्णिया के सरकारी मेडिकल कॉलेज विजिट के बाद दिया है। इस दौरान यादव ने नीतीश सरकार पर हमला किया था।
लालू सरकार में नहीं बने मेडिकल कॉलेज
बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष ने कहा, "जिन्होंने आजादी के बाद से 70 सालों तक बिहार में कोई बुनियादी ढांचा नहीं बनाया, वे अब दूसरों पर आरोप लगाकर सारा दोष मढ़ रहे हैं। बिहार की जनता समझती है कि अब तक आपने कुछ नहीं दिया, न पक्की सड़कें, न बिजली, न रेलवे, न हवाई अड्डे, न कोई समुचित व्यवस्था, सिर्फ लालटेन दिया।"
दिलीप जायसवाल का आगे कहना है कि क्या लालू प्रसाद यादव की सरकार में मेडिकल कॉलेज बना था? अगर ऐसा होता तो डॉक्टर आते। जब उन्होंने बनावाया ही नहीं तो मेडिकल स्टॉफ कहां से आएंगे। उन्होंने कहा कि नर्सिंग कॉलेज बनेंगे, उसके बाद नर्स बनेगी। ये बाते वह भी सझत सकता है, जिनके पास विवेक नहीं है। इसके लिए पहले इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार करना पड़ता है, तब तो फैकल्टी मिलती है। अब बिहार बहुत आगे बढ़ चुका है।
इसके अलावा उन्होंने 'एनडीए कार्यकर्ता सम्मेलन' अभियान का जिक्र किया है। इसको लेकर उन्होंने कहा कि यह अभियान अपने अंतिम चरण में चर रहा है और अब तक 141 विधानसभा क्षेत्रों को कार्यकर्ताओं ने कवर कर लिया है।
तेजस्वी यादव ने दिया था ये बयान
तेजस्वी यादव ने बीती शनिवार की रात पूर्णिया स्थित शासकीय मेडिकल कॉलेज का औचक निरीक्षण किया था। इस दौरान उन्होंने हॉस्पिटल की खस्ताहाल व्यवस्था पर सवाल खड़े गए थे। साथ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व एनडीए सरकार तंज कसा। उन्होंने कहा कि हॉस्पितल में आईसीयू तक नहीं है, ट्रॉमा सेंटर पूरी तरह से बंद पड़ा है और कार्डियोलॉजी विभाग तक मौजूद नहीं है। अस्पातल की स्थिति यह है कि एक-एक बेड पर तीन-तीन मरीज को लिटाया हुआ है। इतना ही नहीं 15-20 दिनों से बेडशीट तक नहीं बदली हुई हैं। अस्पताल में 80 फीसदी डॉक्टरों के पद खाली हैं, नर्सों के लिए 255 पद स्वीकृत किए गए है, लेकिन सिर्फ 55 पर भर्ती हुई हैं। एक टाइम में केवल 18 नर्सें ही ड्यूटी कर रही है। 23 विभागों में से कई बंद पड़े है और मेडिलक इंटर्न्स को 6 महीने से सैलरी नहीं दी गई हैं।
Created On :   14 Sept 2025 7:38 PM IST