- Dainik Bhaskar Hindi
- Ajab Gajab
- America's Victor Vescovo touched the deepest sea point, Became the only person in the world who could do this
दैनिक भास्कर हिंदी: विक्टर वेस्कोवो ने समुद्र का सबसे गहरा बिंदु छुआ, ऐसा कर पाने वाले दुनिया के इकलौते शख्स बने

डिजिटल डेस्क। अमेरिका के विक्टर वेस्कोवो ने 2010 में एवरेस्ट की चोटी फतह की और इस साल समुद्र का सबसे गहरा बिंदु छुआ। वे ऐसा कर पाने वाले दुनिया के इकलौते शख्स हैं। समुद्र में सबसे गहरी जगह खोजकर उसे छूना वेस्कोवो का जुनून है। बीच साल से वे इसमें जुटे हैं, एक काम पूरा कर वे तुरंत दूसरे में जुट जाते हैं। विक्टर ने कहा, मुझे गर्व है कि समुद्र की गहराई में जाने के अभियान फाइवडीप एक्सपीडिशन को लीड करने का मौका मिला। आपको मालूम ही है कि समुद्र तल से 29,000 फीट ऊपर, माउंट एवरेस्ट पृथ्वी की सबसे ऊंची जगह है। तो पृथ्वी की सबसे गहरी जगह है, प्रशांत महासागर के मारियाना ट्रेंच में चैलंजर डीप। यह समुद्र में 35, 853 फीट नीचे है।
वेस्कोवा ने अभियान का सारा खर्च खुद ( करीब 50 मिलियन डॉलर यानी 356 करोड़) उठाया है। विज्ञान और रिसर्च के लिए सरकारें तो ऐसा करती हैं, लेकिन निजी व्यक्तियों के ऐसे उदाहरण दुर्लभ हैं। जिस पनडुब्बी में उन्होंने समुद्र की गहराई को छुआ, उसे बनाने में 5 साल लग गए। इससे पहले कोई पनडुब्बी इतनी गहराई तक जाने में सक्षम नहीं थी, यह पनडुब्बी विज्ञान को उनकी देन हैं। वे रिटायर्ड नेवी अफसर और इक्विटी होल्डिंग कंपनी के फाउंडर भी हैं। वे सातों महाद्वीपों की सबसे ऊंची चोटी पर चढ़ चुके हैं। साथ ही उत्तरी और दक्षिणी दोनों ध्रुवों पर अंतिम डिग्री तक गए हैं।
Watch Victor Vescovo touch bottom in the Malloy Trench (Credit: Discovery Channel)
भोपाल: स्कोप कॉलेज में विश्वस्तरीय प्रशिक्षण वर्कशाप की स्थापना
डिजिटल डेस्क, भोपाल। स्कोप कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग ने अपने छात्र -छात्राओं के भविष्य को संवारने के लिये भारत के आटोमोबाइल क्षेत्र में अग्रणी कम्पनी हीरो मोटोकार्प के साथ एक करार किया जिसमें ऑटोमोबाइल क्षेत्र में स्किल डेवलपमेंट के लिये एक विश्वस्तरीय प्रशिक्षण वर्कशाप की स्थापना संस्था के प्रांगण में की गई है। ये अपने आप में एक अद्वतीय पहल है तथा सभी अत्याधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित है। इसमें सभी नवीनतम कम्प्यूटराइज्ड मशीन के द्वारा टू-व्हीलर ऑटोमोबाइल कार्यशाला प्रशिक्षण दिया जायेगा। इस वर्कशाप में उद्घाटन के अवसर पर कम्पनी के जनरल मैनेजर सर्विसेज श्री राकेश नागपाल, श्री मनीष मिश्रा जोनल सर्विस हेड - सेंट्रल जोन, श्री देवकुमार दास गुप्ता - डी जी एम सर्विस, एरिया मैनेजर श्री राम सभी उपस्थिति थे। साथ ही संस्था के वरिष्ठ अधिकारी डॉ. अजय भूषण, डॉ. देवेंद्र सिंह, डॉ. मोनिका सिंह, अभिषेक गुप्ता आदि उपस्थित थे। संस्था के सभी शिक्षकगण तथा छात्र-छात्रायें उपस्थित थे।
कार्यक्रम की शुरूआत सरस्वती वंदना से की गई , डॉ. मोनिका सिंह ने अतिथियों का संक्षिप्त परिचय दिया। डॉ. अजय भूषण ने सभी का स्वागत किया और बताया कि आने वाला समय कौशल विकास आधारित शिक्षा का है। कर्यक्रम में आईसेक्ट ग्रुप के कौशल विकास के नेशनल हेड अभिषेक गुप्ता ने ग्रुप के बारे मे विस्तार से बताया कि किस तरह हमेशा से आईसेक्ट ग्रुप ने कौशल विकास को हमेशा प्राथमिकता से लिया है। कार्यक्रम में एएसडीसी के सीईओ श्री अरिंदम लहिरी ऑनलाइन आकर सभी को बधाई दी तथा छात्र - छात्राओं को उनके उज्जवल भविष्य के लिये शुभाषीस भी दी।
कार्यक्रम में डॉ. देवेंद्र सिंह ने बताया कि कौशल विकास आधारित शिक्षा सनातन काल से भारतवर्ष में चली आ रही है मध्यकालीन समय में कौशल विकास पर ध्यान नही दिया गया परंतु आज के तेजी से बदलते हुए परिवेश में विश्व भर में इसकी आवश्यकता महसूस की जा रही है। इसी आवश्यकता को देखते हुये स्कोप कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग में कुछ ही समय में विभिन्न क्षेत्रों के सात सेंटर ऑफ एक्सीलेंस की स्थापना की गई है जो की विभिन्न क्षेत्रों मे छात्र- छात्राओं के कौशाल विकास मे महत्वपूर्ण भूमिका निभायेंगे।
भोपाल: सीआरपीएफ की 93 महिला पुलिसकर्मियों की बुलेट यात्रा का रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय में हुआ आगमन
डिजिटल डेस्क, भोपाल। इंडिया गेट से जगदलपुर के लिए 1848 किमी की लंबी बुलेट यात्रा पर निकलीं सीआरपीएफ की 93 महिला पुलिसकर्मियों का रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय की राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई ने विश्वविद्यालय परिसर में आगमन पर भव्य स्वागत किया। लगभग 300 स्वयंसेवकों तथा स्टाफ सदस्यों ने गुलाब की पंखुड़ियों से पुष्प वर्षा करते हुए स्वागत किया। वहीं उनके स्वागत में एन एस एस की करतल ध्वनि से पूरा विश्वविद्यालय परिसर गुंजायमान हो उठा। इस ऐतिहासिक बाइक रैली में शामिल सभी सैन्यकर्मियों का स्वागत विश्वविद्यालय के डीन ऑफ एकेडमिक डॉ संजीव गुप्ता, डिप्टी रजिस्ट्रार श्री ऋत्विक चौबे, कार्यक्रम अधिकारी श्री गब्बर सिंह व डॉ रेखा गुप्ता तथा एएनओ श्री मनोज ने विश्वविद्यालय की तरफ से उपहार व स्मृतिचिन्ह भेंट कर किया। कार्यक्रम की भूरि-भूरि प्रशंसा करते हुए डिप्टी कमांडेंट श्री रवीन्द्र धारीवाल व यात्रा प्रभारी श्री उमाकांत ने विश्वविद्यालय परिवार का आभार किया। इस अवसर पर लगभग 200 छात्र छात्राएं, स्वयंसेवक व एनसीसी कैडेट्स समस्त स्टाफ के साथ स्वागत में रहे मौजूद।
खबरें और भी हैं...
दैनिक भास्कर हिंदी: वृद्ध आश्रम में हुआ प्यार, फिर शादी के बंधन में बंधा वृद्ध जोड़ा
दैनिक भास्कर हिंदी: ऑस्ट्रेलिया में जंगल की आग से बचे कोआला ने साइकिलिस्ट को रोक कर उसकी बोतल से पिया पानी, देखें वीडियो
दैनिक भास्कर हिंदी: अमेरिका में एक आदमी ने जेट प्लेन से क्रिसमस पर बांटे 10 हजार से ज्यादा गिफ्ट
दैनिक भास्कर हिंदी: क्रिसमस पर जानवरों को भी दिए गए गिफ्ट, मंकी पढ़ने लगा ग्रीटिंग; तो शेर ने खोला गिफ्ट