कटनी की चुनावी राजनीति विकास और धर्म

कटनी की चुनावी राजनीति विकास और धर्म
  • कटनी शहर में बीजेपी की मजबूती
  • ग्रामीण इलाकों में कांग्रेस की पकड़
  • आदिवासी इलाका पर जीजीपी से दूर
  • बसपा को वोट पर जीत की राह कठिन

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। मध्यप्रदेश के जिले कटनी में चार विधानसभा क्षेत्र आते है, जिनमें बड़वारा, विजयराघवगढ़, मुड़वारा और बहोरीबंद है। पिछले विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने 4 में से 3 सीटों को जीता था। शहरी इलाके में बीजेपी यहां मजबूत रही है, लेकिन ग्रामीण वोटरों में कांग्रेस सेंध लगा देती है। 12 जून को प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने विजयराघवगढ़ में परशुराम की 105 फीट ऊंची प्रतिमा स्थापित की थी, जो दुनिया में परशुराम की सबसे अधिक ऊंची प्रतिमा है। सीएम चौहान ने इस दौरान कई घोषणाएं की थी, जिनमें परशुराम जयंती पर अवकाश घोषित करने की बात कही थी।

मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव से पहले सभी दलों के नेता जोर-शोर से प्रचार में जुटे हुए हैं। चुनावी तैयारियों को लेकर पार्टियों ने सभा, जनसभा, यात्रा और रैली कर प्रचार अभियान का आगाज हो गया हैं। हर राजनैतिक दल ने जीत के लिए दांव पेंच खेलना शुरु कर दिया हैं।

आपको बता दें कटनी शहर में बीजेपी की मजबूती पर महापौर चुनाव के बाद सवालिया निशान लग गया था, क्योंकि कटनी मेयर सीट पर निर्दलीय उम्मीदवार विजय हुआ था, हालांकि जीतकर मेयर ने बीजेपी का दामन थाम लिया। लेकिन एक बार फिर यहां कड़ा मुकाबला होने जा रहा है।

यहां की बड़वारा सीट अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित है, जहां से कांग्रेस ने पिछले विधानसभा चुनाव में जीत दर्ज की थी, जबकि तीन सीट विजयराघवगढ़, मुड़वारा, बहोरीबंद सामान्य सीटों पर बीजेपी ने जीत हासिल की है। बड़वारा सीट शहडोल वहीं विजयराघवढ़, मुड़वारा, बहोरीबंद खजुराहो संसदीय क्षेत्र के अंतर्गत आती है।

बड़वारा विधानसभा सीट

2018 के विधानसभा चुनाव में बड़वारा सीट से कांग्रेस ने बीजेपी प्रत्याशी को हराया था। उससे पहले 2008 और 2013 में बीजेपी ने इस सीट पर कब्जा किया था। बड़वारा सीट शहड़ोल लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत आती है। आदिवासी इलाका होने के कारण यहां आवागमन और स्कूल वाहनों की समस्या बहुत बनी हुई है। बड़वारा सीट पर बहुजन समाज पार्टी और गोड़वाना गणतंत्र पार्टी चुनाव में उतकर बीजेपी और कांग्रेस के मुकाबला को कठिन बना देती है।

विजयराघवगढ़ सीट

विजयराघवगढ़ विधानसभा सीट पर 2018 में बीजेपी से संजय पाठक ने जीत दर्ज की थी, वहीं 2103 और 2008 में संजय पाठक ने कांग्रेस प्रत्याशी के रूप में जीत हासिल की थी। बीजेपी ने यहां से 1980, 1990, 1993 ,1998 और 2018 में फतह हासिल की थी। कांग्रेस ने 1985,2008 और 2013 में जीत हासिल की थी।

विजयराघवगढ़ सीट पर जीत का सिलसिला

2018 में बीजेपी के संजय पाठक

2013 में कांग्रेस से संजय पाठक

2008 में कांग्रेस के संजय पाठक

1998 में बीजेपी से सोहनलाल

1993 में बीजेपी के अमीन साई

1990 में बीजेपी के अमीन साई

1985 में कांग्रेस महेश्वर राम

1980 में बीजेपी के लारंग साई

1977 में जेएनपी अमीन

संजय का सियासी इतिहास

संजय पाठक को सियासत विरासत में मिली है। संजय पाठक के पिता सत्येंद्र पाठक भी विजयराघवगढ़ से दो बार विधायक रहे चुके हैं। जबकि मां निर्मला पाठक भी कटनी नगर निगम की महापौर रह चुकी हैं। यानी विजयराघगढ़ सीट को कांग्रेस और बीजेपी के प्रभाव के बजाय पाठक परिवार के प्रभाव वाली सीट कहने में कोई हर्ज नहीं हैं।

मुड़वारा सीट

मुड़वारा विधानसभा सीट बीजेपी का गढ़ रहा है, यहां से 1977 से लेकर 2018 के विधानसभा चुनाव तक बीजेपी ने 6 बार 1990,1993,2003,2008,2013 और 2018 में चुनाव जीती है, वहीं 1980,1985 और 1998 में कांग्रेस उम्मीदवारों ने विजय प्राप्त की।

2018 में बीजेपी के संदीप जयसवाल

2013 में बीजेपी के संदीप जयसवाल

2008 में बीजेपी के गिरिराज किशोर पौद्दार

2003 में बीजेपी की अल्का जैन

1998 में कांग्रेस के रामदेव

1993 में बीजेपी की सुकीर्ति जैन

1990 में बीजेपी के रामकिशन

1985 में कांग्रेस के भोला सिंह

1980 में कांग्रेस से चंद्र दर्शन

1977 में जेएनपी से आसन राम

बहोरीबंद

बहोरीबंद सीट पर पिछले दो बार के विधानसभा चुनाव 2013 , 2018 में बीजेपी प्रत्याशी की जीत होती आई है, उससे पहले लगातार चार बार कांग्रेस जीती, बीजेपी ने उससे पहले 1990 में चुनाव जीता था। बहोरीबंद सीट पर 1977 से लेकर 2018 के चुनाव तक 6 बार कांग्रेस ने जीत हासिल की है, जबकि बीजेपी ने तीन बार 1990,2013 और 2018 में चुनाव जीता है। 1977 में जेएनपी ने चुनाव जीता था।

2018 में बीजेपी के प्रणय पांडे

2013 में बीजेपी के प्रभात पांडेय

2008 में कांग्रेस के डॉ निशिथ पटेल

2003 में कांग्रेस के डॉ निशिथ पटेल

1998 में कांग्रेस से डॉ प्रेम साई

1993 में कांग्रेस के प्रसाद सिंह

1990 में बीजेपी के मुराराीलाल

1985 में कांग्रेस से प्रेमसाई सिंह

1980 में कांग्रेस के सरवन कुमार

1977 में जेएनपी के नार नारायण

आपको बता दें मध्यप्रदेश में 230 विधानसभा सीट है, जिनमें से 35 सीटें एससी, 47 सीटें एसटी और 148 सीटें सामान्य सीटें है।

Created On :   23 Jun 2023 9:37 AM GMT

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