नौकरी के आखिरी दिन घोड़े पर कुछ यूं ऑफिस पहुंचा सॉफ्टवेयर इंजीनियर
डिजिटल डेस्क, बैंगलुरू। आपने बाइक से, कार से, बस या ऑटो से तो कई लोगों को ऑफिस जाते हुए देखा होगा, लेकिन क्या आपने कभी देखा है कि कोई व्यक्ति घोड़े पर सवार होकर ऑफिस के लिए निकला हो। फॉर्मल ड्रेस, कंधे पर बैग लेकिन घोड़े पर सवार होकर जाता ये युवक। इसी के साथ एक तख्ती भा लटकी हुई थी। जिसमें लिखा था "Last Working Day as a Software Engineer" (बतौर इंजीनियर काम करने का यह मेरा आखिरी दिन है)।
Karnataka: Roopesh Kumar Verma, a software employee at a firm in Bengaluru, rode to his office on a horse on his last working day, says "I"m an animal lover wanted to promote the idea of veganism". pic.twitter.com/uVGlAMz3jm
— ANI (@ANI) June 16, 2018
This actually happened in EGL, Bengaluru. Watch out for the banner hanging around his neck. He came riding horse on last day of his job as software engineer.. It seems he is either highly frustrated and/or very satisfied with his resignation... Absolute hilarious... pic.twitter.com/iOcPts551Z
— The Bengaluru Post (@Bengaluru_Post) June 14, 2018
कौन है घोड़े पर सवार ये युवक
घोड़े पर सवार इस युवक का नाम रूपेश कुमार वर्मा है। जो बैंगलुरू की किसी कंपनी में सॉफ्टवेयर इंजीनियर है। ये रूपेश का अपने ऑफिस में अंतिम दिन था। अपने ऑफिस के अंतिम दिन पर लोग पार्टी करते हैं, अपने ऑफिस कलीग्स से मिलते हैं लेकिन रूपेश ने ये अनोखा ही कारनामा कर दिखाया। रूपेश ने अपने ऑफिस का आखरी दिन खुद के लिए तो यादगार बनाया ही, साथ ही उन्हें देखने वाला हर एक व्यक्ति इस दिन को और इस किस्से को कभी नहीं भूल पाएगा। जब एक इंजीनियर अपने ऑफिस के अंतिम दिन घोड़े पर सवार होकर जा रहा है।
लोगों ने ली सेल्फी
घोड़े पर सवार रूपेश को देख हर कोई आश्चर्यचकित रह गया। रूपेश का ऑफिस उनके घर से 10 किलोमीटर की दूरी पर है। जिसके लिए रूपेश सुबह 7 बजे घर से निकले और 2 बजे ऑफिस पहुंचे। घर से ऑफिस तक का सफर तय करते हुए रूपेश के कई लोगों ने फोटोज क्लिक किए और कई लोगों ने रूपेश के साथ सेल्फी भी ली। जल्दी ही रुपेश के साथ की फोटोज को लोगों ने शेयर भी कर दिया और देखते ही देखते रूपेश फेमस हो गए।
क्यों हुए रूपेश घोड़े पर सवार
बैंगलुरू के ट्रैफिक से परेशान होकर रूपेश ने ये कदम उठाया। रूपेश ने बताया कि वो पिछले 8 सालों से बैंगलुरू में रह रहे हैं। यहां पर ट्रैफिक की इतनी समस्या है कि घंटों लोगों को खड़े रहना पड़ता है। उनका घर ऑफिस से 10 किमी की दूरी पर है, ट्रैफिक की वजह से वो रोज ऑफिस जाने में लेट हो जाया करते थे। इसलिए रूपेश ने घोड़े पर सवार होकर शहर में लगातार बढ़ रहे ट्रैफिक का विरोध किया।
स्टार्टअप शुरू करने जा रहे हैं रूपेश
रूपेश का ये ऑफिस का आखरी दिन था जिसे उन्होंने यादगार तो बनाया ही साथ ही यातायात को लेकर संदेश भी दिया। रूपेश का बतौर इंजीनियर ये आखिरी दिन था। रूपेश अब एक स्टार्टअप के रूप में काम करेंगे और सॉफ्टवेयर फर्म खोलेंगे।
Created On :   16 Jun 2018 1:10 PM IST