पति ने शादी के 6 दिन पाद पत्नी की करवाई शादी, प्रेमी के साथ किया विदा
डिजिटल डेस्क। आपको 1983 में आई फिल्म "वो सात दिन" और 1999 की फिल्म "हम दिल दे चुके सनम" तो याद ही होंगी। इन दोनों ही फिल्मों की कहानी काफी मिलती हैं। दोनों फिल्मों में पति अपनी पत्नी को उसके प्रेमी से मिलवाने की पूरी कोशिश करते है और मिलवा भी देते हैं, लेकिन कहते है फिल्म में हमेशा एंडिग ड्रामैटिक होती है, इसलिए फिल्मों में हीरोइन अपने देवता पति को छोड़ कर नहीं जाती। आप सोच रहे होंगे कि हम इन फिल्मों की बात क्यों कर रहे हैं। असल में कुछ वक्त पहले तक ये सिर्फ फिल्मों में हुआ करता था, लेकिन अब फिल्मी कहानियां हकीकत में बदल रहीं हैं। आपको जानकर हैरानी होगी, लेकिन असल जिंदगी में एक पति ने अपनी पत्नी को उसके प्रेमी से मिलवाया और धूम-धाम से प्रेमी जोड़े की शादी करवाई ।
घटना ओडिशा के राउरकेला शहर की है, जहां एक युवक ने अपनी ही पत्नी की शादी के महज छह दिन बाद उसके प्रेमी से शादी करवाई और धूम-धाम के साथ उसे विदा किया।सुंदरगढ़ जिले के बड़गांव ब्लॉक के पमारा गांव में ये अनोखी शादी हुई। इस गांव के रहने वाले 28 साल के वासुदेव टप्पू की झारसुगुडा के देविनी गांव की रहने वाली 24 वर्षीय महिला से बीते 4 मार्च को शादी हुई थी। किसान समुदाय के रीति-रिवाज से हुई इस शादी के बाद टप्पू के घर तीन युवक आए। इनमें से एक ने खुद को उसकी पत्नी का कजन बताया और इन युवकों की अच्छी खातिरदारी हुई। बाद में दो युवक तो वासुदेव के साथ गांव देखने चले गए लेकिन कथित "कजन" घर पर रुक गया, जो कि टप्पू की पत्नी का प्रेमी था।
मर्जी के खिलाफ हुई थी शादी
प्रेमी के घर मौजूद होने की खबर जैसे ही रिश्तेदारों को लगी तो कुछ स्थानीय लोग उसके घर पहुंचे और युवक को पीटना शुरू कर दिया। इस पर नई दुल्हन सामने आई और अपने प्रेमी बचाया। दुल्हन ने बताया कि दोनों प्यार करते थे लेकिन परिवारवाले इसके लिए तैयार नहीं थे और उसकी मर्जी के खिलाफ उसकी शादी करवा दी गई। वो तीन भाई-बहनों में सबसे छोटी है और उसके पैरंट्स इस दुनिया में नहीं हैं।
पति घरवालों को मनाया
टप्पू ने अपनी पत्नी को उसके प्रेमी से शादी करने को कहा। उसके बाद टप्पू ने पत्नी के बड़े भाई-बहन और उसके प्रेमी के पैरंट्स से बात कर उन्हें सारी बात बताई। शनिवार को ये सभी पमारा आए और सैकड़ों लोगों की मौजूदगी में दोनों प्यार करने वालों की शादी हुई। टप्पू ने कहा कि अगर मैं ऐसा नहीं करता तो तीन लोगों की जिंदगी बर्बाद हो जाती, अब हम सब खुश हैं।
सरपंच ने भी दिया साथ
टप्पू के इस कदम की हर कोई तारीफ कर रहा है। खुद उसकी दुल्हन ने कहा, "हम उनके इस एहसान को जिंदगीभर नहीं भूल पाएंगे।" पमारा गांव के सरपंच गजेंद्र बाग ने कहा, "जब हमें वासुदेव के इस फैसले का पता चला तो हमें इससे बेहतर और कुछ नहीं लगा। यही वजह है कि पूरा गांव उसकी पत्नी की दूसरी शादी के समर्थन में साथ आया।"
Created On :   12 March 2018 1:34 PM IST