महाराष्ट्र: दलालों का हिंदुत्व हमें न सिखाएं - उद्धव ठाकरे

Do not teach us Hindutva of brokers: Uddhav Thackeray
महाराष्ट्र: दलालों का हिंदुत्व हमें न सिखाएं - उद्धव ठाकरे
महाराष्ट्र: दलालों का हिंदुत्व हमें न सिखाएं - उद्धव ठाकरे
हाईलाइट
  • पक्ष-विपक्ष के बीच लगातार आरोप-प्रत्यारोप जारी
  • भाजपा के खिलाफ मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने बोला तीखा हमला

डिजिटल डेस्क, मुंबई । प्रदेश में साल भर पहले अपने राजनीतिक धुर विरोधी कांग्रेस और राकांपा के साथ मिलकर सरकार बनाने के बाद से शिवसेना के हिंदुत्व पर लगातार सवाल उठाने वाली भाजपा के खिलाफ मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने तीखा हमला बोला है। मुख्यमंत्री ने कहा कि भाजपा हमें हिंदुत्व सिखाने के पचड़े में न पड़े। देश में भगवा का स्वराज्य छत्रपति शिवाजी महाराज ने ही स्थापित किया। इसलिए कम से कम महाराष्ट्र की मिट्टी को तो हिंदुत्व और वह भी तुम्हारे दलालों का हिंदुत्व सिखाने की जरूरत नहीं।  प्रदेश की महाविकास आघाड़ी सरकार को एक साल पूरा होने के अवसर पर मुख्यमंत्री ने शिवसेना के मुखपत्र "सामना’ के कार्यकारी संपादक संजय राऊत को दिया इंटरव्यू शुक्रवार को प्रकाशित हुआ।

मुख्यमंत्री ने राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी के हिंदुत्व छोड़ने संबंधी पत्र पर भी जवाब दिया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि हिंदुत्व छोड़ दिया मतलब क्या? हिंदुत्व धोती नहीं है। हिंदुत्व अंगों और धमनियों में रखना पड़ता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि अयोध्या में राम मंदिर निर्माण का श्रेय किसी दल को नहीं लेना चाहिए क्योंकि मंदिर अदालत के फैसले से बन रहा है। 

सीबीआई और ईडी का दुरुपयोग
मुख्यमंत्री ने केंद्र सरकार पर केंद्रीय जांच एजेंसी ( सीबीआई) और प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के दुरुपयोग का आरोप लगाते हुए कहा कि सीबीआई और ईडी का दुरुपयोग कर दबाव बनाओगे तो याद रखना, ये मत भूलो कि तुम्हारे भी बच्चे हैं। जिन-जिनको परिवार हैं और बाल-बच्चे हैं। वे आईने में देखें कि उनके भी बाल-बच्चे हैं। ऐसा वक्त कल आप पर भी लाने की नौबत हम पर न लाए। क्योंकि आप भी दूध के धुले नहीं हो। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारे पास नाम है। माल-मसाला तैयार है। हम बदले की भावना से चले क्या? यदि बदले की भावना से बर्ताव करना होगा तो तुम एक बदला लो, हम दस बदला निकालेंगे। 

महबूबा मुफ्ती से गठबंधन लव जिहाद नहीं है क्या ?
मुख्यमंत्री ने लव जिहाद के खिलाफ राज्य में कानून बनाने की मांग करने वाली भाजपा पर निशाना साधा। मुख्यमंत्री ने सवाल पूछा कि भाजपा का विभिन्न विचारधारा वाली पार्टियों से गठबंधन करना लव जिहाद नहीं है क्या? मुख्यमंत्री ने कहा कि लव जिहाद का मतलब क्या? मुस्लिम युवक का हिंदू युवती से विवाह करने को लेकर भाजपा का विरोध है। फिर भाजपा का जम्मू-कश्मीर में पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती की पार्टी पीडीपी के साथ गठबंधन कैसे चला?बिहार में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और आंध्रप्रदेश में चंद्रबाबू नायडू के साथ गठजोड़ कैसे चला? मुख्यमंत्री ने कहा कि गुजरात में गोधरा दंगे के बाद तत्कालीन केंद्रीय मंत्री तथा दिवंगत नेता रामविलास पासवान  ने तत्कालीन मुख्यमंत्री तथा वर्तमान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर आरोप लगाकर इस्तीफा दे दिया था। फिर भाजपा पासवान को सिर पर रखकर नाची। ये राजनीतिक लव जिहाद नहीं है क्या? महाराष्ट्र में लव जिहाद के खिलाफ कानून बनाने के सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा कि हम "यस सर’ करके कानून बनाएंगे लेकिन भाजपा पहले गोवा में गोवंश हत्या बंदी का कानून बनाए। भाजपा पूर्वोत्तर के राज्यों में गोवंश हत्या पर पाबंदी क्यों नहीं लगाती? अपने हित वाला हिंदुत्व हमने नहीं किया।  

दोबारा लॉकडाउन लगाने की इच्छा नहीं
प्रदेश में दोबारा लॉकडाउन लगाने के सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा कि हमने पूरा महाराष्ट्र खोल दिया है। इसलिए दोबारा लॉकडाउन लगाने की मेरी क्या किसी की भी इच्छा नहीं है।  लॉकडाउन में बढ़े हुए बिजली बिलों में उपभोक्ताओं को राहत देने के मुद्दे पर मुख्यमंत्री ने कहा कि इस बारे में क्या करना चाहिए। इसको लेकर विचार चल रहा है। लेकिन जो लोग आंदोलन कर रहे हैं उनमें अब कोई ताकत नहीं बची है।राकांपा अध्यक्ष शरद पवार को छोटा नेता बताने वाले प्रदेश भाजपा अध्यक्ष चंद्रकांत पाटील के बयान पर मुख्यमंत्री ने कहा कि ऐसे लोगों के बारे में मुझे कुछ बोलना नहीं है। पाटील को कोई गंभीरता से नहीं लेता है।  प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के शनिवार को पुणे के सीरम इंस्टीट्यूट में दौरा करने के सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा कि मोदी ने ही कहा था कि अभी कोरोना का टीका हाथ में नहीं आया है। मोदी के पुणे दौरे में मुझे पता नहीं कि निश्चित तौर पर क्या होगा। 
 
हिंदुत्व की रक्षा आरएसएस ने की- पाटील 
हिंदुत्व को लेकर मुख्यमंत्री के बयान पर प्रदेश भाजपा अध्यक्ष चंद्रकांत पाटील ने कहा कि हिंदुत्व किसके दलालों का है यह सामान्य हिंदुओं से पूछिए। हिंदू जानते हैं कि आरएसएस की स्थापना के बाद देश में हिंदुत्व की रक्षा हुई। आरएसएस ने हिंदुओं को संगठित किया। उससे हिंदू समाज का रक्षण हुआ। हिंदू समाज के एकजुट होने से ताकत निर्माण हुई। 
 
 

Created On :   27 Nov 2020 2:21 PM GMT

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