कर्नाटक के कोप्पल जिले के वरिष्ठ नागरिक शारनबासवराज बिसारहल्ली का उद्देश्य हम्पी विश्वविद्यालय में पीएचडी कार्यक्रम पूरा करना है। इसके लिए स्वतंत्रता सेनानी बिसराहली ने 89 साल की उम्र में पीएचडी के लिए प्रवेश परीक्षा दी है। शारनबासवराज बिसारहल्ली ने पहले धारवाड़ में कर्नाटक यूनिवर्सिटी से लॉ की डिग्री और हंपी कन्नड़ यूनिवर्सिटी से मास्टर्स की डिग्री हासिल की है। अब वो कन्नड़ साहित्य में पीएचडी करने जा रहे हैं।
- लॉकडाउन से अनलॉक तक, लोगों के जीवन स्तर में आई गिरावट: सर्वे
- दिल्लीः प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए देशभर में कोविड-19 वैक्सीनेशन अभियान का शुभारंभ किया।
- मैं TMC के साथ हूं। यही समय है, जिनको TMC से प्यार है, वो TMC के साथ रहेंगे: TMC नेता शताब्दी रॉय
- भारत में पिछले 24 घंटे में #COVID19 के 15,158 नए मामले सामने आए। 175 नई मौतों के बाद कुल मौतों की संख्या 1,52,093 हो गई है।
- इंडोनेशिया में कम से कम 42 लोगों की मौत, भूकंप ने घरों और इमारतों को किया क्षतिग्रस्त
89 वर्षीय स्वतंत्रता सेनानी शरणबसवराज ने दी पीएचडी की प्रवेश परीक्षा, कही ये बड़ी बात
डिजिटल डेस्क, कर्नाटक। पढ़ने की कोई उम्र नहीं होती, अक्सर इस कहावत पर कोई न कोई खरा उतरा नजर आता है। लइस बार तो एक स्वतंत्रता सेनानी ने अपनी पढ़ाई की लगन को इस कदर बरकार रखा है कि वो 89 की उम्र में भी पीएचडी करना चाहते हैं। जी हां इस शख्स का नाम शरणबसवराज बिसारहल्ली है जो एक स्वतंत्रता सेनानी हैं।


शारनबासवराज बिसारहल्ली ने कहा, "मैंने पिछले साल भी परीक्षा का प्रयास किया था, लेकिन असफल रहा। इस बार, यह अच्छी तरह से चला गया और मुझे इस बात पर भरोसा है कि कि मैं परीक्षा में पास हो जाऊंगा, मैं साहित्य और कन्नड़ कविताओं पर एक किताब भी लिखना चाहता हूं।''

शारनबासवराज बिसारहल्ली ने कर्नाटक यूनिवर्सिटी से मास्टर की डिग्री हासिल करने के बाद कई विषयों पर किताबें लिखी हैं। बिसारहल्ली के मुताबिक सीखने की कोई उम्र नहीं होती, हमें बस अपने लक्ष्य निर्धारित करके उसे हासिल करने के लिए पूरी मेहनत करनी है। फिर देखना, सफलता अवश्य मिलेगी।

ऐसा कहा जा रहा है कि इस उम्र में पीएचडी परीक्षा देने वाले बिसारहल्ली सबसे उम्रदराज कैंडिडेट्स में से एक हैं। बता दें कि स्वतंत्रता सेनानी बिसराहली एक सोशल वर्कर और रिटायर्ड शिक्षक हैं।
कमेंट करें
ये भी पढ़े
Real Estate: खरीदना चाहते हैं अपने सपनों का घर तो रखे इन बातों का ध्यान, भास्कर प्रॉपर्टी करेगा मदद

डिजिटल डेस्क, जबलपुर। किसी के लिए भी प्रॉपर्टी खरीदना जीवन के महत्वपूर्ण कामों में से एक होता है। आप सारी जमा पूंजी और कर्ज लेकर अपने सपनों के घर को खरीदते हैं। इसलिए यह जरूरी है कि इसमें इतनी ही सावधानी बरती जाय जिससे कि आपकी मेहनत की कमाई को कोई चट ना कर सके। प्रॉपर्टी की कोई भी डील करने से पहले पूरा रिसर्च वर्क होना चाहिए। हर कागजात को सावधानी से चेक करने के बाद ही डील पर आगे बढ़ना चाहिए। हालांकि कई बार हमें मालूम नहीं होता कि सही और सटीक जानकारी कहा से मिलेगी। इसमें bhaskarproperty.com आपकी मदद कर सकता है।
जानिए भास्कर प्रॉपर्टी के बारे में:
भास्कर प्रॉपर्टी ऑनलाइन रियल एस्टेट स्पेस में तेजी से आगे बढ़ने वाली कंपनी हैं, जो आपके सपनों के घर की तलाश को आसान बनाती है। एक बेहतर अनुभव देने और आपको फर्जी लिस्टिंग और अंतहीन साइट विजिट से मुक्त कराने के मकसद से ही इस प्लेटफॉर्म को डेवलप किया गया है। हमारी बेहतरीन टीम की रिसर्च और मेहनत से हमने कई सारे प्रॉपर्टी से जुड़े रिकॉर्ड को इकट्ठा किया है। आपकी सुविधाओं को ध्यान में रखकर बनाए गए इस प्लेटफॉर्म से आपके समय की भी बचत होगी। यहां आपको सभी रेंज की प्रॉपर्टी लिस्टिंग मिलेगी, खास तौर पर जबलपुर की प्रॉपर्टीज से जुड़ी लिस्टिंग्स। ऐसे में अगर आप जबलपुर में प्रॉपर्टी खरीदने का प्लान बना रहे हैं और सही और सटीक जानकारी चाहते हैं तो भास्कर प्रॉपर्टी की वेबसाइट पर विजिट कर सकते हैं।
ध्यान रखें की प्रॉपर्टी RERA अप्रूव्ड हो
कोई भी प्रॉपर्टी खरीदने से पहले इस बात का ध्यान रखे कि वो भारतीय रियल एस्टेट इंडस्ट्री के रेगुलेटर RERA से अप्रूव्ड हो। रियल एस्टेट रेगुलेशन एंड डेवेलपमेंट एक्ट, 2016 (RERA) को भारतीय संसद ने पास किया था। RERA का मकसद प्रॉपर्टी खरीदारों के हितों की रक्षा करना और रियल एस्टेट सेक्टर में निवेश को बढ़ावा देना है। राज्य सभा ने RERA को 10 मार्च और लोकसभा ने 15 मार्च, 2016 को किया था। 1 मई, 2016 को यह लागू हो गया। 92 में से 59 सेक्शंस 1 मई, 2016 और बाकी 1 मई, 2017 को अस्तित्व में आए। 6 महीने के भीतर केंद्र व राज्य सरकारों को अपने नियमों को केंद्रीय कानून के तहत नोटिफाई करना था।