कर्नाटक में जीत के बाद कांग्रेस ने मध्यप्रदेश के लिए बदली रणनीति! कमलनाथ ने बताया किस प्लानिंग के तहत होगा शिवराज सरकार पर वार!

कर्नाटक में जीत के बाद कांग्रेस ने मध्यप्रदेश के लिए बदली रणनीति! कमलनाथ ने बताया किस प्लानिंग के तहत होगा शिवराज सरकार पर वार!
कामलनाथ की नई रणनीति!

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। कर्नाटक के विधानसभा चुनाव में मिली शानदार जीत से गदगद कांग्रेस पार्टी के दिग्गज नेताओं की अगली नजर मध्य प्रदेश के विधानसभा चुनाव पर है। यहां पर भी कांग्रेस स्थानीय मुद्दों के साथ चुनाव लड़ने की तैयारी में है। जहां एक ओर कर्नाटक के चुनाव में बीजेपी सरकार के खिलाफ एंटी इन्कंबेंसी को हवा देकर कांग्रेस ने राज्य में पूर्ण बहुमत के साथ सरकार बनाने का दावा ठोका है। वहीं अब पार्टी एमपी में भी इसी फॉर्मूला पर काम कर रही है। साथ ही पार्टी इस बात का खास ध्यान रख रही है कि चुनाव प्रचार के दौरान राज्य की जनता धार्मिक आधार पर गोलबंद न हों। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने दावा किया है कि अगामी विधानसभा चुनाव में उनकी पार्टी के कार्यकर्ता और प्रदेश की जनता शिवराज सरकार को सत्ता से बेदखल करने में सफल रहेगी।

कांग्रेस पर नजर बीजेपी के प्लान पर

मध्यप्रदेश में नवंबर माह के लगभग विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। कांग्रेस लगातार राज्य में चुनावी हुंकार भर रही है। राज्य में पार्टी के दिग्गज नेता हर दिन सूबे के अलग-अलग क्षेत्र में दौरा कर रहे हैं। साथ ही वह अपने कार्यकर्ताओं को चुनाव के लिए तैयार कर रहे हैं। पिछले साल दिसंबर माह से ही पार्टी के प्रमुख नेता, विधायक और मंत्री राज्य के अलग-अलग क्षेत्रों में जमीनी स्तर पर काम कर रहे हैं। राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह और कमलनाथ सत्ताधारी बीजेपी सरकार की हर एक स्थिति पर कड़ी नजर बनाए हुए हैं। हाल ही में राज्य में शिवराज सरकार ने लाडली बहना योजना के तहत महिलाओं को 1000 रुपये देने का वादा किया था। इसके एवज में कमलनाथ ने सूबे की हर महिलाओं को 1500 रुपये और 500 रुपये में गैस सिलेंडर का वादा कर बीजेपी की रणनीति पर एक दांव चलने का काम किया।

इस बीच कमलनाथ ने कांग्रेस की रणनीति को लेकर बड़ा दावा करते हुए कहा कि वह शिवराज सरकार की असफलताओं से जनता को अवगत कराने का काम करेंगे। इसके अलावा वह राज्य में वर्तमान सरकार के खिलाफ एंटी इन्कंबेंसी पर भी जोर देने का काम करेंगे। साथ ही चुनाव प्रचार के दौरान बीजेपी के भावनात्मक मुद्दों और मतदाताओं में ध्रुवीकरण पर उनकी पार्टी रोक लगाने का काम करेगी। कमलनाथ ने कहा कि बीजेपी की हर रणनीति पर वह नजर बनाए हुए हैं।

चुनाव स्थानीय मुद्दों पर लड़ा जाएगा- कमलनाथ

न्यूज पेपर द इकोनॉमिक टाइम्स से कमलनाथ ने कहा कि मध्य प्रदेश प्रशासनिक और आर्थिक रूप से बदहाल हो गया है। शिवराज सरकार ने राज्य की जनता से जो वादा किया था उनकी पार्टी उसे भी पूरा करने में विफल रही है। कांग्रेस पार्टी उसकी (शिवराज सरकार) नाकामयाबियों के बारे में आम लोगों को बताएगी। साथ ही पार्टी जनता के सामने गुड गवर्नेंस का विकल्प रखेगी। कमलनाथ ने साफ कर दिया कि एमपी का चुनाव राज्य के मुद्दों पर लड़ा जाएगा। उनकी पार्टी बीजेपी के द्वारा ध्यान भटकाने वाले मुद्दों पर भी नकेल कसने का काम करेगी। यह राज्य आरएसएस की सबसे बड़ी प्रयोगशाला के तौर देखा जाता है। कमलनाथ इसके लिए भी तैयार है। कमलनाथ कहते है कि कांग्रेस संगठन आरएसएस और बीजेपी की मशीनरी से लड़ने के लिए पूरी तरह तैयार बैठे हैं। खास बात यह है कि पार्टी नेताओं के बीच किसी भी तरह का मतभेद नहीं है। सभी कांग्रेस नेता एकजुट होकर बीजेपी को मात देने की कोशिश में लगे हुए हैं।

कर्नाटक में शानदार जीत के साथ कांग्रेस ने बीजेपी के मोदी रथ को रोकने का काम किया है। चुनाव के नतीजे से स्पष्ट हो गया है कि पार्टी ने इस बार के चुनाव में बीजेपी के हिदुत्व कार्ड का काट निकाल लिया है। एमपी में बीजेपी की इस रणनीति को अमलीजामा पहनाने की जिम्मेदारी कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह और कमलनाथ के हाथों में है। हालांकि कमनलाथ ने दावा किया है कि वह काफी पहले से ही बीजेपी के इस एजेंडे की तैयारी में जुटे हुए हैं।

Created On :   15 May 2023 1:27 PM GMT

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