अमेरिका: तीन दिन से जारी शटडाउन से लोगों को होने लगी परेशानी, बिना वेतन के काम कर रहे हैं 13 लाख सैनिक, खाने की दिक्कत बढ़ी

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। अमेरिका में जारी सरकारी शटडाउन से मूल निवासियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा। शटडाउन ने अमेरिका के मूल निवासियों की चिंता को कई गुना बढ़ा दिया है। अमेरिकी लोगों को आशंका है कि ट्रंप सरकार शटडाउन की आड़ में उन्हें सालों से मिल रही सुविधाओं जैसे स्वास्थ्य, शिक्षा आदि को छीन सकती है।
व्हाइट हाउस की प्रवक्ता कैरोलिन लेविट ने बीते दिन शुक्रवार को दावा किया कि कई सैन्य परिवारों के लिए खाने की भी दिक्कतें शुरू हो गई हैं। शटडाउन के लिए लेविट ने डेमोक्रेट पार्टी को जिम्मेदार ठहराया। लेविट ने मीडिया से बात करते हुए कहा 13 लाख सैनिक बिना वेतन के काम कर रहे हैं। शटडाउन को तीन दिन हो गए हैं और इसका असर दिखना शुरू हो गया है। सैनिक बिना वेतन के काम कर रहे हैं और उनके परिवारों को खाने-पीने की समस्या हो गई है।
यूएस में सरकारी शटडाउन का असर साफ दिख रहा है और नेवादा के रेनो में पिरामिड लेक पाइयूट जनजाति ने 1 अक्टूबर से कम से कम 25 कर्मचारियों को छुट्टी पर भेज दिया है और अपने संग्रहालय और सांस्कृतिक केंद्र, उच्च शिक्षा विभाग, और सार्वजनिक स्कूल प्रणाली में मूल निवासी बच्चों के लिए सेवाएं बंद कर दी हैं। ये शटडाउनअस्थायी हैं, लेकिन अगर शटडाउन लंबा चला तो इन सेवाओं को हमेशा के लिए भी बंद किया जा सकता है।
आपको बता दें सैंकड़ों साल पहले यूएस में मूल निवासियों के साथ एक संधि की गई थी, जिसमें उन्हें अपनी जमीन छोड़ने के बदले सुरक्षा, स्वास्थ्य, शिक्षा और बुनियादी ढांचे के विकास में सरकार की तरफ से विशेष मदद की जाती है। अमेरिका में मूल निवासी मूलभूत सुविधाओं के लिए सरकारी खर्च पर निर्भर करते हैं। शटडाउन में मूल निवासियों की कई सेवाओं को बंद कर दिया गया है। मूल निवासियों को डर है कि शटडाउन के चलते ट्रंप सरकार संघीय कर्मचारियों की छंटनी कर सकती है, जिससे उन्हें मिलने वाली सरकारी मदद प्रभावित होगी।
Created On :   4 Oct 2025 12:56 PM IST