Oh no! भारत की इन जगहों पर रहते हैं भूत
डिजिटल डेस्क । भूत-प्रेत एक ऐसा टॉपिक है जो ना चाहते हुए गॉसिप पॉइंट बन जाता है। चाहे किसी को डर लगता हो या ना लगता हो, सभी भूत की कहानियां सुनना पसंद करते हैं। कहानियां सच्ची भी होती हैं और झूठी भी, लेकिन ये कह पाना आज भी मुश्किल होता है कि भूत होते हैं या महज ये कहानियों का ही हिस्सा है। आप इन पर विश्वास करते हों या ना करते हों, लेकिन हम यहां आपको भारत की कई ऐसी जगहों के बारे बताने जा रहे हैं जहां जाकर आपको भूतों की मौजूदगी का एहसास होगा। कोई नहीं जानता कि ये जगहें सिर्फ रखरखाव के अभाव या वहां के वातावरण के कारण ऐसी हैं या फिर वहां वाकई कोई भूत रहते हैं, लेकिन जो भी इन जगहों पर जाकर हॉरर फीलिंग जरूर आती है। आइए जानते है भारत के इन हॉरर प्लेसेस के बारे में...
यह एक भयानक बाबली है। पौराणिक कथाओं में भी इसका वर्णन है। कहा जाता है कि जब इसमें काला पानी भर जाता है तो यह लोगों को इसमें मरने के लिए मोहित करती है। यहां तक कि आज भी यहां लोग सूर्यास्त के बाद नहीं आते हैं।
राष्ट्रीय पुस्तकालय, कोलकाता में कई प्रकार की रहस्यमयी घटनाओं के बारे में सुनने को मिलता है। जो गार्ड यहां रात में ड्यूटी करते हैं, वह आपको कई प्रकार की ऐसी घटनाएं सुना सकते हैं। जिन मजदूरों की मौत यहां पुस्तकालय में हुई थी, उनके भूत इसी पुस्तकालय में रहते हैं। काफी समय पहले, एक छात्र इस पुस्तकालय में गया और फिर वहां से कभी वापस नहीं आया। कई लोग कहते हैं कि सुबह जब लाइब्रेरी खोली गई तो हर दिन के मुकाबले काफी पेपर और सामान बिखरा हुआ पड़ा हुआ था।
हर कोई यहां के बारे में जानता है। इस इलाके में एक दो मंजिला इमारत है, जिसमें कई प्रेत-आत्माएं रहती हैं। इस इमारत में अक्सर चार लोगों को बैठकर ड्रिंक करते हुए देखा जा सकता है। यहां के स्थानीय लोगों को अक्सर ये नज़ारा देखने को मिलता है। कई बार लोगों ने ये भी देखा है कि लाल ड्रेस में कोई लड़की भी घर से बाहर निकलती है।
यहां किला, महाराष्ट्र का सबसे बड़ा किला है जिसकी दीवारें, रहस्यमयी गाथाओं से भरी हुई है। कहा जाता है कि एक युवा राजकुमार को उसके ही रिश्तेदारों के द्वारा दीवारों के अंदर पटक कर मार डाला गया था। तब से आज तक राजकुमार की आत्मा वहां हर पूर्णिमा को मौत का बदला लेने आती है। इस डर से इस किले में कोई भी सूर्यास्त के बाद नहीं जाता है।
असम में जतिंगा घाटी, बहुत सुंदर और मनोरम दृश्यों वाली है। लेकिन सितम्बर के महीने में हर अमावस रात को यहां भारी संख्या में रहस्यमयी रूप से पक्षी मर जाते हैं। ये पक्षी प्रवासी होते है, लेकिन यहां से कभी वापस नहीं जाते हैं। इन पक्षियों के यहां आकर मरने के पीछे क्या कारण है, आज तक किसी को भी पता नहीं चला है। लेकिन ऐसा होता है।
ऐसा कहा जाता है कि पुराने ज़माने में एक तांत्रिक ने इस महल पर काला जादू कर दिया था और तब से भानगढ़ किला, भूतिया किला हो गया। सूर्यास्त के बाद इस किले में लोगों का प्रवेश वर्जित है। इस किले के आसपास बने घरों की छतें नहीं रहती हैं। अगर उन छतों को बनवा दिया जाएं, तो अपने आप चटक कर टूट जाती हैं।
Created On :   21 Aug 2018 12:55 PM IST