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सुकमा : बाड़ियों में सब्जियों की खेती की तैयारियों में जुटे किसान : रबी सीजन के दौरान हुई सब्जियों की बम्पर पैदावार से बढ़ा किसानों का उत्साह

डिजिटल डेस्क, सुकमा - जिले में सर्दी-गर्मियों के दौरान हुआ था लगभग 67 सौ क्विंटल सब्जियों का उत्पादन सुकमा जिले की जगदलपुर और मलकानगिरी की सब्जियों पर खत्म हुई निर्भरता सुकमा,23 जुलाई 2020 मानसून सीजन में धान और मक्का की बुआई का कार्य लगभग पूरा हो चुका है वहीं रोपाई का काम भी अब अंतिम चरणों में पहुंच चुका है। धान और मक्के की खेती के पहले दौर का काम पूरा कर चुके किसान अब अपने बाड़ियों की ओर रुख कर चुके हैं, जहां वे सब्जियों की खेती की तैयारी कर रहे हैं। छत्तीसगढ़ शासन द्वारा ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत करने हेतु लघु और सीमांत किसानों को सब्जियों की खेती के लिए प्रोत्साहित करने हेतु संचालित की जा रही बाड़ी योजना के कारण भी किसानों का उत्साह काफी बढ़ा है। उद्यानिकी विभाग के उप संचालक ने बताया कि सर्दी और गर्मियों के दौरान जिले में सब्जियों की बम्पर पैदावार से किसानों का उत्साह बढ़ा है। पिछले रबी सीजन में विभाग द्वारा सहायता लेकर 1674 किसानों की बाड़ियों में सब्जियों का उत्पादन किया था, जिनमें 1237 नई बाड़ियां बनाई गई थीं। बाड़ी कार्यक्रम के तहत इन छोटे किसानों को विभिन्न प्रकार की सब्जी बीज, खाद व मजदूरी की राशि भी उपलब्ध कराई गई थी। इनमें 6696 क्विंटल सब्जियों का उत्पादन हुआ था। इससे इन छोटे किसानों को घरेलू उपयोग के लिए घर की बाड़ी में ही पौष्टिक और स्वादिष्ट सब्जियां मिल गई थीं। इसके साथ ही आस-पास के हाट-बाजार में बेचकर अच्छी आमदनी हासिल की। गांवों में ताजी सब्जियों के उत्पादन के कारण जिले के कस्बों में रहने वाले लोगों को भी लाॅकडाउन के दौरान काफी राहत मिली, जो ज्यादातर जगदलपुर और मलकानगिरी से आने वाली सब्जियों पर निर्भर थे। बाड़ी कार्यक्रम की सफलता से उत्साहित उद्यानिकी विभाग के अधिकारियों ने इस बार 1810 किसानों के यहां बाड़ियों में सब्जियां लगाने का लक्ष्य रखा गया, किन्तु इस योजना का किसानों में अच्छा प्रभाव देखा गया और अब तक 1880 किसानों ने इस योजना का लाभ लेने के लिए पंजीयन करवा चुके हैं। इस कार्यक्रम की सफलता को देखकर उद्यानिकी विभाग के अधिकारी-कर्मचारी अधिक से अधिक किसानों को लाभ पहुंचाने के लिए दुगुने उत्साह के साथ कार्य कर रहे हैं। 332/अर्जुन
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Real Estate: खरीदना चाहते हैं अपने सपनों का घर तो रखे इन बातों का ध्यान, भास्कर प्रॉपर्टी करेगा मदद

डिजिटल डेस्क, जबलपुर। किसी के लिए भी प्रॉपर्टी खरीदना जीवन के महत्वपूर्ण कामों में से एक होता है। आप सारी जमा पूंजी और कर्ज लेकर अपने सपनों के घर को खरीदते हैं। इसलिए यह जरूरी है कि इसमें इतनी ही सावधानी बरती जाय जिससे कि आपकी मेहनत की कमाई को कोई चट ना कर सके। प्रॉपर्टी की कोई भी डील करने से पहले पूरा रिसर्च वर्क होना चाहिए। हर कागजात को सावधानी से चेक करने के बाद ही डील पर आगे बढ़ना चाहिए। हालांकि कई बार हमें मालूम नहीं होता कि सही और सटीक जानकारी कहा से मिलेगी। इसमें bhaskarproperty.com आपकी मदद कर सकता है।
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ध्यान रखें की प्रॉपर्टी RERA अप्रूव्ड हो
कोई भी प्रॉपर्टी खरीदने से पहले इस बात का ध्यान रखे कि वो भारतीय रियल एस्टेट इंडस्ट्री के रेगुलेटर RERA से अप्रूव्ड हो। रियल एस्टेट रेगुलेशन एंड डेवेलपमेंट एक्ट, 2016 (RERA) को भारतीय संसद ने पास किया था। RERA का मकसद प्रॉपर्टी खरीदारों के हितों की रक्षा करना और रियल एस्टेट सेक्टर में निवेश को बढ़ावा देना है। राज्य सभा ने RERA को 10 मार्च और लोकसभा ने 15 मार्च, 2016 को किया था। 1 मई, 2016 को यह लागू हो गया। 92 में से 59 सेक्शंस 1 मई, 2016 और बाकी 1 मई, 2017 को अस्तित्व में आए। 6 महीने के भीतर केंद्र व राज्य सरकारों को अपने नियमों को केंद्रीय कानून के तहत नोटिफाई करना था।