ब्रिटेन में है पैसों से लदा पेड़, 1700 साल पुराने ट्री पर चिपके हैं हर देश के सिक्के

A tree of Britain has many coins of various countries
ब्रिटेन में है पैसों से लदा पेड़, 1700 साल पुराने ट्री पर चिपके हैं हर देश के सिक्के
ब्रिटेन में है पैसों से लदा पेड़, 1700 साल पुराने ट्री पर चिपके हैं हर देश के सिक्के

डिजिटल डेस्क, ब्रिटेन। पेड़ तो आपने जगलों और अपने आस-पास खूब देखें होंगे, लेकिन आज हम आपको एक ऐसे खास पेड़ के बारे में बताने जा रहे हैं, जिसके बारे में आप लोगों ने शायद ही सुना हो और वो पैसे वाला पेड़ है...जी हां आप ये सुनकर हैरान हो गए ना, लेकिन ये सच है। आपने अपने घर में पापा और बड़े-बुजुर्गों को ये कहते सुना होगा कि पैसे पेड़ पर नहीं उगा करते। हालांकि, हम सभी इस चीज की ख्वाहिश होती है कि काश पैसे पेड़ पर उगा करते, लेकिन अफसोस कि ऐसा सिर्फ हमारे सपने और बचपन की उन कविताओं में साबित हो सकता है, लेकिन क्या आपने कभी ऐसा सोचा है कि यदि सचमुच किसी पेड़ पर पैसे उगने लग जाए तो क्या हो? शायद नहीं ही सोचा होगा लेकिन आज हम आपको एक ऐसे पेड़ के बारे में बताने जा रहे हैं, जिसके बारे में जानकर आपके होश उड़ जाएंगे क्योंकि वो पेड़ पूरी तरह से पैसों से लदा हुआ है।

ये पेड़ सिक्कों से जड़ा हुआ है और पीक डिस्ट्रिक्ट में मौजूद है। करीब 1700 साल पुराने इस पेड़ पर पैसे उगे नहीं हैं, पर हजारों की संख्या में सिक्के जड़े हुए हैं। खास बात ये है कि यहां सिर्फ ब्रिटेन ही नहीं दुनियाभर के अलग-अलग देशों के सिक्के लगे हुए हैं। वेल्स के पोर्टमेरियन गांव में मौजूद ये पेड़ एक मशहूर टूरिस्ट स्पॉट बन चुका है, जिस पर लोग सिक्के लगाते हैं।

इसमें कोई ऐसी जगह नहीं बची है, जहां पर सिक्के नहीं लगे हों। इस पेड़ को लेकर बहुत सारी अलग-अलग धारणाएं और मान्यताएं हैं, जिसके चलते लोग इस पर सिक्के लगाते हैं। कई लोगों का मानना है कि पेड़ में ऐसे सिक्के लगाने से इच्छा पूरी होती है और सुख-समृद्धि आती है। वहीं कई लोगों का ये भी विश्वास है कि इस पेड़ में किसी डिवाइन पावर का वास है क्रिसमस के मौके पर यहां मिठाइयां और गिफ्ट्स भी रखे जाते हैं और प्रेमी जोड़े रिश्तों में मिठास के लिए भी सिक्के लगाते हैं। खास बात ये है कि ये सिक्के सिर्फ यूके के ही नहीं है। यहां दुनियाभर के देशों के सिक्के लगे हुए हैं, हालांकि, इनमें सबसे ज्यादा संख्या यूके के सिक्कों की है।

Created On :   31 March 2019 7:29 AM GMT

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