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- This wedding season is going to be the bride then apply Mandala Mehndi Design
लाइफस्टाइल: इस शादी के सीजन में बनने जा रही हैं दुल्हन तो लगाएं मंडला मेहंदी डिजाइन

डिजिटल डेस्क,भोपाल। किसी भी दुल्हन के लिए उसके श्रृंगार में बहुत जरूरी होती है मेहंदी। दुल्हन की मेहंदी का एक खास महत्व होता है। क्योंकि मेहंदी को सुहाग की निशानी माना जाता है। इसलिए शादी से पहले दुल्हन की मेहंदी की रस्म की जाती है। इस रस्म में दुल्हन कि हथेलियों पर पिया का नाम लिखा जाता है। मेहंदी से जुड़ी कई मान्यताएं भी बताई जाती हैं, कहा जाता है कि दुल्हन की मेहंदी का रंग जितना अच्छा आता है। उसके पति का प्रेम भी उतना ही गहरा होता है। इसलिए दुल्हन भी अपनी मेहंदी को लेकर काफी उत्साहित होती है। आज कल शादीयों का सीजन चल रहा है। कई लड़कियां दुल्हन बनने वाली हैं। अगर आप भी दुल्हन बनने वाली हैं तो आप भी अपने हाथो में मंडला आर्ट वाली मेहंदी डिजाइन लगवा सकती हैं। दरअसल आलिया ने भी अपने हाथों में ट्रेडिशनल मंडला आर्ट वाली मेहंदी डिजाइन लगवाई थी।
मल्टी सर्कल मंडला मेहंदी डिजाइन
मंडला मेहंदी को आप हाथ और पैर दोनों जगह लगा सकती हैं। साथ ही आप इसे हाथ में बैक मेहंदी डिजाइन के तौर पर भी लगा सकती हैं। इस मेहंदी में मल्टी सर्कल डिजाइन नजर आ रही है। और ये आप के हाथो पर बहुत ही खूबसूरत लगती है
लोटस मंडला आर्ट मेहंदी
अगर आप की मेहंदी की डिजाइन में कमल का फूल हो तो उसकी खूबसूरती अपने आप ही बढ़ जाती है। मंडला मेहंदी में भी कमल की डिजाइन बनाई जाए तो आप के हाथों कि मेहंदी की डिजाइन और खूबसूरत लगने लगती है।
मंडला जाल वर्क मेहंदी
आप अपनी शादी में मंडला जाल वर्क मेहंदी का डिजाइन भी लगा सकते है। मंडला जाल वर्क मेहंदी में गोलाकार मेहंदी डिजाइन बनाई गई है और उंगलियों पर जालवर्क किया गया है।
डॉट वाली मंडला मेहंदी
मंडला मेहंदी में सबसे आसान तरीका और डिजाइन से लगाई जा सकती है। इसी लिए आप को डॉट वाली मंडला आर्ट मेहंदी की यह डिजाइन ट्राई करनी चाहिए। रचने के बाद यह डिजाइन बहुत अच्छी दिखाई देती है।
बन्ना-बन्नी मंडला मेहंदी आर्ट
इस मंडला मेहंदी के डिजाइन में दुल्हन के हाथों पर बन्ना-बन्नी मेहंदी लगाई जाती है। इसके साथ में और भी घनी मेहंदी डिजाइन लगाई जाती है।
आईसेक्ट ग्रुप भोपाल: आईसेक्ट द्वारा ग्लोबल पर्सनल डेवलपमेंट विषय पर विशेष ट्रेनिंग सेशन आयोजित
डिजिटल डेस्क, भोपाल। आईसेक्ट के एचआर एवं लर्निंग एंड डेवलपमेंट डिपार्टमेंट द्वारा एम्पलॉइज के लिए ग्लोबल पर्सनल डेवलपमेंट पर एक विशेष ट्रेनिंग सेशन का आयोजन किया गया। इसमें यूनाइटेड किंगडम के कॉर्पोरेट इंटरनेशनल ट्रेनर जुबेर अली द्वारा प्रशिक्षण प्रदान किया गया। जिसमें उन्होंने प्रशिक्षणार्थियों को अपने अनुभवों, डेमोंस्ट्रेशन, वीडियो, स्लाइड शो के माध्यम से नई स्किल्स को प्राप्त करने और अपनी पर्सनेलिटी को बेहतर बनाने के तरीके बताए। साथ ही उन्होंने पर्सनेलिटी डेवलपमेंट और अपस्किलिंग के महत्व पर बात की और बताया कि करियर ग्रोथ के लिए यह कितना आवश्यक है। इस दौरान उन्होंने सफलता के लिए नौ सक्सेस मंत्र भी दिए। इस दौरान कार्यक्रम में एचआर कंसल्टेंट डी.सी मसूरकर और अल नूर ट्रस्ट के सदस्य उपस्थित रहे।
इस पहल पर बात करते हुए आईसेक्ट के निदेशक सिद्धार्थ चतुर्वेदी ने कहा कि आईसेक्ट कौशल विकास के महत्व को समझता है इसी कारण अपने एम्पलॉइज की अपस्किलिंग के लिए लगातार विभिन्न प्रशिक्षण सेशन का आयोजन करता है। इसी कड़ी में ग्लोबल पर्सनेल डेवलपमेंट पर यह ट्रेनिंग सेशन भी एक कदम है।
स्कोप कैम्पस: खेलो इंडिया यूथ गेम्स 2022 की मशाल रैली भीमबेटका, ओबेदुल्लागंज, मंडीदीप, भोजपुर होते हुए पहुंची रबीन्द्रनाथ नाथ टैगोर विश्वविद्यालय और स्कोप कैम्पस
डिजिटल डेस्क, भोपाल। रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय और खेल एवं युवा कल्याण विभाग रायसेन के संयुक्त तत्वावधान में खेलो इंडिया यूथ गेम्स 2022 की मशाल रैली आयोजित की गई। यह यात्रा होशंगाबाद से पर्वतारोही भगवान सिंह भीमबेटका लेकर पहुंचे। फिर भीमबेटका से रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय ने मशाल लेकर ओबेदुल्लागंज की ओर प्रस्थान किया। ओबेदुल्लागंज में रैली का स्वागत किया गया। साथ ही ओबेदुल्लागंज में मशाल यात्रा को विभिन्न स्थानों पर घुमाया गया। तत्पश्चात यात्रा ने मंडीदीप की ओर प्रस्थान किया। मंडीदीप में यात्रा का स्वागत माननीय श्री सुरेंद्र पटवा जी, भोजपुर विधायक ने किया। अपने वक्तव्य में उन्होंने खेलों को बढ़ावा देने के लिए मप्र सरकार द्वारा की जा रही पहलों की जानकारी दी और युवाओं को खेलों को जीवन में अपनाने के लिए प्रोत्साहित किया। इसके अलावा खेलो इंडिया यूथ गेम्स 2022 में खिलाड़ियों को जीत के लिए शुभकामनाएं दीं। उन्होंने खेलों इंडिया यूथ गेम्स के आयोजन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मप्र के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के प्रयासों को रेखांकित किया।
साथ ही कार्यक्रम में रायसेन के डिस्ट्रिक्ट स्पोर्ट्स ऑफिसर श्री जलज चतुर्वेदी ने मंच से संबोधित करते हुए कहा कि खेलों को बढ़ावा देने के लिए सरकार की विभिन्न गतिविधियों पर प्रकाश डाला और खेलों इंडिया यूथ गेम्स के खिलाड़ियों को शुभकामनाएं दीं। यहां से धावकों ने मशाल को संभाला और दौड़ते हुए भोजपुर मंदिर तक पहुंचे। मंदिर से फिर यात्रा रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय तक पहुंचती और यहां यात्रा का डीन एकेडमिक डॉ. संजीव गुप्ता द्वारा और उपकुलसचिव श्री समीर चौधरी, उपकुलसचिव अनिल तिवारी, उपकुलसचिव ऋत्विक चौबे और स्पोर्ट्स ऑफिसर सतीश अहिरवार द्वारा भव्य स्वागत किया जाता है। मशाल का विश्वविद्यालय में भी भ्रमण कराया गया। यहां से यात्रा स्कोप कैम्पस की ओर प्रस्थान करती है। स्कोप कैम्पस में स्कोप इंजीनियरिंग कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. डी.एस. राघव और सेक्ट कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. सत्येंद्र खरे ने स्वागत किया और संबोधित किया। यहां से मशाल को खेल एवं युवा कल्याण विभाग के उपसंचालक जोश चाको को सौंपा गया।
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