प्याज के दाम सुनकर ही निकलेंगे आंसू, बारिश से उत्पादन पर पड़ा असर

Tears will come out only after hearing onion prices, rain has affected production
प्याज के दाम सुनकर ही निकलेंगे आंसू, बारिश से उत्पादन पर पड़ा असर
प्याज के दाम सुनकर ही निकलेंगे आंसू, बारिश से उत्पादन पर पड़ा असर

डिजिटल डेस्क, नागपुर। बारिश के कारण प्याज उत्पादक राज्यों में फसल को काफी क्षति पहुंची है, जिससे प्याज की आवक प्रभावित हुई है। इससे प्याज के दाम में बढ़त दर्ज की जा रही है। शहर की थोक मंडी में लाल और सफेद प्याज के दाम 800 से 1800 रुपए प्रति 60 किलो तक पहुंच गए हैं। खुदरा बाजार में प्याज 50 से 60 रुपए प्रति किलाे तक बिक रही है। फिलहाल महाराष्ट्र और मध्यप्रदेश से पूरे देश में प्याज की आपूर्ति हो रही है। इन दोनों राज्यों में भी प्याज की फसल काफी खराब हुई है, लेकिन भाव न मिलने के कारण स्टॉक की गई प्याज  को अब भाव मिल रहा है। प्याज की फसल  खराब होने का लाभ अब किसानों को मिल रहा है।

15 से 20 गाड़ियों की आवक
 कलमना के थोक बाजार में रोज 15-20 गाड़ी प्याज की आवक हाे रही है। एक गाड़ी में 15 से 20 टन प्याज आती है। इनमें से अधिकतम प्याज स्टॉक की हुई है। बाजार में नई प्याज भी आ रही है, लेकिन क्वालिटी खराब होने से व्यापारी उसे नहीं मंगा रहे हैं। बाजार में रोज 1 या 2  गाड़ी ही नई प्याज मंगाई जा रही है। पानी लगने से यह प्याज ज्यादा दिन नहीं टिक पाती है।

जहां से आती थी, अब वहीं भेज रहे हैं
आलू-प्याज के थोक विक्रेता विश्वबंधु गुप्ता ने बताया कि हर साल सितंबर माह में दक्षिण भारत के कर्नाटक और हैदराबाद के पास स्थित करनूल की प्याज देशभर में सप्लाई की जाती थी, किंतु इस साल लगातार हो रही बारिश के कारण वहां पर प्याज  की फसल को काफी नुकसान पहुंचा है। अब इन दोनों राज्यों को प्याज की आपूर्ति करनी पड़ रही है। मध्यप्रदेश और महाराष्ट्र से इन दोनों राज्यों में  प्याज की आपूर्ति की जा रही है। 
 

Created On :   25 Sep 2020 10:06 AM GMT

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