अब्दुल सत्तार बोले - कृषि विभाग के छापे में शामिल दीपक गवली मेरे पीए नहीं

अब्दुल सत्तार बोले - कृषि विभाग के छापे में शामिल दीपक गवली मेरे पीए नहीं
  • कृषि व्यवसायियों के गोदामों में कथित छापे
  • अब्दुल सत्तार बोले छापे में शामिल दीपक गवली मेरे पीए नहीं

डिजिटल डेस्क, मुंबई। अकोला में कृषि व्यवसायियों के गोदामों में कथित छापे को लेकर कृषि मंत्री अब्दुल सत्तार फिर से विवादों में हैं। कृषि व्यवसायियों ने छापा मारने वाले कृषि विभाग के दस्ते में सत्तार के निजी सहायक (पीए) दीपक गवली पर पैसे मांगने का आरोप लगाया है। इस पर सोमवार को सत्तार ने स्पष्टीकरण देते हुए कहा कि गवली मेरे पीए नहीं हैं, बल्कि कृषि विभाग के अधिकारी हैं। बातचीत में सत्तार गवली के सवाल पर भड़क गए। सत्तार ने कहा कि गवली कृषि विभाग के 62 अधिकारियों के दस्ते में शामिल हैं। यदि गवली ने पैसे मांगें होंगे, तो उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। हालांकि सत्तार ने खुद 14 नवंबर 2022 को छत्रपति संभाजीनगर के जिला परिषद के सीईओ और कृषि विभाग के सचिव को पत्र लिखा था। जिसमें उन्होंने गवली को अपने कार्यालय में नियुक्त करने के लिए कहा था।

इस बीच सत्तार ने कहा कि मैंने मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की सहमति से कृषि विभाग का दस्ता तैयार किया है, जो राज्य के गोदामों में छापा मारकर खाद और बीज के नमून ले रहा है। कृषि विभाग कहीं पर भी छिपकर छापा नहीं मार रहा है। सत्तार ने कहा कि नकली खाद और बीज बेचने वालों के खिलाफ कार्रवाई के लिए सख्त कानून बनाया जाएगा। जिसमें नकली खाद और बीज बचने वालों को 10 साल की सजा का प्रावधान होगा।

सत्तार ने कहा कि राज्य में नकली खाद और बीज बचने वालों को सतर्क हो जाना चाहिए। खाद और बीज के 62 नमूने लैब में भेजे गए हैं। इसके अलावा खाद और बीज की गुणवत्ता जांचने के लिए कंटेनर लैब शुरु किए जाएंगे। दूसरी ओर विधान परिषद में विपक्ष के नेता अंबादास दानवे ने कहा कि अकोला में छाप मारने वाले कृषि विभाग के अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए। क्योंकि यह छापा फर्जी तरीके से मारा गया था।

Created On :   13 Jun 2023 4:13 PM IST

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