PM Leh Visit: चीन से तनातनी के बीच लेह पहुंचे पीएम मोदी, CDS रावत के साथ मौजूदा हालातों का जायजा लिया

PM Narendra Modi arrives in Leh
PM Leh Visit: चीन से तनातनी के बीच लेह पहुंचे पीएम मोदी, CDS रावत के साथ मौजूदा हालातों का जायजा लिया
PM Leh Visit: चीन से तनातनी के बीच लेह पहुंचे पीएम मोदी, CDS रावत के साथ मौजूदा हालातों का जायजा लिया
हाईलाइट
  • चीन के साथ तनातनी के बीच पीएम मोदी शुक्रवार सुबह करीब 7 बजे लेह दौरे पर पहुंचे
  • पीएम के साथ CDS बिपिन रावत और सेना प्रमुख जनरल मनोज मुकुंद नरवणे भी मौजूद थे
  • प्रधानमंत्री मोदी ने इस दौरान सुरक्षा हालातों का जायजा लिया

डिजिटल डेस्क, श्रीनगर। चीन के साथ तनातनी के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार सुबह करीब 7 बजे लेह दौरे पर पहुंचे। उनके साथ चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) बिपिन रावत और सेना प्रमुख जनरल मनोज मुकुंद नरवणे भी मौजूद थे। पीएम ने इस दौरान सुरक्षा हालातों का जायजा लिया। नॉर्दन आर्मी कमांड के लेफ्टिनेंट जनरल वाईके जोशी, लेफ्टिनेंट जनरल हरिंदर सिंह भी इस दौरान मौजूद रहे। 15 जून को लद्दाख में भारत और चीन के सैनिकों के बीच हुई झड़प के बाद पीएम मोदी का लेह का यह पहला दोरा है। इस झड़प में 20 भारतीय सैनिक शहीद हो गए थे। वहीं 43 चीनी सैनिकों के भी मारे जाने की खबर आई थी।

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फॉर्वर्ड पोजिशन पर सैनिकों से बात करते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी

नीमू की फॉर्वर्ड पोस्ट पर पीएम ने हालातों की जानकारी ली
पीएम मोदी लेह पहुंचे और उसके बाद हेलीकॉप्टर से 35 किमी दूर नीमू फारवर्ड पोस्ट पहुंचे और जवानों का मनोबल बढ़ाया। उन्होंने सीनियर अधिकारियों से मौजूदा हालातों की जानकारी ली। पीएम ने सेना, वायुसेना के अफसरों से सीधे संवाद किया। नीमू पोस्ट समुद्री तल से 11 हजार फीट की ऊंचाई पर मौजूद है, जिसे दुनिया की सबसे ऊंची और खतरनाक पोस्ट में से एक माना जाता है। जांस्कर रेंज से घिरे सिंधु नदी के किनारे स्थित नीमू चीन सीमा की तरफ नहीं है, बल्कि यह पाकिस्तान एलओसी की तरफ पड़ता है। इससे पहले रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को लेह जाना था, लेकिन बाद में खबर आई की उनका दौरा कैंसिल हो गया है। फिर तय हुआ कि सिर्फ बिपिन रावत ही लेह जाएंगे। लेकिन आज सुबह अचानक पीएम मोदी भी सीडीएस रावत के साथ लेह पहुंच गए।

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अधिकारियों ने पीएम मोदी को मौजूदा हालातों की जानकारी दीं

लद्दाख पर चीन की नजर
बता दें कि भारत और चीन के बीच पिछले डेढ़ महीने से भी ज्यादा समय से लद्दाख सीमा पर विवाद चल रहा है। पैंगोंग लेक, गलवान घाटी और हॉट स्प्रिंग सहित अन्य क्षेत्रों में चीनी सैनिकों के दाखिल होने से ये विवाद पैदा हुआ है। 15 जून की रात लद्दाख की गलवान वैली में दोनों देशों के सैनिकों के बीच हुई झड़प में भारत के एक कर्नल और 19 जवान शहीद हो गए थे। चीन के भी 43 सैनिकों के मारे जाने की खबर आई थी। हालांकि दोनों देशों की सेनाओं के बीच गोली नहीं चली। बातचीत के जरिए दोनों देश इस विवाद को सुलझानें की कोशिश कर रहे हैं लेकिन अब तक इसे सुलझाया नहीं जा सका है।

Created On :   3 July 2020 10:11 AM IST

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